मुठभेड़ में मारी गई 25 लाख की इनामी महिला नक्सली गुम्माडिवेली रेणुका उर्फ भानु उर्फ चैते उर्फ सरस्वती उर्फ दमयन्ती … नक्सलियों के कैडर की थी प्रभारी…

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नक्सलियों के कैडर की थी प्रभारी मुठभेड़ में मारी गई 25 लाख की इनामी महिला नक्सली रेणुका

दन्तेवाड़ा 01 अप्रैल 2025:-  बस्तर क्षेत्र में सोमवार को सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में 25 लाख रुपये की इनामी महिला नक्सली रेणुका उर्फ बानू मारी गई।दंतेवाड़ा डीआरजी, बस्तर फाईटर्स ने 45 लाख रूपये ईनामी (छ0ग0 शासन द्वारा 25 लाख एवं तेलंगाना शासन द्वारा 20 लाख ईनाम) सेन्ट्रल रीजनल ब्यूरो (सीआरबी) प्रेस टीम इंचार्ज, सम्पादक प्रभात पत्रिका (डीकेएसजेडसीएम) गुम्माडिवेली रेणुका उर्फ भानु उर्फ चैते उर्फ सरस्वती उर्फ दमयन्ती किया ढेर

दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने बताया कि सुबह करीब 9 बजे बस्तर क्षेत्र में स्थित दंतेवाड़ा और बीजापुर जिलों की सीमा पर स्थित जंगल में उस समय मुठभेड़ शुरू हो गई, जब सुरक्षाकर्मियों की एक टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। दक्षिण बस्तर के डीआईजी कमलोचन कश्यप ने सफल नक्सल विरोधी अभियान के लिए सुरक्षा बलों को की बधाई दी। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने  एक महिला नक्सली को ढेर कर दिया, जिसकी पहचान रेणुका के रूप में हुई है।

वह दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (डीकेएसजेडसी) की सदस्य थी और नक्सलियों को मीडिया टीम की प्रभारी थी। उस पर 25 लाख का इनाम था और वह वारंगल जिले की रहने वाली थी। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल से अब तक एक महिला नक्सली का शव बरामद किया गया है, साथ ही एक इंसास राइफल भी बरामद की गई है। पिछले सप्ताह छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने सुकमा जिले में मुठभेड़ में एक शीर्ष नक्सली नेता के मारे जाने की पुष्टि की थी। नक्सली नेता की पहचान जगदीश के रूप में हुई है, जिस पर 25 लाख रुपये का नकद इनाम था। मारा गया नक्सली इससे पहले झीरम घाटी की घटना में शामिल था,

मुठभेड़ में मारा गया DKSZC Member गुम्माडिवेली रेणुका उर्फ बानु के पति थे भाकपा माओवादी केंद्रीय समिति सदस्य रवि उर्फ शंकामुरी अप्पा राव, जो 12 मार्च 2010 को नेतिकोंटा/नलमल्ला (Andhra Pradesh) मुठभेड़ में मारा गया थे।

25 लाख ईनामी माओवादी DKSZCM रेणुका उर्फ बानु उर्फ चैते उर्फ सरस्वती मूल रूप से तेलंगाना राज्य का जिला वारंगल कडवेन्डी की निवासी थी।

विगत कई वर्षों से रेणुका उर्फ बानु दंडकारण्य क्षेत्र में DKSZC & Central Regional Bureau की प्रेस टीम प्रभारी के रूप में सक्रिय थी।

रेणुका के भाई DKSZC Member गुडसा उसेंडी उर्फ GVK प्रसाद ने वर्ष 2014 में हैदराबाद में आत्मसमर्पण किया

जिसने छत्तीसगढ़ के शीर्ष कांग्रेस नेताओं की हत्या कर दी गई थी और नारायणपुर की घटना में कई सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। यह घटना शनिवार को सुकमा जिले के केरलापाल इलाके में एक बड़ी मुठभेड़ में छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों द्वारा 16

नक्सलियों को मार गिराने और हथियारों और गोला-बारूद का बड़ा जखीरा बरामद करने के बाद हुई है। मुठभेड़ के बाद छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने सशस्त्र नक्सलवाद को खत्म करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का संकल्प मार्च 2026 तक देश से सशस्त्र नक्सलवाद को खत्म करना है और हमारे सुरक्षा बल इसी दिशा में काम कर रहे हैं। जिस बहादुरी और साहस के साथ हमारे सुरक्षा बल काम कर रहे हैं, हम तय समय में नक्सलवाद को खत्म कर देंगे। खूंखार महिला नक्सली रेणुका वर्ष 1996 में नक्सल संगठन में भर्ती होकर आंध्र प्रदेश में एसजेडसीएम कृष्ण अन्ना के साथ काम की। वर्ष 2003 में डीवीसीएम के पद पर पदोन्नति किया गया। वर्ष 2006 में दक्षिण बस्तर में सीसीएम दुला दादा उर्फ आनन्द के साथ काम की। वर्ष 2013 में माड़ क्षेत्र में आकर्र एसजेडसीएम रमन्ना के साथ काम की।

92 दिनों में 119 हार्डकोर नक्सलियों के शव बरामद

बस्तर संभाग के आईजी सुन्दरराज पी ने बताया कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादियों संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है इसलिए माओवादी संगठन से अपील है कि वे तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़े। अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहे। वर्ष 2025 में बस्तर संभाग अंतर्गत सुरक्षा बलों द्वारा प्रभावी रूप से प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध माओवादी विरोधी अभियान संचालित किये जाने के परिणाम स्वरूप पिछले 92 दिनों में कुल 119 हार्डकोर नक्सलियों के शव बरामद किये गये हैं। बस्तर संभाग में इस साल 2025 में अब तक विभिन्न मुठभेड़ों के बाद 119 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं।


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