रायपुर निगम में पेश हुआ 1529 करोड़ का मेगा बजट, महापौर मीनल बोली- सभी वर्गों का रखा गया ध्यान


रायपुर 28 मार्च 2025:- । नगर पालिक निगम रायपुर में महापौर मीनल चौबे से अपना पहला बजट प्रस्तुत किया। 15 साल बाद रायपुर निगम में भाजपा की महापौर को बजट प्रस्तुत करने का मौका मिला है। महापौर मीनल चौबे ने रायपुर शहर के विकास के लिए 1529 करोड़ 53 लाख 28 हजार रुपए का बजट पेश किया है। महापौर ने इसे फायदे का बजट बताया और कहा कि इसमें सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है।


महापौर मीनल चौबे शुक्रवार को पीले रंग की मखमली फाइल में बजट लेकर निगम कार्यालय पहुंची थीं। फाइल में एक तरफ निगम का लोगो तो दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर छपी है। बजट के दौरान अभिभाषण के दौरान महापौर मीनल चौबे ने कहा कि बेटी बेबस नहीं, शहर की तकदीर गढ़ रही है। मीनल चौबे ने अपने बजट में महिलाओं के लिए कई घोषणाएं की हैं। साथ ही 2 मल्टीलेवल-पार्किंग, 2 कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स, रायपुरा-महादेवघाट के बीच गौरव पथ आदी को भी बजट में शामिल किया है।



पिछला कार्यकाल सपनों वाला रहा : महापौर
अपने भाषण के दौरान महापौर मीनल चौबे ने कांग्रेस कार्यकाल के बजट को लेकर घेरा। उन्होंने कहा पिछले कार्यकाल में कांग्रेस के मेयर ने हर साल केवल सपने दिखाए। कांग्रेस के मेयर ने पिछले वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल वार्षिक 1901 करोड़ 31 लाख 93 हजार का बजट था, केवल 819 करोड़ 19 लाख 30 हजार का खर्च किया गया। वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल वार्षिक 1608 करोड़ 74 लाख 43 हजार का बजट था, इसमें केवल 889 करोड़ 66 लाख 87 हजार का व्यय किया गया। वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल वार्षिक 1475 करोड़ 15 लाख 23 हजार रूपए बजट था, इसमें केवल 980 करोड़ 58 लाख 90 हजार का व्यय किया गया।



इस बार बजट में महिलाओं के लिए यह है खास
महापौर मीनल चौबे ने अपने बजट में महिलाओं के लिए कई घोषणाएं की। रायपुर में तीन जगहों पर वर्किंग विमेंस हॉस्टल बनेगा। पब्लिक प्लेस पर विमेंन रेस्ट रूम बनेंगे। जिसमें सैनेटरी वेंडिंग मशीन और बेबी फीडिंग रूम भी होंगे। सार्वजनिक स्थलों पर महिला सुरक्षा के तहत सर्विलेंस कैमरे लगेंगे जिसके जिए 20 लाख का प्रावधान किया गया है। निगम क्षेत्र में महिला टॉयलेट में सैनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन लगाए जाएंगे जिसके लिए 25 लाख का प्रावधान है।

महिला स्वावलंबन और रोजगार के लिए राज्य शासन द्वारा 10 करोड़ की राशि दी गई है। इस राशि से गारमेंट फैक्टरी का संचालन किया जाएगा। जिससे स्थानीय महिलाओं और युवाओं को रोजगार से जोड़कर आर्थिक समृद्धि प्रदान की जाएगी। स्ट्रीट वेंडर्स को डिजिटल लेनदेन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इनके परिवार के सदस्यों को शासन के अन्य योजनाओं का लाभ दिलवाया जायेगा। वेंडिंग जोन को विकसित किया जाएगा। साथ ही मार्केट डेवलपमेंट प्लान के तहत बाजारों को विकसित किया जाएगा। तृतीय लिंग के समूहों को चिन्हांकित कर उनको उनके रूचि के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकें और आर्थिक सामाजिक रूप से सशक्त बन सके।




