भिलाई नगर 20 अक्टूबर 2024:- शहर के स्मृति नगर में अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल व कैंसर सेंटर शुरू करने वाले शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ एम.के. खंडूजा को छावनी पुलिस ने कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया है। करोड़ों की धोखाधड़ी के मामले में डॉ खंडूजा लंबे समय से फरार चल रहे थे।
डॉ खंडूजा का निवास और मामले से जुड़े उनके संचालन वाली अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल सुपेला थाना क्षेत्र में आता है, शिकायतकर्ता का निवास दुर्ग कोतवाली में उनके संस्थान कुरूद थाना जामुल में ऐसे में छावनी पुलिस थाने में धोखाधड़ी का मामला 2022 में दर्ज होना लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है, इस संबंध में पुलिस के अधिकारी का बता रहे हैं कि पैसे का लेनदेन छावनी थाना क्षेत्र में हुआ है आखिर इस बात का खुलासा नहीं हो रहा है की छावनी थाना क्षेत्र के किस होटल, चाय ठेला, व गुपचुप ठेला पर लेनदेन हुआ था ऐसी क्या परिस्थितिथी थी कि मामला छावनी थाना में दर्ज करना पड़ा जबकि पूरा केंद्र बिंदु सुपेला थाना आता है? फिलहाल पुलिस ने उन्हें कोलकाता से गिरफ्तार किया है और भिलाई लेकर पहुंच गई है। आरोपी डॉ खंडूजा को कोर्ट में पेश कर जेल भेजने अदालत में न्यायाधीश ने उनकी बीमारी को देखते हुए उन्हें जेल अस्पताल में दाखिल करने का निर्देश देते हुए जेल भेज दिया
धोखाधड़ी केस में गिरफ्तार Dr. M K खंडूजा को पुलिस ने कोर्ट में किया पेश…
पुनित राम गुरुपंच, पंचम व्यवहार न्यायालय वरिष्ठ श्रेणी एवं न्यायालय मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी, दुर्ग के समक्ष डा खंडूजा को किया गया पेश…. 13 और वारंट स्थायी निकले, चेक बाउंस…
डाक्टर खंडूजा ने कोर्ट में चिकित्सा के लिए आवेदन किया, कोर्ट ने जेल के अस्पताल से उपचार कराने का निर्देश दिया…
संतोष रूंगटा ग्रुप आफ इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर सोनल रूंगटा की कंप्लेन पर पुलिस ने दर्ज किया है FIR…
- छावनी थाने की टीम ने कलकत्ता जाकर Dr. खंडूजा को किया गिरफ्तार…
- मार्च-अप्रैल 2022 में दर्ज हुआ था FIR…
- दो साल से फरार चल रहा था आरोपी डॉ खंडूजा…
- दुर्ग-भिलाई का फेमस डॉक्टर रहा खंडूजा…
एक नजर में खंडूजा की बर्बादी का सफर
- 2018-19 में Dr. खंडूजा पर बढ़ता गया बैंक लोन बढ़ गया था…
- तब BSR अपोलो अस्पताल को बेचने का डील हुआ था,..
- तकरीबन 100 करोड़ की डील हुई
- 19 करोड़ रुपये संतोष रूंगटा ग्रुप ने दिया…
- डील-एग्रीमेंट हो गया था…
- अपोलो अस्पताल बैंक नीलामी होने वाली थी..,
- तब रुंगटा ने पैसे देकर खंडूजा को उबारा…बावजूद खंडूजा ने मनोज अग्रवाल को बेच दिया…
- 19 करोड़ 14 लाख रुपये वापस नहीं किए…
- 2022 में छावनी थाने में कंप्लेन किए, क्योंकि डील हुई थी…
- पुलिस ढूंढ रही थी…
- कोलकाता में भिलाई की तरह HMD लैब चला रहा था डा. खंडूजा…
- पुलिस ने पांच बार रैकी किया,..
- कल ट्रैप किया और गिरफ्तार किया…
- शहर के अलग-अलग थानों में कंप्लेन है…
- पत्नी नीरा और बेटा रोहतास खंडूजा भी फरार है…
जानकारी के मुताबिक डॉ. एम के खंडूजा बीएसआर अपोलो हॉस्पिटल स्मृति नगर के पूर्व संचालक एवं बीएसआर स्कैन सेंटर भिलाई- दुर्ग- नागपुर के डायरेक्टर थे। भिलाई में उनका निवास नेहरू नगर पूर्व में है। डॉ खंडूजा पर बीएसपी के पूर्व कर्मचारियों व शहर के बड़े ग्रूप्स व इंजीनियरिंग कॉलेज संस्थान से करोड़ों रुपए लेकर धोखाधड़ी किए जाने का आरोप है। उन्होंने कईं बीएसपी के रिटायर्ड कर्मचारियों व अन्य लोगों से अपोलो बीएसआर में इनवेस्ट कराया और किसी को इसका शेयर नहीं दिया। यही नहीं बैंकों से भी करोड़ों का कर्ज लिया और पटाया नहीं। अंत में अपोलो बीएसआर को बेचकर करोड़ों की राशि गबन की और फरार हो गया। स्मृति नगर चौकी में डॉ खंडूजा के खिलाफ धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं।
बता दें डॉ एमके खंडूजा शहर के प्रख्यात शिशु रोग विशेषज्ञ हैं। उन्होंने बीएसपी के सेक्टर-9 अस्पताल में अपनी सेवाएं दीं। इस दौरान उन्होंने बीएसपी कर्मचारियों के बीच अपनी अच्छी पकड़ बनाई। बीएसपी की नौकरी छोड़कर पावर हाउस भिलाई में एक क्लीनिक शुरू किया। बताया जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने बीएसपी के रिटायर्ड अफसरों व कर्मचारियों को झांसे में लिया और अपोलो बीएसआर अस्पताल में इन्वेस्ट कराया। इसके एवज में 3 से 5 फीसदी ब्याज देने का आश्वासन दिया। इस तरह डॉ खंडूजा ने भिलाई स्केन एंड रिसर्च सेंटर के नाम से भिलाई, रायपुर, नागपुर में अपने ब्रांच शुरू किए। इसके साथ ही स्मृति नगर में अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल भी खोला। कुछ साल बाद लोगों का और बैंकों का करोड़ों रुपए लेकर और अपोलो बीएसआर को हाईटेक प्रबंधन को बेचकर फरार हो गए थे
छावनी नगर पुलिस अधीक्षक हरीश पाटिल ने इस संबंध में बताया कि छावनी थाना पुलिस द्वारा धोखाधडी के आरोपी पर की गई कार्यवाही । आरोपी डाँ. मनमोहन खण्डुजा पिता धर्मपाल खण्डुजा 67 वर्ष को किया गिरफ्तार ।मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि धोखाधडी प्रकरण के आरोपी पता तलाश हेतु पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला के द्वारा धोखाधडी के प्रकरण के आरोपी के विरूद्ध कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है जिसमे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर सुखनंदन राठौर एवं नगर पुलिस अधीक्षक छावनी हरीश पाटिल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी छावनी उप निरीक्षक चेतन सिंह चन्द्राकर के द्वारा टीम गठित किया गया जिसमे उपनिरीक्षक वरूण देवता, महिला प्रधान आरक्षक हेमलता मरकाम, प्रधान आरक्षक जसपाल सिंह 17/10/2024 को थाना छावनी के अपराध क्रमांक 119/2022 धारा 420, 406, 34 भा.द.वि. के अपराध धोखाधडी के आरोपी पतासाजी हेतु थाना छावनी से स्टाप कलकत्ता पश्चिम बंगाल गयी थी छावनी पुलिस के द्वारा उपनिरीक्षक वरूण देवता के नेतृत्व मे थाना भवानीपुर पश्चिम बंगाल से सम्पर्क किया गया
थाना भवानीपुर से सहयोग प्राप्त कर अथक प्रयास कर लगातार 03 दिन तक प्रयास करने के बाद 19.10.2024 को उसके लैब मे पुलिस टीम ईलाज कराने के नाम पर डाँ मनमोहन खण्डुजा के लैब मे जाकर डाँ मनमोहन खण्डुजा से सम्पर्क किया । जिनसे पूछताछ करने पर वह टालमटोल करने लगा । डाँ मनमोहन खण्डुजा के द्वारा सोनल रूंगटा पिता संतोष रूंगटा 42 साल निवासी गंजपारा दुर्ग के साथ 50000 वर्गफीट कुल रकबा 3.50 एकड जो जुनवानी रोड स्मृति नगर भिलाई मे स्थित है उक्त अपोलो हास्पिटल जुनवानी का सौदा 960000000/- रूपये छियानवे करोड मे तय किया गया था । सोनल रूंगटा से 19 करोड 14 लाख रूपये बयाना लिया गया था । डाँ मनमोहन खण्डुजा के द्वारा उक्त जमीन को विपीन कुमार अग्रवाल को बेच दिया गया ।
डाँ मनमोहन खण्डुजा के द्वारा सोनल रूंगटा से 19 करोड 14 लाख रूपये का धोखाधडी करने का अपराध सबूत पाये जाने आरोपी डाँ. खण्डुजा को गिरफ्तार किया गया है । जिसे न्यायालय दुर्ग मे न्यायिक रिमाण्ड हेतु पेश किया गया । जिसमे उपनिरीक्षक वरूण देवता, महिला प्रधान आरक्षक हेमलता मरकाम, प्रधान आरक्षक जसपाल सिंह की सराहनीय भूमिका रही है ।