भिलाई नगर 25 दिसंबर 2022:! भिलाई इस्पात मजदूर संघ के कार्यकारी अध्यक्ष चन्ना केशवलू और महामंत्री रवि शंकर सिंह भारतीय इस्पात मजदूर महासंघ की राष्ट्रीय बैठक जो सेलम में 17 एवं 18 जनवरी आयोजित थी उसमें शामिल हुए उसम सेल और भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों के वेतन समझौता और अन्य भत्तों पर एन जे सी एस में वेतन समझौता करने वाली यूनियनों द्वारा अब तक फैसला न लेने के कारण संयंत्र और सेल के कर्मचारियों को हर महीने हजारों रूपये का नुकसान होने का विषय उद्योग प्रभारी डी के पाण्डेय और फेडरेशन के अन्य पदाधिकारियों के समक्ष रखा
इन्होंने कहा कि एक तरफ इन यूनियनों ने बी एम एस को समझौते से अलग रखने के लिए पर्कस पर 28% की आम सहमति बनने के बाद भी 26.5% पर हस्ताक्षर किए जिससे सभी कर्मचारियों को 1.5% पर्कस का नुकसान पूरी नौकरी तक के लिए करवा दिये साथ ही समझौते में 39 महीने के बकाया एरियर्स और जनवरी 2017 से पर्कस के एरियर्स मिलने पर कोई समझौता नहीं किया जिसके कारण आज कर्मचारियों को 39 महीने का एरियर्स अधर में लटक गया है और पर्कस का एरियर्स डूब गया है इन्होंने समझौते में नाइट एलाऊंस एच आर ए और अन्य भत्तों का भी कोई निराकरण नहीं किया जिसके कारण साल भर पहले हुई ओ एम यू होने के बाद भी अभी तक भत्तों पर कोई निर्णय नहीं हो सका
महासंघ के निर्देश पर भिलाई इस्पात मजदूर संघ के महामंत्री और कार्यकारी अध्यक्ष ने अपनी जिम्मेदारी समझौते हुए एक प्रतिनिधिमण्डल के साथ दिल्ली का दौरा किया वहां केन्द्रीय इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को निम्न बिंदुओं पर ज्ञापन सौंपा जिसमें मुख्य रूप से .अधूरे वेतन समझौते को पूर्ण किए जाएं तथा 39 महीने के एरियर्स की राशि का भुगतान शीघ्र किया जाए।.वेज रिवीजन के दौरान ट्रान्सफर हुए कर्मियों को वापिस भिलाई लाया जाए। सेल के सभी कर्मियों को एक समान छुट्टियों की सुविधा दी जाए। 2003 से भर्ती कर्मियों (अनुकंपा नियुक्ति,फायर ब्रिगेड, कार्मिक, शिक्षा विभाग)का ट्रेनिग पीरियड सेवा काल में जोड़ा जाए। भिलाई टाउनशिप शिप को स्टील सिटी का दर्जा दिया जाए।650 वर्ग फीट तक के मकानों को लाइसेंस पर दिया जाए। HSLT ठेका श्रमिकों को S1 ग्रेड या डीपीआर के तहत नियुक्ति दी जाए।
भिलाई टाउनशिप की विद्युत व्यवस्था CSPDCL को न दी जाए। 1,12000 करोड़ के वार्षिक टर्नओवर को देखते हुए सेल के सभी कर्मियों को सोने का सिक्का उपहार स्वरूप दिया जाए। उपरोक्त बिंदुओं पर सभी से सार्थक चर्चा रही और पदाधिकारियों को शीघ्र निराकरण का आश्वासन दिया है बाद में डायरेक्टर पर्सनल के समक्ष इन विषयों को रखा और इन सभी विषयों पर शीघ्र निर्णय लेने का आग्रह किया जिससे कर्मचारियों के होने वाले नुकसान को रोका जा सके। प्रतिनिधिमंडल में उपाध्यक्ष हरिशंकर चतुर्वेदी तथा संयुक्त महामंत्री वशिष्ठ वर्मा भी थे।