भिलाईनगर 21 सितंबर 2023/ भिलाई इस्पात संयंत्र में डकैती की बड़ी वारदात हुई है। इस वारदात को भिलाई-3 के नजदीक स्टोर पारा पुरैना स्थित पीसीबी प्लांट में अंजाम दिया गया है। 6 से 7 हथियारबंद बदमाशों ने रात के अंतिम पहर में धावा बोला और बंदूक की नोंक पर 5 की संख्या में तैनात निजी सुरक्षा कर्मियों को कब्जे में लेकर वारदात को अंजाम दिया है। बदमाश अपने साथ तकरीबन तीन लाख रुपए के तांबा सामग्री ले गए। मामले की शिकायत भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन की ओर से पुलिस अधीक्षक दुर्ग को की गई है।
जानकारी के अनुसार 18-19 सितंबर की मध्य रात्रि को को पीसीबी प्लांट में हथियारबंद बदमाशों के साथ डकैती के अंदाज में एक बड़ी चोरी की घटना को अंजाम दिया है। रात के अंतिम पहर साढ़े तीन बजे करीब 6 -7 बदमाश आग्नेयास्त्रों और लोहे की रॉड के साथ बाउंड्रीवाल फांदकर पीसीबी प्लांट परिसर में घुस आए।पीसीबी प्लांट पर उस समय कुल 5 निजी सुरक्षा गार्ड ड्यूटी पर थे। बदमाशों ने सुरक्षा गार्डों को बंदूक की नोंक पर धमकाया और सभी दरवाजों के ताले और शीशे तोड़ने शुरू कर दिए।
अंत में वे उस कमरे में दाखिल हुए जहां तांबा रखा हुआ था। वे लगभग 300 से 400 किलोग्राम तांबा सामग्री जिसकी कीमत तीन लाख के करीब है, लेकर भाग गए। वे सुबह लगभग 4 बजे परिसर से बाहर चले गए। इस घटना की सूचना 20 सितंबर को पुरानी भिलाई थाना को दे दी गई है। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा को भी वारदात की जानकारी दे दी गई है।
बताया जाता है कि पर्यावरण और वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफ और सीसी)। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएएल) और संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (यूएनआईडीओ) ने संयुक्त रूप से भिलाई स्टील प्लांट में राष्ट्रीय स्तर की पीसीबी प्रबंधन और निपटान सुविधा लागू करने की पहल की है। इस परियोजना के तहत सेल के इस्पात संयंत्रों और देश के अन्य विद्युत प्रतिष्ठानों में पहचाने गए ट्रांसफार्मरों में मौजूद पीसीबी (पॉली काइरो बाइफिनाइल) को भिलाई में एक स्थिर सुविधा स्थापित करके उचित प्रौद्योगिकी का उपयोग करके नष्ट करने का प्रस्ताव है। यह परियोजना राष्ट्रीय महत्व की है और इसमें प्रगति हो रही है।
एमओईएफ एवं सीसी और अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है। भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा स्टोर पारा पुरैना में पीसीबी प्लांट की कमीशनिंग जुलाई 2023 में पूरी हो गई है और पीजी परीक्षण चल रहे हैं। वर्तमान में 12 बीएसपी के कर्मचारी और यूएनआईडीओ द्वारा नियुक्त प्रौद्योगिकी विक्रेता के 7 कर्मचारी आपूर्ति व स्थापना में शामिल हैं। पीसीबी संयंत्र की कमीशनिंग पीसीबी प्रक्रिया में ट्रांसफार्मर निराकरण और परिशोधन इकाई, बॉयलर सेक्शन और प्लाज़्मा डिस्ट्रक्शन यूनिट आदि शामिल है।
ये सभी उपकरण बहुत उच्च मूल्य के होने के साथ ही बहुत संवेदनशील हैं। ट्रांसफॉर्मर के निराकरण और उपचार के दौरान मूल्यवान तांबा और अन्य सामग्री उत्पन्न होती है।
उपचार प्रक्रिया के बाद उत्पादित तांबे की खपत भिलाई इस्पात संयंत्र में आंतरिक रूप से की जाती है। प्लांट की 24 घंटे निगरानी के लिए बीएसपी ने नवंबर 2022 से निजी सुरक्षा गार्ड तैनात किए हैं।