विधानसभा चुनाव 2023 :- छत्तीसगढ़ में प्रथम चरण के 20 सीटों पर मतदान समाप्त…. 2018 की तुलना में इस वर्ष 6% मतदान कम…. नक्सली तांडव के बीच ब्लास्ट में घायल जवान शहीद…

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रायपुर 7 नवंबर 2023 :-: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की 20 सीटों पर मतदान मंगलवार शाम 5 बजे खत्म हो गया है। शाम 5 बजे तक 70.87 प्रतिशत मतदान हो चुका था। वहीं मतदान के बीच नक्सलियों ने जमकर आतंक मचाया। कांकेर, नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा में नक्सली वारदातें और मुठभेड़ की घटनाएं सामने आई हैं। IED ब्लास्ट में घायल एक जवान शहीद हो गया है 2018 की तुलना में इस दफा 6% से अधिक मतदान कम होने की जानकारी आ रही है इस समय जो आंकड़े दिया जा रहा है वह संध्या 5:00 बजे तक चुनाव आयोग से मिले आंकड़े के अनुसार है फाइनल आंकड़े 8 नवंबर को मिलने की संभावना है2018 में प्रथम चरण पर 18 सीट पर चुनाव हुए थे जबकि 2023 में प्रथम चरण में 20 सीटों पर आज मतदान हुए हैं

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की 20 सीटों पर मतदान मंगलवार शाम 5 बजे खत्म हो गया है। शाम 5 बजे तक 70.87 प्रतिशत मतदान हो चुका था। वहीं मतदान के बीच नक्सलियों ने जमकर आतंक मचाया। कांकेर, नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा में नक्सली वारदातें और मुठभेड़ की घटनाएं सामने आई हैं।

वोटिंग में शुरू होने के दौरान ही सुबह सुकमा में IED ब्लास्ट हुआ। इसके बाद लगातार मुठभेड़, ब्लास्ट जैसी नक्सली वारदातें होती रही। लेकिन इसके बावजूद वोटर्स का उत्साह बरकरार दिखा।

(बस्तर रेंज की आईजी सुन्दर राज पी मतदान के उपरांत)

20 सीटों में से 10 सीटों में 3 बजे तक वोटिंग हुई। वहीं बाकी 10 सीटों पर 5 बजे तक मतदान हुआ। बीजापुर, दंतेवाड़ा, कोंटा जैसी नक्सल प्रभावित सीटों पर भी सुबह से पोलिंग में बूथ में लाइन लगी मिली। दोपहर 3 बजे तक 20 सीटों में 59.19 प्रतिशत मतदान हो चुका था ।

सुकमा में दो अलग-अलग IED ब्लास्ट में 2 जवान घायल हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक, 3 जवान घायल हुए हैं। इसके अलावा कांकेर में हुई मुठभेड़ में गोली लगने से एक किसान घायल हुआ है। बीजापुर में कई नक्सलियों के घायल होने का दावा किया जा रहा है। नारायणपुर में मुठभेड़ के बाद नक्सली भाग निकले।IED ब्लास्ट में घायल जवान शहीद हो गया है सबसे ज्यादा खैरागढ़ में 76.31%, सबसे कम वोटिंग बीजापुर में 40.98%

स्वर्गीय रतन दुबे के पिता और बेटी मतदान करने मतदान बूथ पर गए

नारायणपुर में 4 नवंबर को नक्सलियों ने बीजेपी जिला उपाध्यक्ष रतन दुबे की हत्या कर दी थी। उनके पिता और बेटी भी वोट डालने अपने घर से निकले। पैदल ही दोनों पोलिंग बूथ तक पहुंचे और अपने वोट का इस्तेमाल किया।

इस दौरान रतन दुबे के पिता ने कहा कि, मेरे बेटा की क्या गलती था जिसे मार दिया, मेरे बेटे की पत्नी, भाई, बहु और मैं वोट देने आए हैं, नक्सल समस्या का हल निकलना चाहिए।

चुनाव आयोग से मिले आंकड़े

जिन 20 सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें से 19 सीटें कांग्रेस के कब्जे में हैं। केवल एक राजनांदगांव सीट भाजपा के पास है। 2018 के चुनाव में दंतेवाड़ा सीट भाजपा के पास थी, लेकिन नक्सली हमले में विधायक की मौत के बाद हुए उप चुनाव में ये सीट कांग्रेस के खाते में चली गई। ऐसे ही खैरागढ़ सीट जेसीसीजे के पास थी, लेकिन उप चुनाव में इस पर भी कांग्रेस का कब्जा हो गया। कवर्धा और मोहला – मानपुर सीट पर भी अभी कांग्रेस विधायक हैं।

बस्तर पुलिस के मुताबिक 12 विधानसभा क्षेत्रों वाले बस्तर

संभाग में सफल और सुरक्षित मतदान के लिए लगभग 60

हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे. इनमे सीआरपीएफ,

बीएसएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ के 40 हजार और

राज्य पुलिस के 20 हजार जवान शामिल रहे। नक्सल विरोधी

इकाई के जवान और महिला कमांडो भी चुनाव का हिस्सा रहे,

जिनकी ड्यूटी मतदान केंद्र की सुरक्षा में लगाई गई थी।


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