भिलाई नगर 12 फरवरी 2023 / भिलाई – चरोदा नगर निगम में सोमवार को विशेष सम्मिलन रखा गया है। इसमें देव बलोदा महोत्सव मनाने का प्रस्ताव रखा जाएगा। महाशिवरात्रि पर देव बलोदा महोत्सव मनाने की रुपरेखा तय की जाएगी। वहीं इस आयोजन के बजट को स्वीकृति देने के साथ ही अतिथि चयन पर चर्चा होगी। इस दौरान सत्ता पक्ष कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के पार्षदों के बीच वाद विवाद होने की संभावना बनी हुई है।
महाशिवरात्रि पर भिलाई – चरोदा नगर निगम की ओर से देव बलोदा महोत्सव मनाने की परम्परा रही है। निगम क्षेत्र के देव बलोदा में स्थित कल्चुरी कालीन शिव मंदिर की देश व्यापी पहचान बनाने के उद्देश्य को लेकर महोत्सव मनाने की दो दशक पहले शुरु की गई परम्परा पर हाल के वर्षों में विवादों का रंग चढ़ने लगा है। खासकर अतिथि चयन को लेकर पक्ष व विपक्ष के बीच प्रायः हर साल के महोत्सव में तकरार और विवाद की स्थिति बनती रही है। ऐसे में कल सोमवार को निगम सभागार में होने वाली विशेष सम्मिलन में विवाद होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है।
सोमवार को दोपहर 1 बजे निगम सभागार में विशेष सम्मिलन आहुत की गई है। सभापति कृष्णा चन्द्राकर के निर्देश पर निगम सचिवालय से महापौर निर्मल कोसरे, सहित सभी एमआईसी सदस्य, पार्षदों व सांसद और विधायक प्रतिनिधि को इस सम्मिलन में उपस्थित होने की सूचना दे दी गई है। इस विशेष सम्मिलन में केवल देव बलोदा महोत्सव मनाने के एकलौते विषय पर चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा। महोत्सव कितने दिन मनाया जाएगा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रुपरेखा तय करते हुए अनुमानित खर्च को स्वीकृति प्रदान की जाएगी। वहीं अतिथि के रूप में आमंत्रित किए जाने वाले जनप्रतिनिधियों के नाम पर भी चर्चा करते हुए निर्णय लिया जाएगा।
00 बैठक में नहीं बनी बात
देव बलोदा महोत्सव मनाने के लिए 10 फरवरी को निगम आयुक्त अजय कुमार त्रिपाठी ने महापौर के निर्देश पर पक्ष और विपक्ष के पार्षदों की एक बैठक रखी थी। भाजपा के पार्षदों ने इस अनौपचारिक बैठक में नीतिगत निर्णय लेने में दिक्कत होने का हवाला देकर विशेष सम्मिलन आहुत करने का सुझाव दिया। भाजपा पार्षदों का तर्क था कि देव बलोदा महोत्सव में एक बड़ी राशि खर्च होती है। इसके लिए प्रशासकीय स्वीकृति आवश्यक है। आखिरकार तीन दिन पूर्व सूचना पर 13 फरवरी को निगम सभागार में विशेष सम्मिलन रखने का निर्णय लिया गया है।