संयंत्र बिरादरी ने डॉ अम्बेडकर को अर्पित किए श्रद्धासुमन


भिलाई नगर 15 अप्रैल 2025:- सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के औद्योगिक संबंध विभाग एवं बीएसपी एससी/एसटी कर्मचारी एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में 14 अप्रैल 2025 को इस्पात नगरी के महात्मा गांधी कलामंदिर सभागार में अंबेडकर जयंती समारोह आयोजित किया गया। समारोह के पूर्व भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने कार्यपालक निदेषकगण तथा ऑफिसर्स एसोसिएशन व बीएसपी एससी/एसटी कर्मचारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों की उपस्थिति में सेक्टर-6 स्थित डॉ भीमराव अम्बेडकर भवन, हायर सेकंडरी स्कूल के प्रांगण में डॉ बी आर अंबेडकर की प्रतिमा को पुष्पांजलि देकर इस्पात बिरादरी की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।


महात्मा गांधी कलामंदिर सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) श्री पवन कुमार उपस्थित थे। साथ ही विशेष अतिथि के रूप में कार्यपालक निदेशक (खदान) बिपिन कुमार गिरी, कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ एम रवींद्रनाथ, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) संदीप माथुर, महाप्रबंधक (एचआर-वर्क्स) एस के सोनी, महाप्रबंधक (एचआर-नॉन वर्क्स एवं वेलफेयर) जे एन ठाकुर, महाप्रबंधक (एचआर-आई एंड सीएलसी) विकास चन्द्रा, लाइज़न ऑफिसर एवं सहायक महाप्रबंधक (एचआर-आई एंड सीएलसी) रोहित हरित, सेफी चेयरमैन और ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एन के बंछोर, बीएसपी एससी/एसटी कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष व सेल एससी/एसटी एम्पलाईज फेडरेशन, नई दिल्ली के उपाध्यक्ष कोमल प्रसाद और बीएसपी एससी/एसटी कर्मचारी एसोसिएशन के महासचिव विजय कुमार रात्रे उपस्थित थे। परम्परागत रूप से उपस्थित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर व डॉ अंबेडकर की तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर समारोह का शुभारंभ किया गया।


मुख्य अतिथि पवन कुमार ने डॉ भीमराव जी का स्मरण करते हुए कहा कि हम बाबासाहब को सिर्फ एक दलित नेता या संविधान निर्माता के तौर पर ही न सीमित करें, बल्कि समग्र भारतीय समाज के प्रति उनके बहुयामी योगदान को भी स्मरण करें। जिसमें श्रमिकों एवं कामगारों और हमारी ही तरह असंख्य संयंत्रकर्मियों के कल्याण हेतु कार्यक्षेत्र से संबंधित महत्वपूर्ण श्रमिक अधिनियम जिनमें वेतन, कार्य की अवधि, भत्ते, मातृत्व लाभ आदि जैसे कानूनों को लागू करने पर भी बाबासाहब का अतुलनीय योगदान रहा है। वे सदा ही महिलाओं के हक के प्रति प्रचण्ड रूप से कार्यरत रहे, आज जो हिन्दु कोड बिल से महिलाओं को सम्पत्ति में उत्तराधिकार प्राप्त हुआ है वह भी बाबासाहब की ही देन है। बहुजन समाज को प्रेरित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि हम आरक्षण का लाभ लेते हुए सिर्फ एक सरकारी नौकरी हेतु ही स्वयं को सीमित न रखें, बल्कि सफल एंटरप्रेन्योर के रूप में सफलता अर्जित करें। श्री पवन कुमार ने कहा कि “मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि बाबासाहब के व्यक्तित्व, उनकी विचारधारा व उनके सच्चे दर्शन को जानने के लिए हम उन पर लिखी गई व उनके द्वारा लिखे गए पुस्तकों का अवलम्बन लें, न कि वाट्सएप आदि प्लेटफार्म पर प्राप्त सुनी-सुनाई बातों का।”
बीएसपी एससी/एसटी कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष व सेल एससी/एसटी एम्पलाईज फेडरेषन, नई दिल्ली के उपाध्यक्ष श्री कोमल प्रसाद ने बाबासाहब डॉ भीमराव अंबेडकर के विलक्षण व्यक्तित्व व उनके विचारों पर प्रकाष डालते हुए कहा कि बाबासाहब के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनके दिखाए गए मार्ग पर चलें व उनके द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों का पालन करते हुए एक सच्चा एवं ईमानदार जीवन व्यतीत करें, तभी हम भारत को उसकी ऊंचाई तक ले जा सकेंगे और उसे ऐसी समृद्धि देने में सफल होंगे जो एक ऐसे समाज का निर्माण करें, जहां हर व्यक्ति के पास समान अवसर, सुविधाएं एवं अधिकार हों व कोई भी व्यक्ति रंग, जाति, जन्म आदि के आधार पर छोटा या बड़ा न समझा जाएं।
कार्यक्रम में कार्यपालक निदेशक (खदान), कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं), और बीएसपी एससी/एसटी कर्मचारी एसोसिएशन के महासचिव सहित विशेष अतिथियों ने सभा को संबोधित किया व भारतरत्न डॉ बी आर अंबेडकर के अमूल्य अवदानों की चर्चा करते हुए अपने विचार रखे व बाबासाहब को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर बाबसाहब अंबेडकर पर आधारित पत्रिका ‘नया सवेरा’ का विमोचन किया गया और साथ ही श्री चेतन लाल राणा को बाबासाहब के शिक्षा एवं मूल्यों का प्रचार करने हेतु उनके योगदान के लिए संयंत्र प्रबंधन द्वारा ‘भीमराव अंबेडकर पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न बीएसपी स्कूलों के मेधावी छात्र-छात्राओं रिमिक अगिले, हर्ष कुमार ठाकुर, अरविंद अजगले, कु. दीक्षा एवं कु. राजेश्वरी को उनके उत्तम शैक्षणिक प्रदर्शन हेतु अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सीनियर सेकेण्डी स्कूल, सेक्टर-10 से छात्राओं दीक्षा शुक्ला ने हिन्दी में तथा मनप्रीत कौर ने अंग्रेजी में बाबासाहब पर भाषण प्रस्तुत किया व इस हेतु उन्हें अतिथियों द्वारा सम्मानित भी किया गया।