रायपुर, 21 जुलाई 2025:- आबकारी घोटाले में ईओडब्ल्यू-एसीबी ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें बिलासपुर के मनीष मिश्रा,CA संजय मिश्रा और खुर्सीपार भिलाई निवासी अभिषेक सिंह बताए गए हैं। इन सभी को सोमवार को विशेष अदालत में पेश किया गया। जहां उन्हें 26 जुलाई तक ईओडब्ल्यू की रिमांड पर भेज दिया गया है।

पेशे से सीए संजय और मनीष सगे भाई हैं। मनीष और अभिषेक एफएल-10 का लाइसेंस मिला हुआ था, और वो नेक्स्टजेन कंपनी के नाम से शराब सप्लाई करते थे। अभिषेक सिंह, इस घोटाले में पूर्व में गिरफ्तार हो चुके अरविंद सिंह का भतीजा भी है। अरविंद, एपी त्रिपाठी के लिए काम करता था, और दिल्ली नोएडा की कंपनियों से नकली होलोग्राम बनवाता रहा है। इसके लिए गठित कंपनी में अरविंद की पत्नी संचालक रही है। ईओडब्ल्यू तीनों को विशेष कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी।

उल्लेखनीय है कि ईओडब्ल्यू-एसीबी ने अपनी जांच में घोटाले की राशि करीब 13 सौ करोड़ रुपए अतिरिक्त होने का जिक्र किया है। ईडी ने पहले करीब 2161 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया था। इस तरह कुल मिलाकर घोटाले की राशि बढक़र 35 सौ करोड़ रुपए हो गई है। शराब घोटाले के ज्यादातर आरोपी दुर्ग भिलाई के रहने वाले हैं।