BIG BREAKING : शराब घोटाले पर प्रवर्तन निदेशालय का बड़ा खुलासा: कारोबारी और अफसरों की 121 करोड़ की 119 संपत्ति अटैच.. 180 करोड़ की प्रॉपर्टी पर कार्यवाही… ED ने ट्विटर पर जारी किया कार्रवाई का खुलासा….

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रायपुर 22 मई 2023। प्रवर्तन निदेशालय में आज एक ट्वीट जारी कर छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले मामले में अध्यक्ष संपत्तियों के संबंध में ब्यौरा जारी किया है ED ने छत्तीसगढ़ के ₹2000 करोड के शराब घोटाले मामले में IAS अनिल टूटेजा, अनवर ढेबर, अरूणपति त्रिपाठी, अरविंद सिंह और विकास अग्रवाल की ₹121.87 करोड़ की 119 संपत्ति अटैच की है। इसमें 14 संपत्ति IAS अनिल टूटेजा की है जिसकी क़ीमत ₹8.883 करोड़ है। इसमें पहले एजेंसी नें ₹58 करोड़ की संपत्ति अटैच की थी यानी अब तक ₹180 करोड़ की संपत्ति अटैच हो चुकी है। जिसमें अनवर ढेबर का होटल Vennington Court भी शामिल है.

बता दें कि वही ED की गिरफ्त के बाद अब जेल में मौजूद कारोबारी अनवर ढेबर और त्रिपाठी के बीच हुए चैट की जानकारी निकाली जा रही है। कुछ खुफिया मीटिंग्स भी इनके बीच हुई करती थीं। इसमें कारोबारी और कुछ कांग्रेस नेताओं के शामिल होने की चर्चा है। चैट में कोडवर्ड में बात होने की खबर सामने आई है। इसकी जांच ED कर रही है। ईडी का दावा है कि जेवर एक ही डिस्टिलर के यहां से मिले हैं। इसके अलावा एक आरोपी के घर से 20 लाख रुपए का कैश मिला है। जिसका ईडी ने दस्तावेजों में उल्लेख किया है।

ED के अधिवक्ता सौरभ पांडे ने अदालत में पिछली बार ये भी कहा था कि अरुणपति (एपी) त्रिपाठी ने पति धर्म भी निभाया। उन्होंने पत्नी के नाम पर कंपनी खड़ी की। इसी कंपनी ने प्रदेश में खपने वाली शराब का होलोग्राम तैयार किया। इसका भुगतान पत्नी के नाम वाली कंपनी को त्रिपाठी ने करवाया।

ED ने छत्तीसगढ़ राज्य में शराब घोटाला मामले में बड़ा खुलासा किया है। सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय की ओर जारी की गई आधिकारिक जानकारी में कहा गया कि, अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी और अफसर अनिल टुटेजा से 121.87 करोड़ की 119 अचल संपत्ति अटैच की गई है।

शराब घोटाला मामले में अब तक प्रदेश में कुल 180 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की जा चुकी है। इसमें कैश, एफडी भी होल्ड किए गए हैं। 15 मई को ईडी ने कहा था, शराब घोटाले में जेल में बंद कारोबारी अनवर ढेबर से जुड़ी जांच रायपुर, भिलाई और मुंबई में की गई। जिसमें नवा रायपुर में 53 एकड़ भूमि मिली। इसकी कीमत करीब 21.60 करोड़ रुपए बताई गई।

ये अनवर ढेबर द्वारा ज्वाइंट वेंचर के रूप में इस्तेमाल की गई थी। 20 लाख रुपए की नकदी और कई आपत्तिजनक दस्तावेज मुंबई में मिले थे। 1 करोड़ की बेहिसाब निवेश की जानकारी भी मिली। ये निवेश अरविंद सिंह और उनकी पत्नी पिंकी सिंह के साथ किए गए थे। ईडी ने त्रिलोक सिंह ढिल्लो की 27.5 करोड़ रुपए की फिक्स्ड डिपॉजिट फ्रीज कर दी थी। 28 करोड़ रुपए के आभूषण भी जब्त किए थे।

IAS अफसर और विधायक की प्रॉपर्टी हो चुकी है अटैच 9 मई को ED ने प्रॉपर्टी अटैच करने की एक और कार्रवाई की थी। ये मामला कोल लेवी वसूली का है। इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए ईडी की तरफ से ट्वीट पर लिखा गया कि प्रदेश में 90 चल अचल संपत्तियों को अटैच किया गया है। जिनमें लग्जरी गाड़ियां, ज्वेलरी और नगद शामिल है। कुल 51. 40 करोड़ की संपत्ति को बरामद किया गया है।

यह बरामदगी रानू साहू, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, विधायक चंद्रदेव राय के पास से की गई है। यह कोल एक्सटॉर्शन स्कैम से जुड़ा हुआ मामला है। ईडी की तरफ से कहा गया है कि इस मामले में अब तक 221.5 करोड़ के आसपास की संपत्ति अटैच की जा चुकी है।

ED ने Steel City online को बताया कि अनिल टुटेजा की 14 संपत्तियों को अटैच किया गया है। जिसकी कीमत 8.83 करोड़ है। 69 प्रॉपर्टी अनवर ढेबर की है। जिसकी कीमत 98.78 करोड़ है। 3 संपत्तियां विकास अग्रवाल उर्फ सुब्बू की हैं जो 1.54 करोड़ की है। 11.35 करोड़ की 32 संपत्तियां अरविंद सिंह की है। अरुणपति त्रिपाठी की 1.35 करोड़ की संपत्ति अटैच हुई है। ED ने अनवर ढेबर की अटैच संपत्तियों में होटल वेनिंग्टन कोर्ट को भी शामिल किया है।


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