BIG BREAKING:- छत्तीसगढ़ के प्रथम DGP के बेटे ने की सुसाइड…. पहले हाथ की नस फिर गला काटा… वैशाली नगर में शनिवार की शाम की घटना… आज किया जा रहा है अंतिम संस्कार…. छत्तीसगढ़ प्रदेश सेवानिवृत्ति पुलिस अधिकारी कल्याण एसोसिएशन ने शोक जताया….

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भोपाल 27 अक्टूबर 2024:-  मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। छत्तीसगढ़ के प्रथम पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) श्री मोहन शुक्ला के 54 वर्षीय बेटे ने शनिवार शाम ब्लेड से अपना गला काटकर आत्महत्या कर ली ,छत्तीसगढ़ के प्रथम पुलिस महानिदेशक श्रीमोहन शुक्ला के बेटे तुषार शुक्ला ने भोपाल स्थित अपने घर पर खुद  गला काटकर खुदकुशी कर ली। तुषार के पास प्रतिष्ठा, पैसा और परिवार सब था, लेकिन उन्होंने जिंदगी से उम्मीद छोड़ दी थी, लंबे समय से बेरोजगार तुषार पिछले कुछ वर्षों से गंभीर अवसाद से जूझ रहे थे।

कमलानगर थाना प्रभारी निरीक्षक निरूपा पांडेय ने steel city on line को बताया कि शनिवार की शाम तुषार छत पर बने एक टीन शेड के कमरे में थे, इस दौरान परिवार के अन्य सदस्य नीचे थे ,शाम करीब छह बजे स्वजनों को तुषार की चीख सुनाई दी, वे दौड़ते हुए छत पर पहुंचे तो तुषार के गले में कट था और खून बह रहा था। साथ ही बाएं हाथ की कलाई पर भी कट के निशान थे।

पत्नी सौम्या और बेटा समेत परिजन हजेला अस्पताल लेकर पहुंचे

पुलिस के अनुसार, मोहन शुक्ला छत्तीसगड़ में डीजी थे। उनका वैशाली नगर में मकान है। वे यहां अपनी पत्नी और बेटा-बहू के साथ रहते हैं। उनका बेटा 54 साल का तुषार शुक्ला करीब दो साल से तनाव में था। शनिवार शाम करीब साढ़े 5 बजे तुषार ने ब्लेड से अपने हाथ की नस काट ली। जब उन्हें लगा कि हाथ की नस काटने से जान नहीं जाएगी तो खुद ही ब्लेड से गले पर हमला कर दिया। खून से लथपथ तुषार शुक्ला को उनकी पत्नी सौम्या और बेटा समेत परिजन हजेला अस्पताल लेकर पहुंचे, वहां डॉक्टर ने बताया कि तुषार की मौत हो चुकी है।

दो बार पहले भी कर चुके थे आत्महत्या का प्रयास

पुलिस की प्राथमिक पूछताछ में पता चला कि तुषार पूर्व में भी दो बार आत्महत्या का प्रयास कर चुके हैं। वे इन दिनों घर में रहते थे और पूरे समय अलग-अलग किताबें पढ़ते थे। पुलिस का कहना है कि अभी शोकाकुल परिजन के विस्तृत बयान नहीं हो सके हैं। पूछताछ में पता चला कि है

स्वजन तुषार को हजेला अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। अस्पताल  पहुंचने पर डाक्टरों ने भी उनको मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की है। रविवार को उनका पोस्टमार्टम कराया गया पूर्व डीजीपी के परिवार को इस हादसे ने तोड़ दिया है।

पुलिस ने कहा कि अभी परिवार की हालत को देखते हुए आत्महत्या के कारणों के संबंध कोई पूछताछ नहीं हो पाई है। तुषार के पिता परिवार में माता-पिता, पत्नी और एक बेटा है। तुषार के पिता छत्तीसगढ़ की स्थापना के बाद एक नवम्बर 2000 को पहले डीजीपी बनाए गए थे। उन्होंने 26 मई 2001 तक पुलिस बल का नेतृत्व किया।

सेवानिवृत्ति के बाद वे भोपाल के वैशाली नगर में ही रहते थे। परिवार में भी अकेले हो गए  पुलिस के अनुसार 54 वर्षीय तुषार शुक्ला पिछले दो वर्षों से गंभीर अवसाद से जूझ रहे थे। उनका उपचार चल रहा था। इस दौरान वे ज्यादा न तो बाहर आते-जाते थे और न ही बाहरी लोगों से मिलते थे।

एक तरह से उन्होंने खुद को घर में कैद कर लिया था। वे परिवार के बीच भी खुद को अकेला महसूस कर रहे थे। दो बार पहले भी खुदकुशी की कोशिश कर चुके थे तुषार शुक्ला का अवसाद इस हद तक आत्मघाती हो चुका था कि वे जान देने की बार-बार कोशिश करते थे।

पिछले दो वर्षों में उन्होंने दो बार अपने हाथ की नस काटी थी। स्वजनों ने समय पर उनको देखकर अस्पताल पहुंचा दिया, जिससे उनकी जान बच गई। लेकिन परिवार उन्हें अवसाद से नहीं बचा पाया। अंत में इसी अवसाद ने उनकी जान ले ली।

छत्तीसगढ़ के प्रथम पुलिस महानिदेशक श्री मोहन शुक्ला के इकलौते सुपुत्र तुषार शुक्ला के निधन पर छत्तीसगढ़ प्रदेश सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी कल्याण एसोसिएशन के सदस्यों ने दुख व्यक्त करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी है श्रद्धांजलि देने वालों में मध्य प्रदेश के सेवानिवृत्ति पुलिस महानिदेशक सुरेंद्र सिंह , संत कुमार पासवान,शिव शंकर लाल, आर के विंज, अमरनाथ उपाध्याय, एम, डब्ल्यू .अंसारी, रामनिवास, रमेश चंद्र शर्मा,बलराम प्रसाद चंद्रवंशी, बीबीएस ठाकुर, आरपी शर्मा ,दिग्विजय सिंह परिहार, अजीत कुमार यादव, वीरेंद्र सतपति, भारत भूषण शर्मा, रविंद्र उपाध्याय, दिलीप सिंह राठौर, वीएस दवे ,सुरेश चंद्र गोस्वामी ,राकेश कुमार जोशी, कविलाश टंडन, विश्वास चंद्राकर, अनिल पाठक, रामकुमार शर्मा, राजेंद्र प्रसाद शर्मा, जगदीश उइके ,जीसी पति, रोहित बघेल, संतोष सिंह गौर, बलराम हिरवानी, दिनेश कुमार त्रिपाठी ,लल्लन सिंह, उमेश अवस्थी ,महादेव  तिवारी, विनोद कुमार पहाड़े, सुरेश तिवारी, सुरेश पौराणिक, टीएस ख्वाजा, सत्येंद्र पांडेय,टीकमचंद टाटिया, एनके साहू, महेश सिंन्हा ,राजेंद्र प्रसाद यादव,डी एन पाण्डेय, विजय शर्मा, जालम सिंह पटेल, श्याम सुंदर शर्मा, नवीन शंकर चौबे,विनय सिंह, पृथ्वी दुबे, सहित सेवानिवृत पुलिस अधिकारियों ने शोक व्यक्त करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।


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