मित्तल की क्रिटिकल केयर टीम को बड़ी सफलता, प्रसूता की बचाई जान..=.

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भिलाई नगर 16 मार्च 2023। मित्तल हॉस्पिटल भिलाई की क्रिटिकल केयर टीम को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है. एक 28 वर्षीय सद्यप्रसूता को वेंटीलेटर पर अत्यंत गंभीर स्थिति में यहां लाया गया था. 18 जनवरी को शहर के एक अन्य अस्पताल में उनका सिजेरियन हुआ था. भारी रक्तस्राव के कारण मरीज की हालत बहुत खराब थी. मित्तल की क्रिटिकल केयर टीम न केवल मरीज को वेंटीलेटर से बाहर लाने में सफल रही बल्कि उसे एक नया जीवन देने में भी कामयाब रही.


मित्तल के किडनी विशेषज्ञ डॉ विजय वच्छानी ने बताया कि भारी रक्तस्राव के कारण मरीज की हालत बहुत खराब थी. उसकी किडनी जवाब दे चुकी थी और मूत्र विसर्जन न के बराबर हो रहा था. दरअसल, यह एक जटिल प्रेगनेंसी थी. गर्भावस्था के दौरान मरीज का रक्तचाप लगातार बढ़ा रहा था. नौवें महीने में ही मरीज का रक्तस्राव शुरू हो गया था जिसके कारण इमरजेंसी में उसकी सिजेरियन करनी पड़ी थी. पर इसके बाद भी रक्तस्राव रुक नहीं रहा था. मरीज को 12 यूनिट रक्त चढ़ाना पड़ा. इस बीच मरीज संक्रमण का शिकार हो गई. संक्रमण फेफड़ों तक जा पहुंचा और किडनियों ने काम करना बंद कर दिया.


मरीज को जब मित्तल लाया गया तो न केवल वह संक्रमित थी बल्कि उसके शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा काफी गिर चुकी थी. साथ ही प्रोटीन की भी कमी हो गई थी. किडनियां काम नहीं कर रही थीं. हृदय भी केवल 25 प्रतिशत ही काम कर पा रहा था. मरीज का वेंटीलेटर सपोर्ट हटाने की तमाम कोशिशें पिछले अस्पताल में, जहां से उसे यहां लाया गया था, असफल रही थी. मित्तल में सबसे पहले मरीज की डायलिसिस शुरू की गई ताकि बॉडी फ्लूइड्स को संतुलित स्तर पर लाया जा सके.


12 फरवरी को मरीज को मित्तल लाया गया था. लगभग 25 दिनों तक वेंटीलेटर पर रहने के कारण वह वेंटीलेटर डिपेंडेंट हो गई थी. वेंटीलेटर सपोर्ट हटाने के लिए हमने चरणबद्ध योजना बनाई और धीरे-धीरे मरीज को वेंटीलेटर से बाहर लाने में सफल रहे. मरीज की फेफड़ों की हालत सुधारने के लिए फिजियोथेरेपी प्रारंभ की गई साथ ही शरीर में पोषक तत्वों तथा प्रोटीन की कमी को सही पोषण से दूर किया गया. साथ ही संक्रमण का भी सफलतापूर्वक इलाज किया गया.


धीरे-धीरे मरीज ने रिस्पांस देना शुरू किया और 50 दिन बाद हम उसे वेंटीलेटर से बाहर लाने में सफल रहे. मरीज को 13 मार्च को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. मरीज अब भी डायलिसिस पर है. किडनी की बायप्सी कर उसकी स्थिति की जांच की जाएगी. मित्तल की क्रिटिकल केयर टीम के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है.


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