भाजपा नेताओं को गौशाला और गौठान के अंतर की समझ नहीं – भूपेश बघेल
00 मुख्यमंत्री ने कसा तंज, कहा चुनाव आते ही सक्रिय हुए भाजपाई…..

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रायपुर 22 मई 2023 : रामपुर विधानसभा में भेंट मुलाकात कार्यक्रम में जाने के पूर्व राजधानी में पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी की मुहिम ‘चलबो गौठान खोलबो पोल’ पर बयान दिया है।छत्तीसगढ़ में इन दिनों बीजेपी नेता रोजाना गौठानों का दौरा कर रहे हैं। ‘चलबो गौठान खोलबो पोल’ अभियान के तहत तमाम बीजेपी के नेता गौठानों का दौरा करके वहां की हकीकत जनता के सामने लाने की बात कह रहे हैं। उनके इस अभियान को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तंज कसा है।

इसके अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इन दिनों वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात को लेकर तारीफ की। और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे पर भी सवाल उठाया है।

चुनाव आया तो गौशाला की याद आई

उन्होंने कहा, बीजेपी को गौशाला और गौठान में अंतर समझ में नहीं आता है। और दूसरी बात ये है कि बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमने वाले, उनकी गाड़ियों में विदेशी कुत्ते रहते हैं, अब ये गाय और गरवा के बारे में क्या समझेंगे। चुनाव आ गया तब गौठान जा रहे हैं। उससे पहले नहीं गए थे।

आगे कहा, गौठान जा रहे हैं अच्छी बात है। लेकिन कुछ अच्छे सुझाव देना चाहिए। जिसे हम भी अमल कर सकें। कुछ कमी या खामियां है उसको सुधार सकें। लेकिन 1 दिन गोढ़ी के गौठान में गए और बता दिया कि 13 करोड़ का घोटाला हो गया। इनकी स्क्रिप्ट पहले से तय थी और फिर इन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लिया।

छत्तीसगढ़ के मॉडल को देश-दुनिया में सराहना होती है…

भूपेश बघेल ने कहा, मध्यप्रदेश गौ-सेवा आयोग के अध्यक्ष आए थे, तारीफ करके गए। केंद्रीय मंत्री सांसदों की टीम तारीफ करके गई। गुजरात की टीम आ गई, कितनी ही विधानसभा की टीम आई-गई जो अध्ययन करके जा रही है। और इनको भ्रष्टाचार नजर आ रहा है।

भूपेश बघेल बोले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश जाते हैं, तो विदेशों से हमारे क्या संबंध बने और देश को क्या लाभ मिला, ये भी बताना चाहिए। न कि ये बताना चाहिए कि कौन ऑटो ग्राफ ले रहा है और कौन पैर छू रहा है। इससे बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है। अगर कोई राष्ट्र अध्यक्ष या प्रधानमंत्री दूसरे देश की यात्रा करते हैं तो उससे कूटनीतिक क्या लाभ हुआ और उसके बाद दोनों देश के आपसी संबंध में कितनी मजबूती आई उसके साथ-साथ व्यापार व्यवसाय में कितना इजाफा हुआ। अगर यह आंकड़े आएं तो निश्चित रूप से देश के लिए लाभदायक होगा, पैर छूना और गले मिलना एक शिष्टाचार है।

भूपेश बघेल ने कहा, राष्ट्रीय नेताओं से नीतीश कुमार की लगातार मुलाकात हो रही है। मल्लिकार्जुन खड़गे से भी बेंगलुरु में उनकी मुलाकात हुई। नीतीश कुमार और वे एक साथ बैठे थे। अच्छा है वरिष्ठ नेता विपक्ष के सारे नेताओं को एकजुट करने के अभियान में लगे हैं। मुझे विश्वास है कि नीतीश कुमार इसमें सफल होंगे।


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