भिलाई नगर 19 अक्टूबर 2023. धोखाधड़ी के मामले में अपराध दर्ज होने के बावजूद खुलेआम शहर में घूम रहे भाजपा नेता को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया इस नेता पर आप है कि इसने अपने दोस्त के साथ 15 लाख की ठगी की है इतना ही नहीं कुछ छात्राओं को मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर भी इस आरोपी ने चुना लगाया है जिसकी भी शिकायत सुपेला थाना और स्मृति नगर पुलिस चौकी में की गई है किंतु पुलिस उसे पर कार्यवाही करने के बजाय आरोपी को संरक्षण देने में लगी हुई थी ।
दुर्ग पुलिस ने छत्तीसगढ़ भाजयुमो के प्रदेश कार्य समिति के सदस्य राहुल परिहार को गिरफ्तार कर लिया है। उसने अपने दोस्त दीपक मदान के साथ पहले तो 15 लाख रुपए की ठगी की। जब उसने अपने रुपए मांगे तो उसे जान से मारने की धमकी दी। जामुल पुलिस ने राहुल के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज तो किया, लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं कर रही थी। नए एसपी के निर्देश में उसे रविवा को गिरफ्तार किया गया।
जामुल इंडस्ट्रियल एरिया में लघु उद्योग चलाने वाले दीपक मदाने ने राहुल परिहार के खिलाफ जून 2023 में धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कराया था। उसने जामुल पुलिस को शिकायत में बताया था कि राहुल परिहार सुंदर विहार कॉलोनी कुरुद रोड भिलाई में रहता है।
राहुल भाजयुमो नेता के साथ ही सेकेंड हैंड कार खरीदी बिक्री का काम करता है। राहुल और उसका परिचय बचपन से है। एक साल पहले राहुल अपने कर्मचारी खुर्सीपार निवासी रवि मिश्रा के साथ उसके पास आया था। उसने बताया कि वो सेकंड हैंड गाड़ियां खरीदी-बिक्री का व्यवसाय करता है। ज्यादा पैसे नहीं होने से वह इसे आगे नहीं बढ़ा पा रहा है।
उसने कहा कि इस बिजनेस में अच्छी कमाई है, यदि वो इसमें इनवेस्ट करेगा तो उसे भी अधिक फायदा होगा। दीपक राहुल की बातों में आ गया। दोस्ती के विश्वास में उसने उसेक बिजनेस में 15 लाख रुपए लगा दिया।
एसएसपी के निर्देश पर की गई गिरफ्तारी
मामला दर्ज होने के बाद भी भाजयुमो नेता राहुल परिहार खुलेआम भिलाई में घूम रहा था। इसके बाद भी जामुल पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही थी। दुर्ग के नए एसएसपी रामगोपाल गर्ग से जब कांग्रेस के लोगों ने मामले की शिकायत की तो उन्होंने तुरंत जामुल थाना प्रभारी को निर्देश दिया। इसके बाद जामुल पुलिस ने रविवार सुबह राहुल को उसके घर से गिरफ्तार किया। देर शाम तक पूछताछ के लिए बुलाए जाने की बात कहने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। राहुल का सह आरोपी रवि मिश्रा पहले ही दूसरी प्रकरण में जेल में है।
दोस्तों-रिश्तेदारों से उधार लेकर दिए 15 लाख रुपए
दीपक ने जामुल पुलिस को बताया कि बीते 30 जून 2023 को उसने 3 लाख रुपये राहुल को दिए। फिर अपने दोस्तों व रिश्तेदारों से लेकर दो और किस्तों में 12 लाख रुपये दिए। इस तरह उसने राहुल को कुल 15 लाख रुपये दे दिए थे।
राहुल ने अपने कर्मचारी रवि मिश्रा के जरिए पांच साल पुरानी एक कार उसके घर के पास लाकर रखवा दिया। बताया कि कार के मालिकों ने उसे गिरवी रखा है। वो लोग दो से तीन महीने में उसे छुड़ाकर ले जाएंगे।
तीन महीने बाद कुछ लोग दीपक के घर आए और कार को अपना बताकर उसे ले जाने लगे। जाने लगे। दीपक ने राहुल से संपर्क किया तो राहुल ने कहा कि वो कार दे दे। वो उनसे एक-एक पैसा दिलवा देगा। यदि उनको कार नहीं मिली तो वो लोग पुलिस के पास चले जाएंगे। इस पर दीपक ने कार उन लोगों को दे दिया।
पैसा मांगने पर दी जान से मारने की धमकी जब दीपक के घर आए लोग कार लेकर चले गए तो उसने राहुल को फोन किया। दीपक ने राहुल से कहा कि वो उसे उसके पैसे लौटा दे। इससे राहुल गुस्से में आ गया और उसने उसके साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। राहुल ने दीपक को देख लेने और जान से मारने की धमकी भी दी।
राजनीतिक पहुंच हवाला देकर की ठगी
राहुल परिहार ने दीपक को अपनी राजनीतिक पहुंच का भी हवाला दिया। उसने कहा कि वह उसे जान से मरवा देगा। उसकी पहुंच ऊंची है। पुलिसवाले भी उसे सैल्यूट करते हैं। कोई उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।
सुपेला थाने में भी दर्ज है धोखाधड़ी का केस
भाजपा नेता राहुल परिहार के खिलाफ धोखाधड़ी का ये पहला मामला नहीं है। सुपेला थाने में भी उसके खिलाफ एक धोखाधड़ी का अपराध दर्ज है। पुलिस का कहना है कि वो मामले की जांच कर रही है, लेकिन राजनीतिक संरक्षण के चलते पुलिस उसे गिरफ्तारी नहीं कर पा रही है।