भिलाई स्टील प्लांट के ब्लास्ट फर्नेस-8 ‘महामाया’ ने 11 मिलियन टन उत्पादन का मनाया जश्न

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भिलाई नगर 15 दिसंबर 2022:! सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी, अनिर्बान दासगुप्ता, के नेतृत्व में 15 दिसंबर, को ब्लास्ट फर्नेस-8 (महामाया) ने ब्लास्ट फर्नेस-8 के कंट्रोल रूम में 11 मिलियन टन संचयी उत्पादन करने का केक काटकर जश्न मनाया। रंगीन गुब्बारों से सज्जित ब्लास्ट फर्नेस-8 के कंट्रोल रूम में आज उत्सव का माहौल था। विदित हो कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र की सबसे बड़ी ब्लास्ट फर्नेस, ब्लास्ट फर्नेस-8 ने 12 दिसंबर 2022 को 11 मिलियन टन संचयी उत्पादन को सबसे कम समय में प्राप्त करने वाला सेल की पहला ब्लास्ट फर्नेस बनने में कामयाबी हासिल की है। इस अवसर पर निदेशक प्रभारी (डीएसपी और आईएसपी) बी पी सिंह भी उपस्थित थे।

संयंत्र के निदेशक प्रभारी,  अनिर्बान दासगुप्ता, कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक (खदान),  तपन सूत्रधार, कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन),  एम एम गद्रे, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं),  एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) ए के चक्रवर्ती, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा), डाॅ ए के पंडा, तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डाॅ एम रविन्द्रनाथ की उपस्थिति में केक काटा गया। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (आयरन),  तापस दासगुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक (ब्लास्ट फर्नेस) सौम्य टोकदार सहित संयंत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण तथा ब्लास्ट फर्नेस-8 बिरादरी उपस्थित थे। 

संयंत्र के निदेशक प्रभारी,  अनिर्बान दासगुप्ता ने महामाया टीम के सदस्यों और सभी सहायक शाॅप्स और विभागों को समान क्षमता वाले सेल के अन्य दो ब्लास्ट फर्नेसों में सबसे तेज 11 मिलियन टन संचयी उत्पादन करने के लिए बधाई दी। ब्लास्ट फर्नेस-8 ने 10 मिलियन टन से 11 मिलियन टन की यात्रा को 144 दिन के रिकॉर्ड समय में पूरा किया।

टीम महामाया, ब्लास्ट फर्नेस बिरादरी और संबंधित शाॅप्स और विभागों के सदस्यों को बधाई देते हुए श्री दासगुप्ता ने कहा कि यह हम सभी के लिए खुशी का अवसर है कि ब्लास्ट फर्नेस-8 सबसे तेज इस मुकाम को हासिल करने वाला सेल का ब्लास्ट फर्नेस बन गया है। हमें इस टीम से काफी उम्मीदें हैं। मुझे उम्मीद है कि ब्लास्ट फर्नेस-8 में एक त्रुटिहीन सुरक्षा रिकॉर्ड बनाए रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें कच्चे माल की गुणवत्ता में सुधार और स्लैग दर को कम करने की दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें आगे बढ़ने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के लिए एप्लिकेशन तलाशने होंगे। 

निदेशक प्रभारी (डीएसपी और आईएसपी) बी पी सिंह ने अपने संबोधन में बीएसपी के ब्लास्ट फर्नेस में काम करते हुए अपनी अनुभव को याद किया। उन्होंने कहा कि हमें कोक की दर कम करनी चाहिए, सीडीआई दर बढ़ानी चाहिए तथा साथ ही कार्बन-डाइ-आॅक्साइड उत्सर्जन को भी कम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य कम समय अवधि में अगला मील का पत्थर हासिल करना होना चाहिए। कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार ने ब्लास्ट फर्नेस-8 सभागार में मिल बिरादरी को संबोधित करते हुए कहा कि हमें चुनौतियों का सामना करने और अपने सिस्टम में और सुधार लाने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने ब्लास्ट फर्नेस-8 बिरादरी को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। 

उल्लेखनीय है कि 12 दिसंबर 2022 को ब्लास्ट फर्नेस-8 ने 11 मिलियन टन संचयी उत्पादन के मील को पत्थर पार कर लिया है। 10 मिलियन टन से 11 मिलियन टन तक की यात्रा में 144 दिन लगे। ब्लोइंग इन के बाद ब्लास्ट फर्नेस-8 ने 1775 दिनों में 11 मिलियन टन संचयी उत्पादन हासिल किया जो कि  समान क्षमता वाले राउरकेला स्टील प्लांट के ब्लास्ट फर्नेस से 1830 दिन और इस्को स्टील प्लांट के ब्लास्ट फर्नेस से 2067 दिन में पहले 11 मिलियन टन संचयी उत्पादन करने में सफल हुआ था।   

मुख्य महाप्रबंधक (ब्लास्ट फर्नेस) सौम्य टोकदार, ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और आश्वासन दिया कि बीएफ 8 टीम जोश के साथ काम करेगी और दिए गए लक्ष्य को प्राप्त करेगी। प्रबंधक (पी-बीएफ एंड एसजीपी) सुश्री अनुराधा साहा ने कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में 11 मिलियन टन के संचयी उत्पादन की इस यात्रा को एक लघु फिल्म के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। इस अवसर पर संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता एवं वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा ब्लास्ट फर्नेस-8 के परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया। 


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