भिलाईनगर 11 मार्च 2024 :- कारगिल में जौहर दिखाने वाले जाबांज सुबेदार संतोष 30 वर्ष सेवा उपरांत लौटे भिलाई, विधायक रिकेश ने किया अभिनंदन भारतीय सेना में जूनियर कमीशन अधिकारी पद से रिटायर्ड 30 वर्षों की सेवा देकर भिलाई का बेटा संतोष माली आज 12 बजे इंटरसिटी एक्सप्रेस से पावर हाउस रेलवे स्टेशन पहुंचे।
पावर हाउस रेलवे स्टेशन पर उनका स्वागत कर गाजे बाजे के साथ किया गया। वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने उनकी अगुवानी कर नाम, नमक और निशान के प्रति वफादारी, शौर्य, साहस, त्याग, बलिदान के सबक को अपना कर सेवानिवृत्त हुए जाबांज सुबेदार संतोष को बधाई दी।
आपको बता दें कि 17 जून 1976 भिलाई-३ बजरंग पारा में माली परिवार में जन्में संतोष ने जनता स्कूल भिलाई-3 से 11वीं तक शिक्षा प्राप्त कर स्कूल के दौरान खेलों में एवं भारतीय स्काउट में भी जनता स्कूल का नाम रौशन किया था। 24 फरवरी 1994 को साढ़े 16 वर्ष की उम्र में भारतीय सेना में चयनित हुए। इनका प्रशिक्षण एक सैनिक के रूप में एओसी सिकंदराबाद में हुआ। सेना में बेस्ट ग्रुप सोल्जर और बेस्ट फायर का मेडल प्राप्त किया !
कमांडेए एओसी सेंटर द्वारा सम्मानित ट्रेनिंग के बाद 1995 में पहली पोस्टिंग अंबाला छावनी में हुई। इसी दौरान 3 मई 1999 को कारगिल युद्ध ऑपरेशन विजय में एक सिपाही की बेहतर भूमिका अदा करने के बाद संतोष की दूसरी पोस्टिंग 1998 में श्रीनगर छावनी में हुई।
खेलों में हमेशा रुचि रखते हुए 14 किमी रन में लगातार 4 साल प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए गोल्ड मेडल जीता। वो 2019 में भारतीय सेना में जूनियर कमीशंड अफसर बने। अपनी 30 साल सेवा के दौरान संतोष ने ऑटोमोबाइल एवं इंदिरा गाँधी ओपन यूनिवर्सिटी से सिक्योरिटी और इन्वेंटरी मैनेजमेंट डिप्लोमा में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
इंस्टिट्यूट ऑफ कोआपरेटिव मैनेजमेंट हैदराबाद से स्माल बिजनेस रूरल एंटर प्रेन्योरशिप में उन्हें प्रथम स्थान मिला। आज सुबेदार संतोष कुमार माली ने छत्तीसगढ़ के नौजवानों को भारतीय सेना में भर्ती होकर, अग्नीवीर में भर्ती होकर अपने देश का, माता पिता का नाम रौशन करने का संदेश देते हुए कहा कि मैं चाहता हूँ कि आप सब अग्निवीर में शामिल होकर सोल्जर बनें, सभी सोल्जर हों तो कोई भी दुश्मन देश हमारे देश पर आँख उठाने कि हिम्मत नहीं कर सकता।