भिलाई नगर 05 फरवरी 2024 :- सीबीआई द्वारा नगर सेवा विभाग भवन में आज बीएसपी के जूनियर हेल्थ इंस्पेक्टर को ₹5000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। पूरा मामला प्रार्थी से रिश्वत लेकर थर्ड पार्टी क्वार्टर अलॉटमेंट का बताया गया है। सीबीआई ने अभी तक शिकायतकर्ता का नाम जग जाहिर नहीं किया है।
उल्लेखनीय है कि भिलाई इस्पात संयंत्र में लंबे समय के बाद सीबीआई ने किसी को रिश्वत लेते हुए दबोचा है बताया जाता है कि रिश्वत लेने के संबंध में कार्यवाही करने के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र में विजिलेंस विभाग है जिसमें अच्छे खासे स्टाफ तैनात है किंतु भिलाई इस्पात संयंत्र के इतिहास में अब तक विजिलेंस विभाग ने किसी को भी रिश्वत लेते हुए नहीं दबोचा है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक नगर सेवा विभाग के एनफोर्समेंट डिपार्मेंट में अस्थाई तौर पर कार्यरत कर्मचारी सेक्टर 02 निवासी समशुलजमा खान पर्सनल नंबर 403071 के द्वारा मकान आवंटन के लिए रिश्वत की मांग प्रार्थी से की गई थी। दोनों के पक्षों के मध्य ₹5000 में सौदा तय हुआ था। योजना के अनुसार प्रार्थी के द्वारा इसकी शिकायत केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो सीबीआई रायपुर से कर दी गई थी।
CBI की 10 सदस्यी टीम DSP के नेतृत्व में इंदिरा पैलेस सिविक सेंटर स्थित नगर सेवा विभाग भवन में आज बीएसपी कर्मी समशुल जमा खान को ₹5000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। समशुल जमा खान को पकड़ने वाली सीबीआई टीम अपने साथ ले गई है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक समशुल जमा मूलतः बीएसपी के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट में जूनियर हेल्थ इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है।विगत चार माह से उसे मैनपावर की कमी के कारण अस्थाई तौर पर प्रवर्तन विभाग में भेजा गया था। फिलहाल उसे प्रवर्तन विभाग पर कोई भी कार्य नहीं दिया गया था।
बीएसपी के जनसंपर्क विभाग का पक्ष
आज 5/2/2024 को लगभग 3:30 बजे सीबीआई की एक टीम नगर सेवाएं विभाग के एनफोर्समेंट विभाग में पहुंची । उन्होंने शमसुज्जामा, ख़ान पर्सनल नंबर 403071– जूनियर हेल्थ इंस्पेक्टर का टेबल के बारे में पूछा। उन्हें बताया गया की शमसुज्जामा चार महीने पहले ही पब्लिक हेल्थ विभाग से अस्थाई तौर पर एनफोर्समेंट विभाग में पदस्थ हुए हैं। उन्हें अभी तक कोई टेबल एलोट नहीं हुआ है ना हीं कोई विशेष कार्य दिया गया है। टीम ने श्री शमसुज्जामा के मीटिंग के दौरान बैठने वाली कुर्सी के सामने के टेबल की तलाशी ली। कोई भी संबंधित कागजात नहीं मिला तो वे सर्च रिपोर्ट देकर चले गए। उन्होंने बताया कि श्री शमसुजजामा को उन्होंने अपने कस्टडी में किसी अपराध के संबंध में लिया है। विवेचना जारी है।