रायपुर 19 मई 2023 । छत्तीसगढ शराब घोटाले में ईडी ने आईएएस निरंजन दास को पूछताछ के लिए समन भेजा है.शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय ने शराब घोटाला मामले में कारोबारी अनवर ढेबर, नितेश पुरोहित, त्रिलोक ढिल्लों समेत आबकारी विभाग के अधिकारी एपी त्रिपाठी को अदालत में पेश किया। रायपुर की विशेष अदालत में दिनभर चली सुनवाई के बाद कारोबारी ढेबर और नितेश पुरोहित को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
वही रिमांड खत्म होने के उपरांत ईडी ने रिमांड पर चल रहे चारों अभियुक्तों को विशेष अदालत में पेश किया जहां सुनवाई के उपरांत अनवर ढेबर व होटल व्यवसाई नितेश पुरोहित को जेल भेजने का आदेश दिया वही आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुण पति त्रिपाठी तथा होटल व्यवसाई शराब कारोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लन उर्फ पप्पू को 4 दिन के रिमांड पर ईडी को पुनः सौंप दिया गया आरोपी अनवर डे बने जमानत को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है जिस पर 29 मई को सुनवाई होगी
बता दें कि छत्तीसगढ़ में हुए 2000 करोड़ रुपए के कथित शराब घोटाला मामले में ईडी गिरफ्त में चल रहे अभियुक्तों को आज ईडी विशेष अदालत में पेश किया. ईडी ने कारोबारी अनवर ढेबर, नितेश पुरोहित, त्रिलोक सिंह ढिल्लन उर्फ पप्पू ढिल्लन और आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी की 4 दिन की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में पेश किया है
. ईडी के अधिकारी अनवर ढेबर, नितेश पुरोहित, पप्पू ढिल्लन और CSMCL के पूर्व एमडी एपी त्रिपाठी से लगातार शराब घोटाले मामले में पूछताछ कर रहे हैं. हर रोज ईडी अभियुक्तों से 14 से 18 घंटे पूछताछ कर रही है. ईडी ने आज चारों आरोपियों को विशेष न्यायधीश अजय सिंह राजपूत की अदालत में मेडिकल मुआवजा के उपरांत पेश कर अरुण पति त्रिपाठी त्रिलोक सिंह ढिल्लन कि रिमांड की मांग की विशेष न्यायाधीश ने सुनवाई के उपरांत त्रिपाठी और ढिल्लन को 4 दिन के रिमांड पर ईडी के हवाले कर दिया गया वही अनवर व पुरोहित को जेल भेजने का आदेश जारी किया।
ईडी रिमांड पर चल रहे रायपुर महापौर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी. यह सुनवाई 16 मई को होनी थी. लेकिन जमानत याचिका पर सुनवाई की तारीख आगे बढ़ा दी गई है. अब 29 मई को जमानत याचिका पर सुनवाई होगी.
ईडी ने अपनी प्रेस रिलीज में किया है 2 हजार करोड़ के भ्रष्टाचार का दावा
छत्तीसगढ़ में ताबड़तोड़ छापे के बाद ईडी ने एक प्रेस रिलीज जारी करके शराब घोटाले की जानकारी दी थी। ईडी का दावा है कि साल 2019 से 2022 के बीच प्रदेश में बड़ा शराब घोटाला हुआ है। जिसमें 2 हजार करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिले हैं। उन्होंने अपनी जांच में ये खुलासा किया है कि अनवर ढेबर छत्तीसगढ़ में एक सिंडिकेट चला रहे हैं, और उसमें बड़े नेताओं के अलावा सीनियर अफसरों का भी सपोर्ट है। जिसमें एक ऐसा नेटवर्क तैयार किया गया है कि, छत्तीसगढ़ में बेचे जाने वाली शराब की हर बोतल पर अवैध वसूली की जा रही थी। ईडी ने कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत की है।