भिलाई नगर 01 अप्रैल 2024:- कांग्रेस के पूर्व नेता ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल न उठाने की सलाह दी है। कहा कि जब छत्तीसगढ़, हिमाचल व कर्नाटक में कांग्रेस ने जीतकर सरकार बनाई, तब ईवीएम में खराबी नजर नहीं आई। अपनी संभावित हार देखकर पहले से ही ईवीएम का बहाना शुरू कर दिया है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के सह पर्यवेक्षक कोहका निवासी पूर्व क्रेडा सदस्य व कांग्रेस नेता विजय साहू एक समय में जिले की राजनीतिक के चाणक्य माने जाने वाले स्व. वासुदेव चंद्राकर व पूर्व सीएम भूपेश के बेहद खास थे। 2023 के चुनाव में उन्होंने वैशाली नगर से टिकट की मांग की थी। टिकट नहीं मिलने के बावजूद वे कांग्रेस से जुड़े रहे। दुर्ग जिले के नेताओं को दूसरे लोकसभा में टिकट देने से कांग्रेस से नाराज हो गए। उन्होंने साथियों के साथ प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
पत्रकारों से चर्चा के दौरान विजय साहू ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखे पत्र में लिखा है कि विगत दिनों विभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से ज्ञात हुआ कि आपके द्वारा चुनाव आयोग एवं ईवीएम मशीन के कार्य प्रणाली पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है और निष्पक्ष चुनाव नहीं होने के संबंध में बयान दिया गया एवं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को सभी लोकसभा क्षेत्र में अधिक से अधिक नामांकन फर्म जमा करने की नसीहत दी गई ताकि ईवीएम मशीन के माध्यम से चुनाव ना हो पाए। भारत के निष्पक्ष एजेंसी चुनाव आयोग एवं अन्य स्वतंत्र एंजेसियों पर समय-समय पर आप पक्षपात का आरोप लगाते हैं, ऐसा लगता है देश के संविधान, देश के समस्त स्वतंत्र एजेंसी एवं देश की जनता के निर्णय पर आपका भरोसा नहीं रहा, जो अत्यंत दुर्भाग्य जनक है।
1. पहले आपके नेतृत्व में 2018 में छत्तीसगढ़ विधानसभा का चुनाव हुआ, जिसमें आपके एवं कांग्रेस के सर्वे के अनुसार कांग्रेस को 50 से 55 सीट मिलने की संभावना थी, पर छत्तीसगढ़ के आम जनता ने आपके मशां एवं अनुमान से आगे बढ़कर आपको 68 सीटों पर विजयश्री प्रदान किया, उस समय आपको ईवीएम मशीन एवं चुनाव आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाना था।
2. दूसरा हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में जिसमें आपको अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने हिमाचल प्रदेश का आब्जर्वर नियुक्त किया था, वहां कांग्रेस ने 40 विधानसभा सीट जीती और सरकार बनाई, उस वक्त आपको ईवीएम मशीन एवं चुनाव आयोग में दोष बताना था।
3. तीसरा कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस पार्टी ने बहुमत से 135 विधानसभा सीट जीतकर सरकार बनाई, तब ही आपको ईवीएम मशीन एवं चुनाव आयोग के द्वारा किए गए कार्यों पर सवाल उठाना था।
- अभी कुछ दिनों पहले तेलंगाना में विधानसभा चुनाव में 64 सीट जीतकर कांग्रेस की सरकार बनी, तब तो आपको ईवीएम मशीन एवं चुनाव आयोग की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करना था।
आपके कुशासन एवं परिवारवाद के कारण 2023 छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में जनता जनार्दन ने आपको सत्ता से बाहर जाने का रास्ता दिखा दिया, तो अब आपको ईवीएम मशीन व चुनाव आयोग पर दोषारोपण नहीं करना चाहिए।
आप इस तरह दूसरों को कब तक जिम्मेदार ठहराते रहेंगे, आज जरूरत है आपको अपने अंदर स्वयं की खामियों को जानकर उसे दूर करने की।
परंतु लोकसभा चुनाव 2024 के आते-आते यह स्पष्ट हो रहा है की पार्टी में तानाशाही एवं साम्राज्यवाद का चलन और ज्यादा बढ़ गया है, इसलिए एकमात्र दुर्ग जिले से अन्य कई जिलों के लोकसभा क्षेत्र में प्रत्याशी बनाकर भेजा जा रहा है, इसलिए क्योंकि विधानसभा चुनाव में आम जनता द्वारा बुरी तरीके नकार से निकल गए प्रत्याशियों को लोकसभा का टिकट दिया जा रहा है, जिससे क्षेत्रीय ऊर्जावान एवं निष्ठावान कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ा जा रहा है। अब समय आ गया है कि प्रदेश की जनता का निर्णय आप शिरोधार्य करें एवं भारतीय चुनाव आयोग द्वारा घोषित निष्पक्ष 2024 लोकसभा चुनाव के बारे में संदेह करने के बजाय चुनाव का स्वागत एवं सहयोग करें, क्योंकि लोकतंत्र में हार-जीत चलती रहती है।