ब्रेकिंग:-  बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी का निधन…. गले के कैंसर से थे पीड़ित दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस…

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नई दिल्ली 13 मई 2024:-  बिहार के पूर्व डिप्टी CM और बीजेपी के सीनियर नेता सुशील मोदी का निधन हो गया। दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली है। वे कई महीनों से बीमार चल रहे थे। गले के कैंसर से पीड़ित थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ,छत्तीसगढ़ के विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ,मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ,उपमुख्यमंत्री अरुण साव, छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष  किरण देव पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पांडेय पूर्व राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय, वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ,भिलाई शहर जिला भाजपा अध्यक्ष महेश वर्मा, पूर्व साडा अध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल ने शोक व्यक्त करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।

बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने सोशल मीडिया X पर लिखा, बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी अब हमारे बीच नहीं रहे। पूरे भाजपा संगठन परिवार के साथ-साथ मेरे जैसे असंख्य कार्यकर्ताओं के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है। अपने संगठन कौशल, प्रशासनिक समझ और सामाजिक राजनीतिक विषयों पर अपनी गहरी जानकारी के लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे। ईश्वर दिवंगत आत्मा को चिरशांति और परिजनों को इस शोक की घड़ी में संबल प्रदान करें।

कैंसर वक्त नहीं देता- यह आज भी उतना ही साबित तथ्य है। वरना, बिहार की राजनीति के पुरोधा सुशील कुमार मोदी अपने कैंसर की सूचना देने के 40 दिनों बाद ही रुखसत नहीं हो जाते। बिहार में भारतीय जनता पार्टी की लंबे समय तक पहचान रहे दिग्गज नेता सुशील कुमार मोदी को कैंसर ने लील लिया। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा के पूर्व सांसद सुशील मोदी का सोमवार की रात दिल्ली में निधन हो गया। पिछले महीने की तीन तारीख को उन्होंने कैंसर होने की जानकारी देते हुए सक्रिय राजनीति से संन्यास की घोषणा की थी। पूर्व उपमुख्यंत्री सुशील मोदी गले के कैंसर से पीड़ित थे। दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में उनका इलाज चल रहा था।

सार्वजनिक जीवन में अंतिम संदेश

सुशील कुमार मोदी ने 03 अप्रैल को सार्वजनिक जीवन के लिए अंतिम संदेश दिया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- “पिछले छह माह से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूं। अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है। लोकसभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊंगा। प्रधानमंत्री को सब कुछ बता दिया है। देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित।” यह लिखने के बाद जब सुशील मोदी बिहार आए तो एयरपोर्ट पर उनकी हालत देखते ही समर्थकों को झटका लगा था। उनका शरीर अचानक गिर गया था। इसके बाद उनके आवास पर भाजपा के कई दिग्गज मिलने के लिए पहुंचे तो परिजनों ने उनकी तस्वीर लेने से मना कर दिया था।

जेपी आंदोलन के त्रिमूर्ति में से एक थे सुशील मोदी

सुशील मोदी, नीतीश कुमार और लालू प्रसाद जेपी आंदोलन के बाद उभरे त्रिमूर्ति के रूप में जाने जाते थे। सुशील मोदी शुरुआत से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े रहे। 1971 में सुशील मोदी ने छात्र राजनीति से राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत की थी। इसके बाद युवा नेता के रूप में इनकी पहचान विश्वविद्यालय से होते हुए राज्य की राजनीति तकपहुंची। साल 1990 में सुशील ने विधानसभा चुनाव लड़ा और जीतकर विधायक बने। इसके बाद बिहार की राजनीति में उनका कद बढ़ता ही चला गया।


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