ब्रेकिंग:-  काउंसलिंग के दौरान दुर्व्यवहार व पक्षपात करना महिला  काउंसलरों को भारी पड़ा…..07 काउंसलर्स को पुलिस कप्तान जितेंद्र शुक्ला ने हटाया….

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  भिलाई नगर   27 MAY ,2024:-  महिला थाने में पारिवारिक मामलों की काउंसिलिंग करने वाली 7 काउंसलर्स को पुलिस कप्तान ने हटा दिया है. इन पर काउंसिलिंग के दौरान दुर्व्यवहार और पक्षपात करने का आरोप लगा था. यही कारण है कि पुलिस कप्तान ने इन सात काउंसलर्स को हटाने का काम किया.

महिला थाने में पारिवारिक मामलों की काउंसिलिंग करने वाले 7 काउंसलरों की पुलिस कप्तान ने छुट्टी कर दी है। पुलिस कप्तान जितेंद्र शुक्ला के पास लगातार काउंसिलिंग में दुर्व्यवहार और पक्षपात करने की शिकायत पहुंच रही थी। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस कप्तान ने 7 काउंसलरों को हटाने के आदेश जारी कर दिए है। उन्होंने कहा कि महिला थाने को सशक्त बनाने की ओर पहल की जाएगी।

जानकारी के मुताबिक,  महिला थाना में पहुंचने वाले पारिवारिक मामलों की काउंसलिंग के लिए काउंसलरों की नियुक्ति की गई है। जहां पारिवारिक मामलों को परामर्श के माध्यम से सुलझाने का प्रयास किया जाता है। लेकिन पुलिस कप्तान जितेंद्र शुक्ला के पास लगातार महिला थाने में काउंसलरों द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने और पक्षपात किया जाने की शिकायत मिल रही थी।

18 पुलिस कर्मियों को किया गया था तैनातः

दरअसल  महिला थाने में 18 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी, जिसमें से दो को हाल ही में सस्पेंड किया गया है. दो मैटरनिटी और अन्य अवकाश पर हैं. दो महिला पुलिस कर्मी नाइट ड्यूटी करती हैं, शेष 12 जनरल शिफ्ट ड्यूटी करती हैं. थाने में काउंसलर्स की संख्या 18 थी, जो कि थाने के बल से काफी ज्यादा थी. पूर्व में महिला थाने में पहुंचने वाले पारिवारिक मामलों की काउंसलिंग के लिए 18 काउंसलर्स की नियुक्ति की गई थी, जहां पारिवारिक मामलों को परामर्श के माध्यम से सुलझाने का प्रयास किया जाता रहा. हालांकि इस बीच पुलिस कप्तान के पास लगातार महिला थाने में काउंसलर की ओर से दुर्व्यवहार और पक्षपात किए जाने की शिकायतें मिल रही थीं.

महिला थाने के कुछ काउंसलर की शिकायत पीड़ित पक्ष ने पुलिस कप्तान जितेंद्र शुक्ला से की थी। जिसके बाद पुलिस कप्तान ने 3 काउंसलर को दुर्व्यवहार और पक्षपात की शिकायत पर हटाया है। वहीं 4 काउंसलर को लगातार अनुपस्थिति और काउंसिलिंग कार्य में रुचि नहीं लेने के चलते हटा दिया है।

इन्हें हटाया गया

विभा सिंह, संगीता सिंह, गौरी चक्रवर्ती को दुर्व्यवहार और पक्षपात की शिकायत पर हटाया गया। वहीं सरिता सिंह, अनीस सुल्ताना, मीना सुशील और प्रभा गुप्ता को लगातार अनुपस्थिति के चलते हटाया गया है।

महिला थाने को बनाएंगे सशक्त

पुलिस कप्तान जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि महिला थाने के काउंसलरों की शिकायत आ रही थी। महिला थाने को सशक्त बनाने के लिए कुछ काउंसलर को हटाया गया है। आगे थाने के स्टाफ को ट्रेनिंग आदि देकर थाने को सशक्त बनाया जाएगा।

पारिवारिक मामलों के लिए काउंसलर के रूप में निःशुल्क सेवा देने वाले जिन काउंसलर को कार्यमुक्त किया गया है। उनमें से अधिवक्ता श्रीमती संगीता सिंह ने अपना पक्ष रखते हुए Steel City online को बताया है कि वो 20 साल से वकालत कर रही हैं और पिछले 7 वर्ष से महिला थाने में निःशुल्क सेवा देती रही हैं। कार्यमुक्त करने पुलिस अधीक्षक द्वारा हमारे नैसर्गिक न्याय के विरुद्ध, दोषपूर्ण और एकतरफा आदेश जारी किया गया है जिसकी शिकायत आईजी और कलेक्टर से की है और आगे भी एकतरफा कार्रवाई के विरुद्ध विधिक कार्यवाही हेतु अग्रसर रहूंगी।

श्रीमती संगीत सिंह ने बताया कि मुझे कार्यालय पुलिस अधीक्षक जिला दुर्ग का 20 मई का आदेश महिला थाना प्रभारी भिलाई के द्वारा वाट्सअप के माध्यम से 21 मई को प्राप्त हुआ। जिसमें मुझ पर लगातार दुर्व्यवहार एवं पक्षपात पूर्ण काउंसलिंग करने का आरोप अधिरोपित कर कार्यमुक्त किया गया है, जो कि पूर्णतः असत्य व आधारहीन आरोप है क्योंकि इस आरोप से संबंधित किसी भी शिकायत के संबंध में मुझे कोई सूचना या जांच कार्यवाही में सम्मिलित नहीं किया गया। न ही मेरे पक्ष को कहीं भी सुना गया है। मेरे विरुद्ध एकतरफा दोषपूर्ण आदेश जारी कर इसकी प्रतिलिपि सभी सार्वजनिक कार्यालयों एवं पुलिस थानों को प्रेषित की गई है जो कि व्यक्तिगत, सामाजिक व व्यावसायिक प्रतिष्ठा को पूर्णतः ठेस पहुंचाते हुए, मुझे दोषी करार देते हुए यह आदेश जारी किया गया है। इस पक्षपातपूर्ण एकतरफा की गई कार्यवाही के खिलाफ मैंने आईजी दुर्ग और कलेक्टर को ज्ञापन सौंप नैसर्गिक न्याय के सिद्धातों के विपरीत होने से उक्त आदेश का खण्डन करते हुए सभी विभागों को सूचित करने की मांग की है।


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