दुर्ग 2 अक्टूबर 2022 :! आज गांधी जयंती पर दुर्ग शहर के तमाम जनप्रतिनिधि और अधिकारीगण राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर फोटो खिंचवाते नज़र आए,किंतु विगत कई महीनों से महात्मा गांधी जी के प्रतिमा की नाक खंडित है उस पर किसी की नज़र नहीं गई,सुबह से ही बापू की प्रतिमा और उनके विचार के साथ सभी ज्वाबदेहियोंं ने सोशल मीडिया पर जमकर फ़ोटो शेयर की,शाम तक जब किसी का भी ध्यान नहीं उस प्रतिमा पर नहीं गया
जिनकी वजह से आज हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं तो यह बीड़ा मोदी आर्मी के सदस्यों ने उठाया और बापू प्रतिमा की नाक ठीक करवा कर बापू को नमन किया,ज्ञात हो की पिछले महीने ही मोदी आर्मी ने राष्ट्रपिता की प्रतिमा से चश्मा चोरी होने की लिखित शिकायत सिटी कोतवाली थाने में दर्ज करवाई थी,इस संदर्भ में मोदी आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष वरुण जोशी ने कहा की किसी भी महान हस्तियों ने यह कहीं भी नहीं कहा की हमारी प्रतिमा लगवाएं,किंतु हर शहर और गांव में देश के महान हस्तियों की प्रतिमाएं नज़र आती है ताकि हम आने वाले पीढ़ी को याद दिलाते रहें की यह आज़ादी हमें यूंही नहीं मिली इस आज़ादी में अनगिनत शहीदों का लहू बहा है,यह दुर्भाग्य है कि दुर्ग शहर में प्रतिमाएं स्थापित तो है किंतु जिला प्रशासन सहित जनप्रतिनिधि गणों को सिर्फ उनकी पुण्यतिथि और जयंती पर ही उनकी याद आती है ताकि वो फ़ोटो खिंचवाने की औपचारिकता निभा सकें और सोशल मीडिया पर अपनी मौजूदगी दर्शा सकें,
राष्ट्रपिता की प्रतिमा का नाक खंडित है यह मात्र प्रतिमा नहीं देश के नाक का खंडित होने जैसा है,आज देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती भी है इस अवसर पर सभी जिम्मेदारों ने आकर बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया और उनकी प्रतिमा की खंडित नाक के साथ फ़ोटो भी सोसल मीडिया पर साझा की इससे शर्मसार करने वाला चित्र दूसरा नहीं हो सकता,हमारी संगठन ने शासन सहित जिला प्रशासन का एक महीने पूर्व भी इस विषय पर ध्यानाकर्षण करवाया था मगर यह दुर्ग का शहर का दुर्भाग्य है कि सभी नेताओं और अधिकारियों के कार्यालय में बापू की प्रतिमा तो नजर आ ही जाती है
मगर उनके नज़रों में बापू का सम्मान कहीं नज़र नहीं आता,आज हमारी संगठन ने पुनः ज्वाबदेहियों का कार्य करने का प्रयास किया है इस दौरान मोदी आर्मी के विक्की लाखे, लोकेश चक्रधारी,दुर्गेश रामटेके,शुभम यादव, गोपा भट्ट, चंद्रकांत यादव आदि उपस्थित रहे!