राजनांदगांव 21 दिसंबर 2024:- आरक्षक भर्ती में चल रहे लेन-देन एवं धांधली के दौरान 14 आरक्षकों को जो भर्ती प्रक्रिया का कार्य कर रहें थें जिन्हें सन्देह के दायरे में रखा गया था, जिसमे से एक आरक्षक अनिल रत्नाकर क्रमांक 1791 द्वारा लालबाग थाना क्षेत्र के अंतर्गत अपने गांव रामपुर में गांव से बाहर खेत में पेड़ पर फांसी लगा ली उक्त आरक्षक खैरागढ़ थाना के अंतर्गत जालबांधा पुलिस चौकी में तैनात था।


राजनांदगांव में एक आरक्षक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इनकी पहचान अनिल रत्नाकर के रूप में की गई है, जिन्होंने साल 2021 में पुलिस ज्वाइन की थी। रत्नाकर की ड्यूटी अभी आरक्षक भर्ती में लगी थी। इसी भर्ती प्रक्रिया में लेनदेन और धांधली के आरोप लगे हैं और जिन 14 आरक्षकों पर को संदेह के घेरे में रखा गया है, उनमें रत्नाकर का नाम भी थी। ये सभी 14 आरक्षक भर्ती प्रक्रिया का काम देख रहे हैं।


जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में रत्नाकर खैरागढ़ जिले के जालबांधा थाना में पदस्थ था। राजनांदगांव रेंज के पुलिस महानिरीक्षक दीपक कुमार झा व खैरागढ़ गंडई छुई खदान पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल ने आत्महत्या की पुष्टि की है।
राजनांदगांव जिले में पुलिस भर्ती प्रक्रिया के दौरान पाई गई गड़बड़ियों के कारण चर्चा में आए खैरागढ़ गंडई छुईखदान जिला पुलिस का आरक्षक विभागीय और पुलिस कार्यवाही से पहले ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली आत्महत्या की घटना आज सुबह हुई है इस मामले की जांच के दौरान आरक्षक एवं सॉफ्टवेयर कंपनी के अधिकारियों के बीच पाए गए मोबाइल चैट एवं सीसीटीवी फुटेज में आरक्षक की फुटेज सामने आने के बाद आरक्षक दहशत में था और आज सुबह उसने आत्महत्या जैसे कदम उठा लिए फिलहाल मामले की तफ्तीश की जा रही है आत्महत्या करने वाले आरक्षक का नाम अनिल रत्नाकर जिला खैरागढ़ गंडई छुईखदान जिला पुलिस बल का आरक्षक जो वर्तमान में खेरागढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत जाल बांध पुलिस चौकी में तैनात बताया जाता है।

जिले में चल रही पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया के दौरान पाई गई गड़बड़ियों में अब कई नए तथ्य सामने आ रहे हैं। जांच कर रही टीमों ने पाया कि ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने दौड़ में भाग ही नहीं लिया, उन्हें भी अंक दे दिए गए हैं। इसके अलावा शून्य नंबर पाने वाले अभ्यर्थियों को सात अंक दे दिए गए हैं। शुरूआती दौर की जांच में हैदराबाद की जिस टीम को जिम्मेदारी दी गई थी, उनके द्वारा अनियमितता पाए जाने की जानकारी सामने आ रही है।

हालांकि इस मामले में टीम द्वारा हर बिंदुओं को ध्यान में रखते जांच आगे बढ़ाई जा रही है। हैदराबाद की कंपनी के साथ ही स्थानीय पुलिस विभाग के कर्मचारियों की संलिप्तता की जानकारी भी जुटाई जा रही है। इस मामले में प्रदेश स्तर सेभी मॉनिटरिंग हो रही है। उल्लेखनीय है कि भर्ती प्रक्रिया के लिए पुलिस मुख्यालय स्तर पर बाहर से टेकनिकल टीम उपलब्ध कराया गया है। जिनके द्वारा इलेक्ट्रानिक डिवाइस, कम्प्यूटर, सीसीटीवी कैमरा आदि लगाकर डाटा इंट्री एवं टेकनिकल कार्य किया जा रहा है। भर्ती प्रक्रिया में अलग-अलग इवेंट में अलग- अलग टीम बनाकर ड्यूटी लगाकर जिम्मेदारी सौंपी गई है। पुलिस भर्ती प्रकिया की आंतरिक टीम जब सभी इवेंट के बूथों पर जाकर रेडम चेकिंग कर रही थी, तब भर्ती प्रक्रिया में ड्यूटी पर तैनात कुछ टेकनिकल टीम के सदस्य एवं पुलिस कर्मियों द्वारा गड़बड़ी करने का अंदेशा हुआ, तब इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग को दी गई। एसपी द्वारा पुलिस भर्ती के आंतरिक जांच टीम को गड़वाड़ी के संबंध में तत्काल साक्ष्य जुटाने हेतु निर्देश दिए गए एवं जरा सा भी गड़बड़ी पायी जाती है तो उनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराया गया है।


बड़े स्तर की जालसाजी
इस मामले में पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने भर्ती प्रकिया के डेटा टाइम टेक्नोलॉजी को लेकर अहन अध्ययन कराया। इसमें गड़बड़ी बाजर आई। इसके बाद हैदराबद की कंपनी जो भर्ती प्रकिया करवा रही थी. उससे डिटेल मांगा गया। जिसमें कई विसंगतिया मिली। 20 से अधिक प्रतिभातियों का डेटा संवेतारण्य मिला। जिसकी सेसीटीवी फुटेज निकलवाई जा रही है। डेटा ऑपरेटर द्वारा ऐसे मावस की एंट्री की गई जो कैडिडेट के अटेम्प्ट नहीं किया था।

इन धाराओं के तहत अपराध दर्ज
एसपी के निर्देश पर इस मामले में याला लाल में अपराध कमांक 568/2024 धारा 318(4) 338. 336(3), 340(2) बीएसपी विवेचन किया जा रहा है। सइय-सबूतों के आधार पर आरोपियों के विरुद्ध आवश्यक वैधानिक कर्मवईकीर्ती प्रकिया में अड़बड़ी में संलिप्त पाए जाने वाले किसी को भी बदला नहीं जाता।

दोबारा नहीं होगा टेस्ट
आईजी दीपक इस ने बताया कि टेक्निकल पुटियों में सुधार के लिए काम कराया जा रहा है। इसके अलावा जिन अम्यर्थियों के अक मल कर्ज कर लिए है. उसमें सुपर कराया जाएगा। किसी भी अभ्यर्थी का दोबारा टेस्ट नहीं होग, खेडीटीवी फुटेज के जरिये जाप कर अंकों को कर्ज किया जाएगा। बताया कि इमले में जांच उपरांत जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

