BREAKING:- मध्य भारत में अब तक की सबसे बड़े आयकर कार्यवाही में सबसे बड़ा कर अपवंचन का मामला छत्तीसगढ़ में उजागर…Rs 500 करोड़ के कर अपवंचन का पर्दाफाश, सत्यम बालाजी और साई हनुमंत समूह जांच के घेरे में….

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रायपुर 31 जनवरी 2025 :- मध्य भारत में अब तक की सबसे बड़े आयकर कार्यवाही में सबसे बड़ा कर अपवंचन का मामला छत्तीसगढ़ में उजागर…Rs 500 करोड़ के कर अपवंचन का पर्दाफाश, सत्यम बालाजी और साई हनुमंत समूह जांच के घेरे मे  अंग्रेजी अख़बार ‘द हिटवाद’ (The Hitavada) में छपी ख़बर के अनुसार….

तीन बड़े खुलासे:

सर्च ऑपरेशन के दूसरे दिन की समाप्ति पर हुई प्रारंभिक जांच में बड़े पैमाने पर कर अपवंचन उजागर, आगे और विस्फोटक खुलासों की संभावना।
Rs 8 करोड़ नकद बरामद, करोड़ों की ज्वेलरी का मूल्यांकन जारी, 15 लॉकरों में से एक खोला गया, जिसमें बड़ी मात्रा में नकदी और आभूषण मिले।
मुंबई, सूरत, भोपाल और कोलकाता की साइबर फॉरेंसिक टीमें डिजिटल साक्ष्यों की क्लोनिंग में जुटीं, आयकर विभाग के हाथ लगे अहम दस्तावेज।

आयकर विभाग की अब तक की सबसे अहम कार्रवाइयों में से एक में, Rs 500 करोड़ के कर अपवंचन का पर्दाफाश हुआ है। छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के 25 से अधिक ठिकानों पर जारी छापेमारी में सत्यम बालाजी ग्रुप और साई हनुमंत इंडस्ट्रीज प्रा. लिमिटेड के वित्तीय दस्तावेजों की गहन जांच चल रही है।

प्रारंभिक पड़ताल में यह उजागर हुआ है कि बोगस कंपनियों, जो केवल कागजों पर अस्तित्व में थीं, का इस्तेमाल कर करोड़ों की हेराफेरी को अंजाम दिया गया।

सत्यम बालाजी ग्रुप, जो भारत के अग्रणी गैर-बासमती चावल निर्यातकों में से एक है।

छापे की आंच बढ़ी, कर चोरी का आंकड़ा और बढ़ने की आशंका

अब तक की जांच में सामने आया Rs 500 करोड़ का कर अपवंचन महज शुरुआती अनुमान है। जांच एजेंसियों को पुख्ता संदेह है कि छापेमारी पूरी होने के बाद यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। जब्त दस्तावेजों और डिजिटल डेटा की फॉरेंसिक जांच से कई नई परतें खुलने की संभावना है।

गोंदिया कनेक्शन और फर्जी बिलिंग का पर्दाफाश

जांच में महाराष्ट्र के गोंदिया से जुड़े नेटवर्क की अहम भूमिका सामने आई है। स्थानीय कंपनियों और उनसे जुड़ी बोगस फर्मों के जरिए बोगस बिलिंग और कागजी व्यापार के माध्यम से करोड़ों का कर अपवंचन किया गया।

लॉकरों में छुपी संपत्ति, डिजिटल जांच तेज

अब तक 15 बैंक लॉकरों की पहचान हो चुकी है, जो विभिन्न राष्ट्रीयकृत और निजी बैंकों में स्थित हैं। इनमें से एक लॉकर खोला जा चुका है, जिसमें नकदी और करोड़ों रुपये मूल्य की ज्वेलरी बरामद हुई है। शेष 14 लॉकरों को निषेधाज्ञा (Prohibitory Orders – POs) के तहत सील कर दिया गया है और इन्हें चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा।

साथ ही, मुंबई, सूरत, भोपाल और कोलकाता की साइबर फॉरेंसिक टीमें जब्त किए गए लैपटॉप, मोबाइल, हार्ड ड्राइव और डिजिटल डिवाइसों की गहन जांच में जुटी हैं।

विशेष जांच टीम और दिग्गज कारोबारियों पर शिकंजा

आयकर विभाग के अतिरिक्त निदेशक तरुण कनोजिया के नेतृत्व में यह बहु-राज्यीय कार्रवाई चल रही है। उप निदेशक नवल जैन के नेतृत्व में भोपाल, जबलपुर और इंदौर से आई 200 अधिकारियों की टीम इसे अंजाम दे रही है।

जांच के घेरे में ये प्रमुख कंपनियां:
• सत्यम बालाजी राइस इंडस्ट्रीज प्रा. लिमिटेड
• सत्यम बालाजी ऑटोमोटिव्स प्रा. लिमिटेड
• सत्यम बालाजी एनर्जी प्रा. लिमिटेड
• सत्यम बालाजी एक्सिम प्रा. लिमिटेड
• बलदेवजी एंटरप्राइजेस एलएलपी

इन कारोबारियों की भूमिका जांच के दायरे में:
• ओशिन अग्रवाल, पुरुषोत्तम अग्रवाला, प्रदीप कुमार अग्रवाल, हिमांशु रंजन अग्रवाल, अभिषेक रंजन अग्रवाल और काजली अग्रवाल (सत्यम बालाजी समूह से जुड़े)।
• संदीप कुमार धमेवानी, सुनील धमेवानी और कशिश धमेवानी (साई हनुमंत इंडस्ट्रीज प्रा. लिमिटेड से जुड़े)।
• KNL एक्सिम प्रा. लिमिटेड और मेडिब्लूम हेल्थ सॉल्यूशंस प्रा. लिमिटेड भी जांच के दायरे में।

अगले 48 घंटे अहम, और बड़े खुलासों की संभावना

सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी आगे बढ़ने के साथ कई और विस्फोटक खुलासे संभव हैं। अधिकारियों ने संबंधित कंपनियों के निदेशकों और वित्तीय प्रबंधकों को पूछताछ के लिए समन भेजने की तैयारी कर ली है।

एक वरिष्ठ जांच अधिकारी ने कहा, “हमने ऐसे दस्तावेज बरामद किए हैं, जो दर्शाते हैं कि टर्नओवर और आय को योजनाबद्ध तरीके से हेरफेर किया गया था।”

कॉर्पोरेट जगत में हड़कंप, कई और नाम आ सकते हैं सामने

इस हाई-प्रोफाइल छापेमारी ने पूरे कारोबारी जगत में हड़कंप मचा दिया है। शुरुआती जांच से ही इतने बड़े कर अपवंचन का खुलासा हो चुका है, और जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, कई और चौंकाने वाली जानकारियां सामने आने की पूरी संभावना है।


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