ब्रेकिंग:- स्पेशल डीजे राजेश कुमार मिश्रा 31 जनवरी हुए सेवानिवृत्त…DGP का भी फैसला बहुत जल्द हो सकता है…. हिमांशु गुप्ता व अरुण देव गौतम में से कौन होगा पुलिस का मुखिया ?

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रायपुर 1 फरवरी 2024:- भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी, और स्पेशल डीजी राजेश कुमार मिश्रा 31 जनवरी 2024 बुधवार को संध्या 5:00 बजे को रिटायर हो गए। मिश्रा को एक्सटेंशन मिलने का पिछले एक माह से जबरदस्त हल्ला था। भापुसे के 90 बैच के अधिकारी मिश्रा के रिटायर होने के बाद पुलिस महकमे में सीनियर अफसरों के प्रभार में बदलाव हो सकता है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आज रात्रि आईपीएस अधिकारियों का तबादला सूची जारी हो सकता है जानकारी के अनुसार राजेश मिश्रा को सेवानिवृत्त के उपरांत छत्तीसगढ़ सरकार में कोई संवैधानिक पद हासिल हो सकता है

राजेश मिश्रा के सेवानिवृत्त होते ही नए पुलिस महानिदेशक की दौड़ में हिमांशु गुप्ता व अरुण देव गौतम चल रहे हैं इसमें हिमांशु गुप्ता काफी आगे चल रहे हैं बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के प्रभारी राजस्थान के निवासी ओम माथुर के माध्यम से हिमांशु गुप्ता पुलिस महानिदेशक बनने की रेस में शामिल है अरुण देव गौतम पुलिस महकमा में ईमानदार पुलिस अधिकारी के रूप में उनकी छवि है किसी की चापलूसी करना ना उन्हें पसंद है ना करते हैं उन्हें भाग्य पर भरोसा है उनके जानकार बताते हैं कि उनका कहना है कि सरकार यदि मुझे चाहेगी और मेरी किस्मत में होगा तो मैं पुलिस का मुखिया बन सकता हूं।

पुलिस की जानकारी के अनुसार जल्द ही पुलिस मुखिया का भी पटाक्षेप कर दिया जाएगा। फिलहाल हिमांशु गुप्ता पूरी ताकत से पुलिस महानिदेशक बनने की दौड़ में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं जहां से भी उन्हें भरोसा है कि उसके दरवाजे पर माथा टेकने से कामयाबी मिल जाएगी ऐसे किसी भी दरवाजे पर हुए जाने से परहेज नहीं कर रहे हैं यह तो समय ही बताएगा की पुलिस परिवार का मुखिया कौन होगा अभी केवल अटकलें का दौर जारी है छत्तीसगढ़ के भाजपा शासन काल में किसी के विषय में भी किसी भी प्रकार की भविष्यवाणी करना संभव नहीं है।

प्रदेश की साय सरकार अब बड़े फैसले लेने की तैयारी में है। नए डीजीपी के चयन की सरगर्मी काफी समय से चल रही है। आईपीएस स्वागत दास के डीजीपी बनने की चर्चा जोरों पर है। कैडर मिलने के बाद भी कभी पोस्टिंग नहीं लेने वाले दास इसी आस पर बैठे हुए थे। अब सरकार कुछ चुनिंदा नामों पर मंथन कर रही है। पर सूत्रों की माने तो छत्तीसगढ़ के नए कप्तान का रुतबा हासिल करने की रेस में सबसे आगे अब अरुण देव गौतम का नाम लगभग तय माना जा रहा है। अरुण देव गौतम डीजीपी की कुर्सी के तगड़े दावेदार माने जा रहे हैं।

आईपीएस स्वागत दास छत्तीसगढ़ कैडर के 1987 बैच के अधिकारी हैं। वे अविभाजित मध्य प्रदेश के दौर में ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद उन्हें छत्तीसगढ़ कैडर मिला, लेकिन वे कभी छत्तीसगढ़ नहीं आए। दास अविभाजित मध्य प्रदेश में शिवपुरी जिला के एसपी रहे हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी में लंबे समय तक पदस्थ रहे आईपीएस दास को 23 जून 2022 को गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा) नियुक्त किया गया।

प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही उनके छत्तीसगढ़ वापसी और डीजीपी पद संभालने की चर्चा की जा रही थी। सूत्रों की मानें तो आईपीएस स्वागत दास छत्तीसगढ़ आए भी और सरकार के साथ उनकी भेंट-मुलाकात भी हुई लेकिन बंद कमरे में की गई चर्चा अब एक राज बनकर रह गई है। खैर बात आई गई हो है और अब डिपार्टमेंट के गलियारों में उड़ रही हवा का रुख अरुण देव गौतम की चर्चा चल रही है।

सूत्रों की माने तो जल्द ही उनकी डीजीपी के पद ताजपोशी भी हो सकती है। सरकार के सबसे पसंदीदा अधिकारी राजेश कुमार मिश्रा हैं, लेकिन वे रिटायर हो गये। ऐसे में उन्हें डीजीपी तो बनाया नहीं जा सकता। सो अब एक बार फिर डीजीपी के लिए एक बार फिर चर्चा का दौर शुरू हो गया है। इनमें अब डीजीपी के नाम में अरुण देव गौतम का सबसे आगे है। छत्तीसगढ़ के बेहतरीन अफसरों में अरुण देव गौतम का नाम लिया जाता है।


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