BSP ऑफिसर्स एसोसिएशन ने स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन ,युवा दिवस के रुप में मनाया…

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भिलाई नगर 14 जनवरी 2023:! 12 जनवरी को ऑफिसर्स एसोसिएशन, भिलाई स्टील प्लांट ने स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को युवा दिवस के रूप में मनाया। ऑफिसर्स एसोसिएशन पिछले एक दशक से इसे मना रहा है। उत्सव की शुरुआत फूल की पंखुड़ियां अर्पण कर की गई अध्यक्ष सेफी एवं ओए-BSP के अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार बंछोर ने श्री स्वामी विवेकानंद जी की महानता पर अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने अपनी कार्यकारी परिषद के सदस्यों से कहा कि वे भी अच्छे गुणों को अपनाने की कोशिश करते हैं जैसे गरीबों की मदद के लिए लगातार प्रयास करना, देश को दुनिया में नई ऊंचाई पर ले जाना जैसा कि यूएसए धर्मसभा में किया गया।

अमेरिका के शिकागो पहुँचे सन्‌ 1893 में शिकागो (अमरीका) में विश्व धर्म परिषद् हो रही थी। स्वामी विवेकानन्द उसमें भारत के प्रतिनिधि के रूप में पहुँचे। योरोप-अमरीका के लोग उस समय पराधीन भारतवासियों को बहुत हीन दृष्टि से देखते थे। वहाँ लोगों ने बहुत प्रयत्न किया कि स्वामी विवेकानन्द को सर्वधर्म परिषद् में बोलने का समय ही न मिले। परंतु (परन्तु) एक अमेरिकन प्रोफेसर के प्रयास से उन्हें थोड़ा समय मिला। उस परिषद् में उनके विचार सुनकर सभी विद्वान चकित हो गये। फिर तो अमरीका में उनका अत्यधिक स्वागत हुआ। वहाँ उनके भक्तों का एक बड़ा समुदाय बन गया। तीन वर्ष वे अमरीका में रहे और वहाँ के लोगों को भारतीय तत्वज्ञान की अद्भुत ज्योति प्रदान की।


महासचिव श्री परविंदर सिंह ने भी विचार व्यक्त किये। उन्होंने कार्यकारी परिषद के सदस्यों को स्वामी जी के जीवन की एक घटना सुनाई स्वामी जी एक भिक्षु की तरह कपड़े पहनते थे. वो एक तपस्वी का जीवन जीते थे जो दुनिया भर में यात्रा करते थे और तरह-तरह के लोगों से मिलते थे. एक बार जब स्वामी जी विदेश यात्रा पर गए तो उनके कपड़ों ने लोगों का ध्यान खींचा. इतना ही नहीं एक विदेशी व्यक्ति ने उनकी पगड़ी भी खींच ली. स्वामी जी ने उससे अंग्रेजी में पूछा कि तुमने मेरी पगड़ी क्यों खींची? पहले तो वो व्यक्ति स्वामी जी की अंग्रेजी सुनकर हैरान रह गया. उसने पूछा आप अंग्रेजी बोलते हैं? क्या आप शिक्षित हैं? स्वामी जी ने कहा कि मैं पढ़ा-लिखा हूं और सज्जन हूं. इस पर विदेशी ने कहा कि आपके कपड़े देखकर तो ये नहीं लगता कि आप सभ्य व्यक्ति हैं. स्वामी जी ने उसे करारा जवाब देते हुए कहा कि आपके देश में दर्जी आपको सज्जन बनाता है जबकि मेरे देश में मेरा किरदार मुझे सज्जन व्यक्ति बनाता है


कार्यक्रम में सचिव रेमी थॉमस, उपाध्यक्ष अकालेश मिश्रा, जी.पी. सोनी, कुमारी गगन गोयल, अंचल प्रतिनिधि अब्दुल शरीफ, तुषार सिंह, नोहर सिंह, हरमोहनलाल सोनवानी, संजय तिवारी, रवि सोनी उपस्थित थे , डी.पी.एस. बराड़, विजय कुमार देशमुख, सेवानिवृत्त जोनल प्रतिनिधि बी.के.त्रिपाठी, नरेंद्र कुमार साहू।


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