बस्तर 4 नवंबर 2022 :! छ.ग. शासन के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर माओवादी ने किया आत्मसमर्पण सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम ‘‘आमचो बस्तर-आमचो पुलिस’’ के माध्यम से पुनर्वास नीति का हो रहा प्रचार प्रसार आत्मसमर्पित माओवादी चांदामेटा जनताना सरकार का प्रमुख करीब 20 वर्ष से माओवादी संगठन में था सक्रिय जनमिलिशिया, जनताना सरकार एवं कांगेर वेली एरिया कमेटी जैसे संगठन में था सक्रिय..
छ.ग. एवं उडीसा प्रांत के नक्सल वारदातों में था शामिल
दोनो राज्यो में 21 वारदातों में थी सक्रिय भूमिका
हत्या, मारपीट, अपहरण, लूट, आगजनी आदि घटनाओं में था शामिल नाम आत्मसमर्पित माओवादी:-
पाण्डु @ गांजा मडकामी पिता हिड़मा मड़कामी, 39 वर्ष, निवासी ग्राम चांदामेटा पटेलपारा, थाना दरभा, जिला बस्तर
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, सुन्दरराज पी., उप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बस्तर -जगदलपुर, जितेन्द्र सिंह मीणा, उप महानिरीक्षक सी.आर.पी.एफ. जगदलपुर रेंज- हरजिन्दर सिंह, कमाण्डेंट, 80वीं वाहिनीं सी.आर.पी.एफ.- नरेन्द्र कुमार सिंह के मार्गदर्शन में बस्तर जिले में नक्सल विरोधी अभियान संचालित किया जा रहा है । साथ ही समाज के मुख्यधारा से भटके हुए लोगो को मुख्यधारा में जोडने हेतु ‘‘आमचो बस्तर आमचो पुलिस’’ सामुदायिक पुलिसिंग एवं अन्य प्रेरणादायक अभियान भी संचालित किया जा रहा है। छ.ग. शासन की पुर्नवास नीति एवं कल्याणकारी योजनाओं एवं बस्तर पुलिस के उक्त अभियान से प्रभावित होकर एवं नक्सलियों की खोखली विचारधारो से त्रस्त होकर पिछले 2 दशक से सक्रिय माओवादी पाण्डु मडकामी के द्वारा आज उप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बस्तर-जगदलपुर- जितेन्द्र सिंह मीणा एवं 80वीं वाहिनीं बटालियन सी.आर.पी.एफ. – नरेन्द्र कुमार सिंह के समक्ष स्वेच्छा पूर्वक आत्मसमर्पण किया गया है। ज्ञात हो कि आत्मसर्मिपत माओवादी पाण्डु @ गांजा मडकामी जो करीब 20 वर्ष से माओवादियों के बहकावे में आकर माओवादी संगठन जिसमें जनमिलिशिया सदस्य, कांगेर वेली एरिया कमेटी एवं चांदामेटा जनताना सरकार के प्रमुख के पद पर रहते हुए शासन विरोधी गतिविधियों में संलिप्त था।
पूर्व घटित अपराध :-
आत्म समर्पित माओवादी पाण्डु मडकामी जो लगभग 20 वर्ष से शासन की मुख्य धारा से भटक कर कई आपराधिक वारदात में संलिप्त रहा है।
(1). वर्ष 2015 में ग्राम कोलेंग निवासी जनपद सदस्य पाण्डुराम नाग की हत्या की घटना में माओवादी विनोद, जयलाल, लक्ष्मण, मासा, सोनाधर, जोगा एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(2). वर्ष 2015 में छिन्दगुर निवासी विनोदवती का अपहरण एवं मारपीट की घटना में माओवादी विनोद, शंकर, लक्ष्मण, सोनाधर एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था। (3). वर्ष 2015 में ग्राम पयारभाट-चांदामेटा जंगल में हुई मुठभेड़ की घटना में माओवादी विनोद, शंकर, सैनु, दषमी, लक्ष्मण एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(4). वर्ष 2016 में ग्राम बाढ़नपाल-चांदामेटा के मध्य सल्फी जोड़ी जंगल में हुई मुठभेड़ की घटना में माओवादी देवा, मासा, संजु एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(5). वर्ष 2016 में ग्राम बाढ़नपाल-पयारभाट के बीच जंगल में हुई मुठभेड़ की घटना में माओवादी उमेष, मासा, संजु, लक्ष्मण एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(6). वर्ष 2016 में ग्राम बाढ़नपाल के पूर्व जंगल में हुई मुठभेड़ की घटना में माओवादी सोनाधर, विनोद, उमेष, मासा, संजु, लक्ष्मण एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(7). वर्ष 2016 में ग्राम कांदानार निवासी पोरू बघेल की अपहरण कर की गई हत्या की घटना में माओवादी विनोद, देवा, लक्ष्मण, मासा, संजु एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(8). वर्ष 2016 में ग्राम चांदामेटा से लगे ओडिसा सीमा जंगल में हुई मुठभेड़ की घटना में माओवादी विनोद, सन्ना, रामलाल, संजु, लक्ष्मण एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(9). वर्ष 2016 में ग्राम चौराटिकरा पारा भीमसेन नाला के पास हुई मुठभेड़ की घटना में माओवादी विनोद, सन्ना, रामलाल, संजु, उमेष, लक्ष्मण एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(10). वर्ष 2017 में ग्राम मुण्डागढ़ निवासी मंगड़ु पोडियामी से मोबाईल की हुई डकैती की घटना में माओवादी संजु, लक्ष्मण एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(11). वर्ष 2017 में ग्राम अण्डारपारा-मुरियामीपारा जंगल में हुई मुठभेड़ की घटना में माओवादी देवा, संजु, लक्ष्मण एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(12). वर्ष 2018 में छिन्दगुर ग्राम पंचायत सरपंच पण्डरू की गई हत्या की घटना में माओवादी लक्ष्मण, कमलू, गंगा एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(13). वर्ष 2018 में ग्राम गदमेपारा के पास हुई मुठभेड़ की घटना में माओवादी मासा, मुन्नी, सुषीला, लिंगे, संजु, लक्ष्मण एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(14). वर्ष 2018 में ग्राम मुरियामी पारा के पास हुई मुठभेड़ की घटना में माओवादी मासा, कमलू, संजु, लक्ष्मण एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(15). वर्ष 2018 में ग्राम कांदानार निवासी श्याम सुन्दर नाग की की गई हत्या की घटना में माओवादी जोगा, कमलू, अर्जुन, दषरी, कमली, मासा एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(16). वर्ष 2019 में ग्राम उरूकपाल-पयारभाट जंगल में हुई मुठभेड़ की घटना में माओवादी मासा, कमलू, लक्ष्मण, दषरी, मुन्नी एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(17). वर्ष 2019 में ग्राम मुण्डागढ़ निवासी पटेल चेतन नाग को गाली गुप्तार कर की गई मारपीट की घटना में माओवादी मासा, कमलू, लक्ष्मण, अर्जुन, सुषीला, संजु, जोगा, मुन्नी एवं अन्य माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(18). वर्ष 2020 में ग्राम गदमेपारा पगडण्डी किनारे पुलिस पार्टी को जान से मारने की नियत से गाड़े गये आईईडी की घटना में माओवादी मासा, कमलू, लक्ष्मण, सुषीला, कोसी, जोगी, सोनी माओवादियों के साथ यह शामिल था।
(19). वर्ष 2021 में ग्राम कोलेंग-कांदानार के बीच बिजली पोल व वायर बिछाने का कार्य चल रहा था इस दौरान ट्रेक्टर, ट्राली को आगजनी कर क्षति पहुॅचाने की घटना में माओवादी लक्ष्मण, अर्जुन, मुन्नी, कोसी के साथ यह शामिल था।
ओडिसा प्रांत में घटित वारदात –
ग्राम डोंडीपदर के भीमा को माओवादी सोनाधर की हत्या करवाने में पुलिस का मुखबीर कहकर डण्डा से मारकर हत्या की गई जिसमें माओवादी संजु, पोज्जा एवं अन्य गांव वालों के साथ यह शामिल था।
ग्राम किरमीटी-कोटवापदर रास्ता में ग्राम दलदली निवासी हांदो को पुलिस का मुखबीर है कहकर माओवादी सुखराम डण्डा से मारकर हत्या किया गया जिसमें यह भी शामिल था।
पुर्नवास नीति के तहत प्राप्त राशि एवं सुविधाए:-
उक्त आत्मसमर्पित माओवादी को छ.ग. शासन के पुनर्वास नीति के तहत निम्न राशि एवं सुविधाए दी जायेंगी
प्रोत्साहन राशि – 10 हजार रूपये
ईनाम राशि – 03 लाख रूपये (केडर के अनुसार घोषित राशि) अन्य सुविधाए – (शासन द्वारा निर्धारित)