नई दिल्ली 03 सितम्बर 2022:! सीबीआई ने धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के मामले में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के दो पूर्व सीएमडी के. डी. दीवान व संतोष कुमार शर्मा और कार्यकारी निदेशक सहित हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के पांच अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है….
प्राथमिकी में नामित अधिकारियों में तत्कालीन सीएमडी कैलाश धर दीवान और पूर्व कार्यकारी निदेशक (सामग्री और अनुबंध) दिलीप कुमार महाजन, महाप्रबंधक (परियोजना) विनय कुमार सिंह, तत्कालीन निदेशक (संचालन) और पूर्व सीएमडी संतोष शर्मा और तत्कालीन सहायक महाप्रबंधक ( इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग) विवेक गुप्ता और अज्ञात अन्य शामिल हैं।
भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं के तहत आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के अलावा आपराधिक कदाचार से जुड़े भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत दर्ज मामला 2013 से तत्कालीन सीएमडी संतोष शर्मा के कार्यकाल के दौरान 2019 मलंजखंड (मध्य प्रदेश) और खेतड़ी (राजस्थान) में पीएसयू द्वारा जारी किए गए विभिन्न अनुबंधों के संबंध में कथित अनियमितताओं और कदाचार के बारे में प्रारंभिक जांच का अनुसरण करता है।
पीई ने खुलासा किया कि तत्कालीन सीएमडी कैलाश धर दीवान ने तत्कालीन निदेशक (ऑपरेशन) संतोष शर्मा, तत्कालीन एजीएम विवेक गुप्ता के साथ “साजिश” की और एसटीपीएल चेन्नई को खेतड़ी कॉपर कॉम्प्लेक्स के पायलट प्लांट में टेलिंग्स से धातु निकालने के लिए टेंडर में अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करके “आपराधिक कदाचार” कर अवार्ड किया। जांच में आगे पता चला कि सोने, चांदी और सिलिका जैसी धातुओं की वांछित मात्रा पायलट प्लांट से नहीं मिल सकी जिसके कारण प्लांट बंद हो गया।
पीई ने यह भी खुलासा किया कि दीवान ने कथित तौर पर संतोष शर्मा, विवेक गुप्ता और विनय कुमार सिंह (तत्कालीन डीजीएम प्रोजेक्ट्स) के साथ मिलकर खेतड़ी में पायलट प्लांट चालू होने से पहले मलंजखंड में एक कमर्शियल (वाणिज्यिक) संयंत्र की स्थापना के लिए साजिश रची थी।