भिलाईनगर 18 नवंबर 2023:- 17 नवंबर शुक्रवार से छठ महापर्व का आरंभ आज से हो गया। इस त्योहार में घर की महिलाएं संतान की दीर्घायु के लिए 36 घंटे का निर्जला व्रत करती हैं। यह त्योहार प्रमुख रूप से बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। दीपावली के बाद कार्तिक मास की शुक्ल षष्ठी को छठी मइया को अर्घ्य दिया जाता है। आज 17 नवंबर को नहाय खाय के साथ इसका आरंभ हुआ और फिर 4 दिवसीय इस पर्व का समापन 20 नवंबर को होगा। छठ पूजा को लेकर विशेष नियम होते हैं और इन नियमों का पालन करते हुए यह त्योहार पूरे हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। हम आपको बता रहे हैं छठ पूजा की सामग्री ताकि आपसे कोई सामान छूट न जाए।
चार दिवसीय महापर्व छठ की शुरुआत शुक्रवार से हो गया। इसके लिए बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई है।शुक्रवार को बाजार में बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करते नजर आए। इस दौरान घरों से लेकर बाजारों तक छठ मइया के गीतों के सुर भी बिखरते रहे। इस महापर्व के लिए कई स्थानों पर अस्थाई घाटों का निर्माण हो रहा है। नगर-निगम की तरफ से भी हर साल की तरह विशेष व्यवस्था में सहयोग दिया जा रहा है।
शुक्रवार को लोगों ने बाजारों में पहुंचकर छठ के लिए पूजन सामग्री की खरीदारी की। पूजा में आवश्यक सामग्री में प्रसाद रखने के लिए बांस की दो बड़ी टोकरी, बांस या पीतल का सूप, दूध, जल के लिए लोटा-गिलास और थाली, गन्ने, शकरकंदी और सुथनी, पान, सुपारी और हल्दी मूली और अदरक का हरा पौधा, बड़ा मीठा नींबू, शरीफा, केला, नाशपाती, पानी वाला नारियल,गुड़, गेहूं, चावल और आटे से बना ठेकुआ, चाव सिंदूर, दीपक, शहद और दूध के अलावा नए वस्त्र शामिल होते हैं। ऐसे में लोगों ने पूजा सामग्री चीजों की जमकर खरीदारी की ।
इस्पात नगर भिलाईनगर के अलावा दुर्ग, दल्ली राजहरा, अहिवारा, पुरानी भिलाई, चरोदा , कुम्हारी में छठ पर्व के अवसर पर बाजारों में रौनक बढ़ी है। लोग छठ पूजा की सामग्री खरीदने के लिए उत्सुकता से बाजारों में पहुंच रहे हैं। नगर निगम ने भी विशेष व्यवस्था में सहयोग देने का ऐलान किया है। छठ पूजा का आयोजन विभिन्न स्थानों पर हो रहा है।
छठ पूजा सामग्री अधिकतर भीड़ जवाहर मार्केट , कैंम्प 02 सुभाष सब्जी मार्केट,आकाशगंगा सब्जी मार्केट ,रुआबंधा सब्जी मार्केट ,लक्ष्मी मार्केट सुपेला, रिसाली मार्केट, बोरिया गेट चाइना मार्केट, इन स्थानों पर दुकानों पर पूजन और व्रत सामग्री आसानी से उपलब्ध होने के कारण अब लोगों को परेशानी नहीं होती। छठ पूजा करने वाली श्रीमती अनीता सिंह का कहना है कि वे पिछले 33 वर्षों से इस्पात नगरी भिलाई में व्रत कर रही हैं।
बाजार में खरीदारी करने पहुंची प्रगति नगर की श्रीमती माया सिंह ने बताया कि अब तो एक ही दुकान पर छठ पूजा का सारा सामान मिल जाता है। अब ऐसा लगता है कि छठ शहर का अपना पर्व है। सूर्य, उषा, प्रकृति, जल, वायु और उनकी बहन छठी मइया के पूजन के इस महापर्व का रंग शहर पर साल दर साल गहराता जा रहा है। इस कठिन अनुष्ठान को करने वाली महिलाएं तीन दिन तक बिना जल ग्रहण किए व्रत रखती हैं।
छठ पूजा का महत्व
छठ पर्व की पूजा में सूर्य भगवान और छठी माता की पूजा की जाता है। इसे षष्ठी माता भी कहा जाता है। यह व्रत महिलाएं अपनी संतान की अच्छी सेहत और दीर्घायु के लिए करती हैं। मान्यता है कि छठ पूजा में व्रत रखने से आपको संतान सुख की भी प्राप्ति होती है। इस व्रत को करने से छठी माता निसंतान दंपती की खाली झोली भर देती हैं।
छठ पूजा की सामग्री
- नई साड़ी
- बांस की दो बड़ी-बड़ी टोकरियां
- दूध और जल के लिए एक ग्लास
एक लोटा और थाली, चम्मच
- 5 गन्ने पत्ते लगे हुए
शकरकंदी और सुथनी
- पान और सुपारी
- हल्दी
मूली और अदरक का हरा पौधा
- बड़ा वाला मीठा डाभ नींबू
- शरीफा
केला
- नाशपाती
- शकरकंदी
शकरकंदी
सिंघाड़ा
पानी वाला नारियल
गुड़
गेहूं
चावल का आटा
ठेकुआ
चावल
सिंदूर
- कलावा
दीपक
- शहद
धूप
कुमकुम