भिलाई नगर 23 सितंबर 2023। छत्तीसगढ़ सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) फेसिलिटेशन काउंसिल की नियमित बैठक उद्योग भवन, रायपुर में शुक्रवार, 22 सितंबर को हुई। बैठक की अध्यक्षता काउंसिल के अध्यक्ष पी.अरुण प्रसाद (आईएफएस)व संचालक, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग, छत्तीसगढ़ शासन ने की। बैठक में एमएसएमई उद्योगों के भुगतान से संबंधित कुल 35 केस रखे गए। दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद उसके आधार पर कुछ केस में निर्णय लिया गया, वहीं कुछ केस में सुनवाई के लिए अगली तारीख दी गई।
ज्ञातव्य है कि कई शासकीय और अशासकीय पार्टियां एमएसएमई उद्योगों से काम तो करा लेती हैं लेकिन उनका भुगतान समय पर नहीं करती। ऐसे कई एमएसएमई उद्योग हैं जिनका भुगतान वर्षों से लंबित है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन मामलों के त्वरित गति से समाधान के लिए ही इस काउंसिल का गठन किया।
मुख्यमंत्री की मंशा थी कि जिन एमएसएमई उद्योगों का भुगतान डिस्प्यूट में चला गया है और पार्टियां उनका भुगतान नहीं कर रही है। ऐसे प्रकरणों की पूरी जांच की जाए और जल्द से जल्द लंबित प्रक्रिया को समाप्त किया जाए। काउंसिल के गठन के बाद से ही इसकी बैठक नियमित रूप से हो रही है इसी के तहत 22 सितंबर को भी बैठक आयोजित की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए काउंसिल के अध्यक्ष पी.अरुण प्रसाद (आईएफएस) ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा पेंडिंग केस का निपटारा कानूनी आधार पर करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि शासन की मंशानुसार एमएसएमई को राहत देने के लिए बहुत सी राशि सब जगह पेंडिंग पड़ी हुई है। जल्द से जल्द जजमेंट देने से एमएसएमई को फायदा होगा।
काउंसिल जिस तेजी से निर्णय ले रहा है उसे लेकर एमएसएमई में काउंसिल के प्रति भारी रुझान है पीड़ित पक्ष यह चाहता है कि किसी तरह डिस्प्यूट खत्म हो और उनका पैसा जल्द से जल्द मिल सके। शासन और काउंसिल के पदाधिकारी इन मामलों को जल्द से जल्द सुलझाने को लेकर कटिबंध हैं। उन्होंने कमेटी के सभी सदस्यों को और गति से काम करने निर्देशित किया। साथ ही ऐसे उद्यमियों से जिनका इस तरह का भुगतान संबंधित कोई प्रकरण लंबित है उसे काउंसिल में आकर अपनी बात रखने का आग्रह किया।
इस बैठक में काउंसिल के सदस्य अरविंद गर्ग, के.के.झा, एसबीआई से श्री चक्रवर्ती, प्रशासन की ओर से संजय गजघाटे संयुक्त संचालक छत्तीसगढ़ उद्योग, सहायक संचालक विद्या भंडारी, सहायक लेखा अधिकारी प्रेरणा अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।