रायपुर 26 अगस्त 2022:! छत्तीसगढ़ राज्य में ‘विश्वास विकास सुरक्षा’ की त्रिवेणी रणनीति के फलस्वरूप नक्सल गतिविधियों में निरन्तर कमी आ रही है। छत्तीसगढ़ पुलिस और केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों द्वारा बेहतर तालमेल के साथ नक्सलियों के विरूद्ध सफलतापूर्वक चलाये जा रहे संयुक्त अभियान से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सलियों के विरूद्ध चलाये जा रहे सघन अभियान के साथ-साथ विकास कार्यों में भी तेजी लायी जा रही है,
इससे आम जनता का शासन व प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है नक्सलियों के कोर क्षेत्रों में सुरक्षा कैम्पों की स्थापना के फलस्वरूप आज दक्षिण बस्तर के दूरस्त क्षेत्रों जैसे जगरगुण्डा, किस्टाराम, मेजी, पामेड़, बासागुड़ा, तरेंम में बेहतर सड़कें, पुल-पुलियों का जाल, स्कूल, बिजली, पीडीएस, मोबाईल आदि की सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं। नारायणपुर, कोण्डागांव, बस्तर एवं दन्तेवाड़ा जिलों को जोड़ने वाली बरसों से बंद स्टेट हाईवे क्रमांक-05 पल्ली (नारायणपुर)- चारसूर (दन्तेवाड़ा) मार्ग पुनः प्रारंभ किया गया है। इसी प्रकार पुर नक्सली क्षेत्र जिला सुकमा के जगरगुण्डा को जिला दन्तेवाड़ा से जोड़ा गया