भिलाई नगर, 23 नवंबर 2023:- स्टील कॉलोनी में सुबह स्कूटी से जा रही एक युवती के गले से चेन खींच भाग रहे बाईक सवार को कांग्रेस नेत्री गुरमीत धनई ने धक्का देकर गिराने का प्रयास किया और इसी दौरान बाईक की ठोकर से वो भी गिर पड़ीं। बाईक सवार ने हेलमेट पहन रखा था और वो भी अनियंत्रित होकर बाईक समेत कुछ आगे जाकर गिर पड़ा। उसके गिरते ही चैन भी सड़क पर गिर गई, युवती ने अपनी चैन उठाई और स्कूटी समेत वहां से चली गई। चूंकि गुरमीत धनई के गिरने से उनके पैर में गंभीर चोट आई, नतीजतन बाईक उठा भाग रहे स्नेचर को वो नहीं पकड़ पाई।
इस घटना का सुखद पहलु यह रहा कि युवती को अपनी सोने की चैन वापस मिल गई, पर उसने न पुलिस को कंप्लेन किया और न ही कांग्रेस नेत्री को उठाने या उनका हाल पूछने लौटी।
आरोपी बाईक सवार वारदात करने में असफल हो गिर पड़ा, पर उसकी चोट ज्यादा न होने से वह भी आसानी से निकल भागा। दुःखद पहलु यह रहा कि युवती को वारदात से बचाने और आरोपी बाईक सवार के सामने कूद कर उसे रोकने का प्रयास करने वाली गुरमीत धनई का एक पैर फैक्चर हो गया है। श्रीमती धनई ने Steel City online को बताया कि घटना सोमवार सुबह साढ़े 9 बजे की है। वो अपने घर से कचरा सामने पड़े कूड़ेदान में फेंकने के लिए जैसे ही गेट से बाहर आई, कुछ ही दूरी पर चेन स्नेचिंग की वारदात उन्होंने देखी और सामने आ रहे चेन स्नेचर की बाईक के सामने दौड़ कर उन्होंने उसे रोकने का प्रयास किया।
बाईक सवार उन्हें ठोकर मारता आगे अनियंत्रित हो गिर पड़ा। इस बीच युवती ने स्कूटी खड़ी कर बाईक सवार के हाथ से गिरी अपनी चैन को सड़क से उठाया और स्कूटी स्टार्ट कर निकल गई।
श्रीमती धनई ने बताया कि युवती को वह देखने से पहचान लेंगी, पर बाईक सवार ने हेलमेट पहन रखा था, इसलिए उसका चेहरा और बाईक नंबर गिरने की वजह से वो नही देख सकीं। बाईक सवार के भागते समय कुछ अन्य राहगीर वहां पहुंचे और गुरमीत को उनकी मदद से अस्पताल लाया गया। उनके एक पैर में फैक्चर होने से प्लास्टर चढ़ाया गया है।
घटना के संबंध विचारणीय पहलु यह भी है कि जिस युवती को वारदात से बचाने कांग्रेस नेत्री ने जान जोखिम में डाल आरोपी को रोकने का प्रयास किया, वह चेन मिलने के बाद इंसानियत के नाते रूक कर घायल श्रीमती धनई की कोई सहायता तक नहीं की। अगर युवती थोड़ी सी तत्परता और सामाजिकता दिखाती तो निश्चित तौर पर चेन स्नेचर भी पकड़ा जाता।
श्रीमती धनई ने कहा कि उन्हें खुशी है कि युवती के साथ हुई वारदात – को असफल करते हुए उन्होंने आरोपी के मनसूबे पर पानी फेर दिया है। उन्हें चोट जरूर आई है मगर उन्होंने – निःस्वार्थ सेवा भावना से अपराध – को रोकने एक सामाजिक नागरिक के कर्तव्य का निर्वहन किया है। इसका थोड़ा मलाल उन्हें भी है कि – हो सकता है युवती पुलिस और कानूनी कार्रवाई के पचड़े में नहीं पड़ना चाहती हो, पर कम से कम – उसे थोड़ी देर रूक कर उनकी मदद – तो करनी ही थी।