नाराणपुर 16 MAY 2024:- छत्तीसगढ़ के नाराणपुर में 13 मई को हुये कांग्रेस नेता विक्रम बैस की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। हत्याकांड से जुड़े छह आरोपियों को नाराणपुर पुलिस ने दुर्ग, बिलासपुर से पकड़ा है। इस वारदात को मुख्य आरोपी मनीष राठौर के कहने पर अंजाम दिया गया था। आरोपियों ने बिहार के सिवान से कट्टा मंगवाया था और संजू यादव व विश्वजीत नाग ने मिलकर कांग्रेस नेता विक्रम बैस की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने पत्रकारों के समक्ष इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गिरफ्तार से आरोपियों में से तीन आरोपी भिलाई- दुर्ग के बताए जाते हैं। व्यापारी वर्चस्व को लेकर इस हत्याकांड की वारदात को अंजाम दिया गया हत्याकांड की प्लानिंग जेल में बनी और भिलाई के काफी हाउस में इसे अमली जामा पहनाया गया
पुलिस के खुलासे में ये बात सामने आई है कि मनीष राठौर ने व्यापारिक वर्चस्व के चलते विक्रम बैस की हत्या करवाई थी। मनीष राठौर ट्रांसपोर्टर के साथ साथ नाराणपुर में पहले जुआ-सट्टेबाजी का काम भी देखता था। इस मामले में पुलिस ने पहले भी मनीष के खिलाफ कार्रवाई की थी। वहीं, मृतक कांग्रेस नेता विक्रम बैस भी ट्रांसपोर्टर था और दोनों के बीच व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा भी चल रही थी। जानकारी मिली है कि विक्रम बैस परिवहन संघ में पदधिकारी भी थे। मनीष का विक्रम बैस के साथ विवाद भी चल रहा था। फिलहाल इस मामले में छह आरोपियों को पकड़ा गया है। साथ ही मुख्य आरोपी मनीष फरार है जिसकी तलाश की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले में बारीकी से पूछताछ, सीसीटीवी फुटेज व सायबर एनालिसिस के आधार पर मनीष राठौर निवासी नारायणपुर का नाम सामने आया। मनीष राठौर, जसप्रीत सिंह सिद्धू, विश्वजीत नाग, विप्लव एवं विवेक अधिकारी के द्वारा लगभग डेढ़ महीने पहले हत्या की साजिश रची गई थी। इस हेतु भिलाई के इंडियन कॉफी हॉउस पिस्टल खरीदने एवं हत्या की प्लानिंग हेतु मनीष राठौर, विश्वजीत नाग, राजीव रंजन यति उर्फ राजू उर्फ बिहारी, संदीप यादव उर्फ संजू और सैमुआल उर्फ रायनुन्तलम के साथ मीटिंग किया गया। मनीष जब एक मामले में नारायणपुर जिला जेल में बंद था उसी दौरान उसकी मुलाकात विश्वजीत नाग से हुई थी, जेल में मिलकर मनीष ने हत्या की प्लानिंग तैयार की थी।
हत्या में उपयोग हुआ पिस्टल जिला सिवान बिहार से लाया गया था। घटना को अंजाम देने के पहले दो दिनों तक आरोपियों के द्वारा मृतक की रेकी की गई थी। घटना के दिन मृतक विक्रम बैस को अकेला पाकर आरोपी संजू यादव और विश्वजीत नाग ने मिलकर गंडासा से वार कर और पिस्टल से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। घटना मे प्रयुक्त पिस्टल को मनीष राठौर के गोदाम में छुपा दिया गया था।
पत्रकारों को धमकी
पूछताछ के दौरान नारायणपुर पुलिस को पता चला कि कुछ समय नारायणपुर के पत्रकारों को धमकी भरा पत्र भेजा गया था। इसे मनीष राठौर द्वारा लिखा गया था और विश्वजीत नाग द्वारा इसे पोस्ट किया गया था। वहीं, जिले के किशोर आर्या परिवहन संघ अध्यक्ष को धमकी भरा पत्र व नक्सलियों के नाम पर धमकी भरे बैनर व पत्र भेजकर लोगों को आतंकित करने का काम भी इसी ने किया था।
मामले में अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में प्रमुख रूप से जिला दुर्ग, रायपुर एवं बिलासपुर एसीसीयू टीम तथा जिला नारायणपुर से निरीक्षक-थाना प्रभारी श्री दिनेश चन्द्रा, उप निरीक्षक धीरेन्द्र तिवारी, सउनि रूमन्त देवांगन प्रभारी सायबर सेल एवं साइबर सेल नारायणपुर के महत्वपूर्ण योगदान रहा।
आरोपी गण-
1- विश्वजीत नाग पिता हाराधन नाग जाति कायस्थ (बंगाली) 48 वर्ष साकिन 66 नं. बेलघड़िया थाना बेलघड़िया जिला कलकत्ता (पं.ब.) हाल मुकाम बंगलापारा, मनीष राठौर का गोदाम, नारायणपुर
2- संदीप यादव उर्फ संजू पिता अरूण यादव 24 वर्ष साकिन सुभाष चौक देहान (गौठान के पास) बोरसी थाना पद्मनाभपुर जिला दुर्ग
3- राजीव रंजन यति उर्फ राजू उर्फ बिहारी पिता हीरा लाल यति जाति गोसाई (ब्राम्हण) 41 वर्ष सा. पिपरा थाना मीरगंज जिला गोपालगंज (बिहार) हाल मुकाम- ब्लॉक नं. 09 रूम नं. 11, सेक्टर 09 हॉस्पिटल सेक्टर, थाना कोतवाली, सेक्टर – 06 भिलाई दुर्ग
4- आर. सैमुआल उर्फ रायनुन्तलम पिता स्व. आर. सी. रत्नम जाति इसाई (तेलगु) 39 वर्ष साकिन सड़क नं. 09 ब्लॉक नं. 01 रूम नं. 06 हास्पिटल सेक्टर 09 थाना कोतवाली सेक्टर 06 भिलाई दुर्ग
5- जसप्रीत सिंह उर्फ पोतू पिता स्व. सरदारा सिंह जाति सिक्ख 20 वर्ष साकिन खालसा बिला, बंगलापारा नारायणपुर
6- विवेक अधिकारी उर्फ सिदाम पिता हरविलास 28 वर्ष जाति नमोशूद्र साकिन बखरूपारा नारायणपुर।