भिलाई नगर 08 जनवरी 2023। आचार्य नरेंद्र देव जन अधिकार अभियान समिति भिलाई ने आरोप लगाया है कि भिलाई स्टील प्लांट के कतिपय अफसर यहां कार्यरत ठेकेदारों को मानसिक तौर पर प्रताड़ित कर रहे हैं। समिति ने इस संदर्भ में ठेकेदार सुधांशु खंडेलवाल की दो दिन पहले बिगड़ी तबीयत का हवाला देते हुए आरोप लगाया है कि इस नौजवान ठेकेदार की तबीयत बिगड़ने की प्रमुख वजह बीएसपी औद्योगिक संबंध और ठेका प्रकोष्ठ के अफसर की प्रताड़ना है और ठेकेदार सुधांशु खंडेलवाल आईसीयू में जीवन-मृत्यु के बीच संघर्ष करते हुए दो दिन बाद होश में आए है।
समिति के संयोजक आर पी शर्मा ने इस संबंध में भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता को पत्र लिखा है और जिम्मेदार अफसर पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। आर पी शर्मा ने अपने पत्र में कहा है कि कार्मिक (ठेका श्रमिक प्रकोष्ठ ) के उपमहाप्रबंधक स्तर के अधिकारी जेएन ठाकुर विगत साल भर से ठेकेदार सुधांशु खंडेलवाल को मानसिक तौर पर प्रताड़ित कर रहे हैं। जिसमें अक्सर बिलिंग के दौरान ठेकेदार को परेशान किया जाता है।अक्सर खंडेलवाल की बिलिंग 2 से 3 महीना तक विलंब किया जाता है और किसी भी तरह के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। हाल में अक्टूबर 2022 से अब तक आईआर क्लीयरेंस नहीं दिया गया है। सारे बिल रोक दिए गए हैं।
इस मानसिक प्रताड़ना के चलते ठेकेदार सुधांशु खंडेलवाल ने पिछले हफ्ते इस अफसर को साफ शब्दों में कहा था कि-अगर ऐसी स्थिति रही तो वह आत्महत्या के लिए मजबूर होगा..और इन्ही परिस्थितियों में 6 जनवरी को सुधांशु खंडेलवाल की तबीयत अपने तालपुरी स्थित निवास में बिगड़ी। जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती किया गया। शर्मा ने मांग की है कि ऐसे अधिकारी को वहां से हटाया जाए और इस अधिकारी के आचरण की जांच की जाए कि आखिर इसकी वजह से एक नौजवान ठेकेदार की तबीयत क्यों बिगड़ी?