बिलासपुर/रायपुर 04 जनवरी 2023:! दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने विगत वर्षों में अपने कार्यक्षेत्र के अंतर्गत बुनियादी संरचना के विकास के क्षेत्र मे नये क्षितिज का निर्माण किया है । यात्री सुविधाओं की दृष्टि से स्टेशनों में फूट ओवर ब्रिज के निर्माण, रेल लाइनों को क्रास करने वाली सड़क मार्ग के यात्रियों के लिए रोड ओवर ब्रिज/ रोड अंडर ब्रिज/ सब-वे आदि के निर्माण हो या अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत नई रेल लाईन, दोहरीकरण, तीसरी लाईन, चौथी लाईन के निर्माण एवं आमान परिवर्तन जैसी अनेक महत्वपूर्ण बड़ी परियोजनाओं को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में पूर्ण किया गया है ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के तीनों रेल मंडलो बिलासपुर, रायपुर एवं नागपुर के अंतर्गत किए जा रहे नई रेल लाईन, दोहरीकरण, तीसरी लाईन, चौथी लाईन के निर्माण एवं आमान परिवर्तन परियोजना पर तेजी से कार्य किए जा रहे है । इसी का ही परिणाम है कि वर्तमान वित्तीय वर्ष के अप्रैल’ 2022 से दिसंबर’ 2022 तक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में नई रेल लाईन, दोहरीकरण, तीसरी लाईन, चौथी रेल लाइन की महत्वपूर्ण परियोजनाओं के अंतर्गत 152 किलोमीटर रेल लाइन का निर्माण पूरा किया गया । आधारभूत संरचनाओं के विकास से संबन्धित इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं की जानकारी इस प्रकार है : –
बिलासपुर – झारसुगुड़ा चौथी लाइन परियोजना – इस परियोजना के अंतर्गत बिलासपुर से झारसुगुड़ा के मध्य 206 कि.मी. चौथी लाइन का निर्माण लगभग 2060 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से किया जा रहा है । इस परियोजना के अंतर्गत चांपा-सारागांव, झाराडीह-राबर्ट्सन, एवं हिमगिर-झारसुगुड़ा के मध्य 70 कि.मी. चौथी रेल लाइन का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है ।
राजनांदगांव – कलमना तीसरी लाइन परियोजना – इस परियोजना के अंतर्गत राजनांदगांव से कलमना, नागपुर के मध्य 228 कि.मी. तीसरी लाइन का निर्माण लगभग 3226 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से किया जा रहा है । इस परियोजना के अंतर्गत राजनांदगांव-पनियाजोब, बोरतलाव-दारेकसा एवं काचेवानी-भंडारा रोड के मध्य 78 कि.मी. तीसरी रेल लाइन का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है ।
अनुपपुर – कटनी तीसरी लाइन परियोजना – इस परियोजना के अंतर्गत अनुपपुर से कटनी, के मध्य 165.52 कि.मी. तीसरी लाइन का निर्माण लगभग 1371 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से किया जा रहा है । इस परियोजना के अंतर्गत अमलाई-सिंघपुर एवं रुपौंद-झलवारा के मध्य 36 कि.मी. तीसरी रेल लाइन का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है । इसके साथ ही रायपुर-टिटलागढ़ दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत लाखौली से आरवीएच के मध्य 26 कि.मी. दोहरीकरण तथा खरसियाँ-धरमजयगढ़ परियोजना के अंतर्गत खरसियाँ से कोरीछापर के मध्य 45 कि.मी. दोहरीकरण का कार्य पूर्ण किया गया है । इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं के पूर्ण होने से क्षमता आवर्धन में वृद्धि होगी जिससे भविष्य में नई गाड़ियों का परिचालन किया जा सकेगा, इन खंडो में गतिशीलता में वृद्धि होगी, जिससे ट्रेनों की गति में वृद्धि के साथ साथ यात्री गाड़ियों का समयबद्ध परिचालन सुनिश्चित होगा ।