दुर्ग 16 नवंबर 2023 :- शासकीय चिकित्सालय दुर्ग से जेल प्रहरियों की अभिरक्षा में इलाज करा रहे कुख्यात आरोपी समृद्धि ज्वेलर्स की लूट व हत्या के मामले में मास्टरमाइंड अनुपम कुमार झा बुधवार की रात्रि भागने में सफल रहा इसके पूर्व भी राजधानी रायपुर से पेशी के दौरान उपरोक्त आरोपी भागने में सफल रहा था इस घटना के बाद से पुलिस में महकमे में हड़कंप मच गया है आरोपियों की धर पकड़ के लिए मतदान होने के बावजूद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस टीम तलाशी अभियान में लगी हुई है आरोपी पूर्व में भी राजधानी में पेशी के दौरान भागने में सफल रहा है फिलहाल समाचार लिखे जाने तक आरोपी के संबंध में कुछ भी पता सजी पुलिस के हाथ नहीं लगी है कोतवाली थाना दुर्ग में जेल प्रहरी की लिखित शिकायत पर धारा 392 और 224 के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है
बैकुंठपुर जिला वैशाली, बिहार के अनुपम उर्फ अभिषेक झा, हत्या के मामले में जेल में बंद था. आरोपी ने पाटन के अमलेश्वर में समृद्धि ज्वेलर्स के व्यापारी की गोली मारकर हत्या की थी और सोने-चांदी के ज्वेलरी लूटकर भाग निकला था. उसे 302, 394,397, 449,35, एवं 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत 2022 में जेल भेजा गया था.
14 नवम्बर को बंदी को जिला अस्पताल लाया गया था, जहां बंदी आरोपी टॉयलेट करने गया. इस दौरान दो अन्य नकाबपोश आकर प्रहरियों के साथ मारपीट कर मोबाइल लूट कर अपने साथ ले गए. जेल अधीक्षक और कोतवाली थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
भास्कर केन्द्रीय जेल दुर्ग मे प्रहरी के पद पर पदस्थ कि आज 16.11.2023 को जेल अधीक्षक केन्द्रीय जेल दुर्ग के पत्र क्रमांक 17456/वारंट/2023 दुर्ग 16.11.2023 के माध्यम से विचाराधीन बंदी अनुपम उर्फ अभिषेक झा पिता अवधेश झा के जिला चिकित्सालय दुर्ग से उपचार के दौरान फरार होने तथा प्रहरी के मोबाईल को लुट लेने के संबंध में प्रथम सुचना रिपोर्ट दर्ज करने के संबंध मे प्रतिवेदन दिया है जिसे थाना कोतवाली दुर्ग मे लाकर पेश कर रहा हूं। आवेदन पत्र पर प्रथम दृष्टिया धारा 224,392 भादवि का अपराध का घटित होना पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया आवेदन पत्र नकल जैल है- अधीक्षक केन्द्रीय जेल क्रमांक 17456/वारंट/2023 दुर्ग 16/11/2023 विचाराधीन बंदी अनुपम उर्फ अभिषेक झा आ. अवधेश झा के जिला चिकित्सालय दुर्ग से उपचार के दौरान फरार होने की प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने विचाराधीन बंदी अनुपम उर्फ अभिषेक झा आ. अवधेश झा साकिन बैकुण्ठपुर थाना बैकुण्ठपुर, जिला- वैशाली (बिहार) हालमुकाम धनेली थाना मुजगहन जिला रायपुर जो कि थाना अमलेश्वर के अपराध क्रमांक 157/ 2022 अंतर्गत धारा 302. 394,397,449, 34 भादवि एवं 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत न्यायालय पंकज दीक्षित जे.एम.एफ.सी मिलाई -03 के आदेशानुसार 29.10.2022 को इस जेल में परिरुद्ध हुआ था। उक्त बंदी का स्वास्थ्य खराब होने से जेल चिकित्सक की सलाह पर जेल गार्ड की अभिरक्षा में 14.11. 2023 सुबह 11:40 बजे उपचार हेतु शासकीय जिला चिकित्सालय दुर्ग चेकअप हेतु भेजा गया था जहां उसे संबंधित विभाग के चिकित्सक द्वारा आगामी उपचार हेतु भर्ती कर लिया गया। 15.11.2023 को शाम 06:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे पुरुष मेडिकल वार्ड जिला चिकित्सालय दुर्ग में उक्त बंदी की सुरक्षा मे गीता खुटे एवं राजूलाल वर्मा की ड्यूटी नियत की गयी थी। लगभग 09:30 बजे शौचालय जाने के लिये बंदी द्वारा कहे जाने पर प्रहरियों द्वारा वार्ड के बाहर कुछ दूर शौच के लिये शौचालय ले जाया गया तभी शौचालय के बाहर अचानक दो नकाबपोश व्यक्ति द्वारा प्रहरी गीता खुटे एवं राजू लाल वर्मा को मारते हुये उनके मोबाइल को छीन कर एवं धक्का देते हुए बाथरूम में बंद कर उक्त विचाराधीन बंदी के साथ तीनों वहा से फरार हो गये। इस सम्पूर्ण घटना क्रम की सूचना उपरोक्तानुसार प्रहरी गीता खुटे एवं राजूलाल वर्मा द्वारा जेल मेनगेट के दूरभाष पर दी गई। ऐसा ड्यूटी पर तैनात प्रहरियों द्वारा बताया गया।
अमलेश्वर में ज्वेलर्स की गोली मारकर की थी हत्या
अभिषेक झा उत्तर प्रदेश का पेशेवर अपराधी है। वो लगभग एक साल पहले अपने साथियों के साथ अमलेश्वर में समृद्धि ज्वेलर्स को लूटने गया था। इस दौरान उसने कट्टे से गोली मारकर ज्वेलर्स की हत्या कर दी थी । अभिषेक के खिलाफ दुर्ग, रायपुर समेत अन्य जिलों में कई गंभीर मामले दर्ज हैं।
दूसरी बार हुआ है फरार
अभिषेक झा इतना शातिर अपराधी है कि वो अधिक दिन तक जेल में नहीं रहता। सजा के दौरान ये दूसरी बार अभिरक्षा से भागा है। इससे पहले वो रायपुर में पेशी के दौरान कोर्ट से फरार हो गया था। उसने फरारी के दौरान ही अम्लेश्वर में 3 साथियों के साथ लूट और हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद रायपुर और दुर्ग की पुलिस ने मिलकर उसे उत्तर प्रदेश के वाराणसी से गिरफ्तार किया था।
जेल में मोबाइल नेटवर्क पर नहीं दिया जा रहा ध्यान
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय जेल दुर्ग में अपराधियों को मोबाइल फोन काफी सहजता से उपलब्ध है। जेल प्रबंधन द्वारा महीने का किराया लेकर उन्हें मोबाइल दिया जाता है। इससे वो जेल के अंदर बैठे-बैठे ही अपना गैंग संचालित कर रहे हैं। इससे पहले भी जेल के अंदर का वीडियो कुछ आरोपियों ने वायरल किया था। आरोप है कि अभिषेक झा के पास भी मोबाइल फोन था। उसने जेल के अंदर से अपने लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती होने की खबर दे दी थी। इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से वो वहां से फरार हो गया।