भिलाई नगर 25 मार्च 2023 / परिवार के लोगों ने ही महिला को टोनही करार दे दिया। उसे टोनही बोलकर प्रताड़ित करते रहे। उसके इंकार करने पर बैगा के पास ले जाया गया। बैगा के जरिए उसे नंगे पांव लोहे के किल पर और फिर धधकते अंगारों पर चलाया गया। इससे उसकी हालत खराब हो गई और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से बात पुलिस तक पहुंची। फिर मामले में देवरानी, जेठानी और देवर सहित नाबालिग बैगा पर अपराध कायम कर गिरफ्तारी के बाद जेल भेज दिया गया।
दुर्ग जिले में टोनही प्रताड़ना का गंभीर मामला सामने आया है। मामला इतना गंभीर है कि पुलिस को जैसे ही जानकारी लगी तत्काल पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया और मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायालय ने भी तत्काल उन्हें जेल दाखिल करा दिया। दुर्ग के करहीडीह गांव में रहने वाली महिला ने जिला अस्पताल में पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसके देवर नाथू निषाद, देवरानी यामिनी निषाद और जेठानी दुर्गा निषाद लगातार उस पर आरोप लगाते थे कि वह टोनही है।
इस पर वह परेशान रहती और परिजनों से कहती थी कि ऐसा कुछ नहीं है ना ही वह इस तरह की कोई हरकत करती है। लेकिन फिर भी परिवार वाले नहीं माने और उसे दुर्ग में कैलाश नगर में रहने वाले नाबालिग बैगा के पास ले गए। बैगा को पूरी जानकारी दी गई। बैगा ने पहले तो झाड़-फूंक की और फिर उसे किलों पर नंगे पैर चलवाया। इतने से भी जब बैगा को संतुष्टि नहीं मिली तो उसने उसे धधकते अंगारों में चलाया। जिससे उसके पैरों में बुरी तरह से खून निकलने लगा और उसके पैर जल गए।
जिसके बाद उसे तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसका इलाज जारी है। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने ममता के लहूलुहान पैरों को देखा तो वे माजरा समझ गए। डॉक्टरों ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी। पुलिस के जवान तत्काल मौके पर पहुंचे और उससे पूछताछ की गई।
पूछताछ में उसने पूरी बात बताई। पुलिस ने उसका बयान दर्ज कर लिया और उसकी देवरानी, जेठानी, देवर और बैगा को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ टोनही प्रताड़ना निवारण अधिनियम 324,34,4,5,6, के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया। तत्काल न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। जहां से न्यायालय ने उन्हें तत्काल जेल भेज दिया।