भिलाईनगर 19 मार्च 2024 :- छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के दौरान अब कांग्रेस में एक लेटर बम फूटा है, जिससे बाद कांग्रेस संगठन में भूचाल आ गया है. एक तरफ ईडी और एसीबी के द्वारा कांग्रेस नेताओं पर अपराध दर्ज किए जा रहे हैं. वहीं अब कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल और पूर्व सीएम के सलाहकार विनोद वर्मा पर एआईसीसी के सदस्य छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व महामंत्री अरुण सिंह सिसोदिया ने पीसीसी चीफ दीपक बैज को पत्र लिखकर आर्थिक अनियमितता का आरोप लगाया है.
अरुण सिसोदिया ने अपने पत्र के आधार पर सबंधित लोगों पर जांच की मांग की है. अरुण सिसोदिया ने कहा है कि 2 माह पहले पार्टी फंड में अनियमितता का मामला सामने आया था. जिसकी जांच के बाद मैने यह पत्र लिखा है.
छत्तीसगढ़िया मॉडल के रूप में लोगों को इमोशनल ब्लेकमेल कर सरकारी खजाने में डाला डकैती
विनोद वर्मा के बेटे के फर्म का टोटल कैपिटल 10 लाख और पीसीसी से भुगतान 19 लाख प्रतिमाह
इस करतूत की जानकारी तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम को भी नहीं
विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी को पीसीसी से 5.90 करोड़ का भुगतान
प्रदेश अध्यक्ष के जानकारी के बगैर नोट सीट में ऑर्डर पर ऑर्डर होते गए
भगोड़ा रामगोपाल अग्रवाल ईडी का फरार आरोपी है और उसके यहां से जब्त दस्तावेज व डायरी में सभी बड़े कांग्रेस नेताओं का भ्रष्टाचार का बड़ा रकम का लेनदेन
उन्होंने कहा, रामगोपाल अग्रवाल और विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी को 5 करोड़ 89 लाख रुपए का भुगतान कर पार्टी को नुकसान पहुंचाया गया है, जिन्होंने पार्टी के पैसे का दुरुपयोग किया है. उन पर कार्यवाही होनी चाहिए. मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं, पार्टी में अगर सच बोलना बगावत है तो मैं बागी हूं और अगर पार्टी कार्यवाही करती है तो मैं राहुल गांधी, दीपक बैज और चरणदास महंत के साथ खड़ा हूं।
भेजी गई चिट्ठी में अरुण सिंह सिसोदिया ने लिखा
प्रदेश महासचिव सिसोदिया ने चिट्ठी में उल्लेखित किया है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल द्वारा अपने मित्र और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनितिक सलाहकार विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी टेसू मीडिया लैब गाजियाबाद को 5 करोड़ 89 लाख रुपए बिना प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम व प्रभारी महामंत्री की जानकारी व अनुमति के भुगतान किया गया जबकि कोषाध्यक्ष को कार्यादेश जारी करने अनुमति नहीं और पार्टी बायलोज के अनुसार प्रदेश कार्यकारणी में प्रस्ताव लाकर पास करनाआवश्यक है और प्रदेश अध्यक्ष के नोट शीट ऐप्रूवल लिया जाना जरूरी है।
विदित हो की सरकार आने के बाद भी सगठन को किसी प्रकार आर्थिक सहयोग नहीं दिया जाता था। हमारे द्वारा कई बार बैठक में और प्रभारी कुमारी सैलजा से अनुरोध व मांग करने के बावजूद ब्लाक अध्यक्ष व जिला अध्यक्ष को 5-10 हजार मासिक सगठन के कार्य करने नहीं दिया गया पर अपने परिवार के लोगों को एक कमरे में बैठकर कार्यादेश व गवाह निजी लोगों को बनाकर भुगतान कर दिया गया, साथ ही जो रकम 10 लाख 6 लाख व 3 लाख यानि 19 लाख प्रति माह मुगतान किया गया वो वर्तमान में 10 गुना है यानि प्रति माह 20 लोगो की टीम 3 लाख में कार्य कर रही है जैसा की आपको पूर्ण विदित है।
आपसे अनुरोध है की 5 साल में ही सरकार और सगठन में मनमानी करने वाले गिरोह को पार्टी से बाहर किया जाए व हार के जिम्मेदार लोगो को सक्रिय राजनीति व पार्टी से दूर रखा जाए तभी पार्टी का उत्थान संभव है।