नशे में धुत्त रईसजादों ने पुलिस चौकी में घुस दो सिपाहियों को पीटा, वर्दी फाड़ी ….आरोपियों की बचाव में पैरवी करते दिखे कईं वर्दी वाले… धनाढ्य और रसूखदारों की भी लगी रही चौकी में जमघट… चर्चित सटोरिए,ट्रांसपोर्ट व्यवसायी, शोरूम मालिक के बदमाश बेटों की पुलिस ने नहीं निकाली जुलूस…

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दुर्ग 18 अप्रैल 2025:- बुधवार की रात्रि रसूखदारो  के बेटों ने नशे में चूर अंजोरा चौकी परिसर में घुसकर दो सिपाहियों की पिटाई करते हुए वर्दी फाड़ दी दोनों सिपाहियों ने भाग कर जान बचाई पुलिस ने रात्रि में ही भाग दौड़कर पांचो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। रसूखदार परिवार से संबंधित पांचो आरोपियों को बचाने के लिए पुलिस के अधिकारियों कर्मचारियों के साथ-साथ धन्ना सेठो और रसूखदार लोगों का जमघट लगा रहा बताया जाता है कि एक पुलिस अधिकारी ने इन आरोपी परिवार से लिफाफा तक ले लिया कि उनके खिलाफ कोई गंभीर कार्यवाही नहीं की जाएगी।

घटना की जानकारी लगते ही पुलिस कप्तान जितेंद्र शुक्ला तत्काल अंजोरा पुलिस चौकी पहुंचे और  चौकी में ही डेरा डालकर आरोपियों की धर पकड़ की मॉनिटरिंग करने लगे। वर्दी धारी के साथ मारपीट हुआ और वर्दी धारी ही आरोपियों की बचाने में जी जान से जुट गए किंतु पुलिस कप्तान के सामने किसी की एक  न चली

रातभर खोजबीन कर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।इसमें महादेव सट्टा ऐप को ऑपरेटर करने के मामले में पकड़ाए सतनाम सिंह का बेटा जसराज सिंह, यसराज सिंह रंधावा पिता निर्मल सिंह रंधावा,श्रीजल सोनी उर्फ पुनीत पिता राजेश सोनी, जसकरण सिंह पिता जसवंत सिंह और अनुराग तिवारी पिता वीरेन्द्र तिवारी को गिरफ्तार किया गया। सभी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया।

अंजोरा चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक रामनारायण ध्रुव ने बताया कि बुधवार रात 10 बजे  चौकी में पदस्थ सिपाही प्रदीप कुर्रे ड्यूटी पर आ रहा था। आरोपियों ने उसकी गाड़ी को ठोकर मार दिया। सिपाही चौकी की तरफ वह जैसे घूमा, उसी समय रॉन्ग साइड खन्ना ढाबा की तरफ से थार और ब्रेजा कार में सवार होकर पांचों आरोपी राजनादगांव की तरफ ढाबा जा रहे थे। सिपाही प्रदीप कुर्रे ने उन्हें ठीक से गाड़ी चलाने की हिदायत दी। उसकी बात सुनकर कार में सवार आरोपी उतरे और उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। विवाद देख जो आरोपी थार में सवार थे, वे भी पहुंच गए। तब सिपाही प्रदीप कुर्रे अपनी जान बचाकर चौकी की तरफ भागा। बदमाश युवक उसका पीछा करते चौकी परिसर में घुस गए और उसे घेर लिया। चौकी में तैनात आरक्षक हिरेन्द्र निषाद बचाने के लिए दौडा आरोपियों ने दोनों सिपाहियों की अच्छी खासी ठुकाई कर दी इतना ही नहीं एक सिपाही की वर्दी तक फाड दी गई।

पांचो यूवको के हौसले इतने बुलंद थे कि चौकी के अंदर मारपीट की क्वालिटी में तैनात जवान जब बचाने पहुंचा उसकी भी जमकर धुनाई कर दी मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई जानकारी मिलते ही पुलिस कप्तान जितेंद्र शुक्ला अंजोरा चौकी पहुंचे और पांचवा आरोपियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया बताया जाता है कि इस दौरान आरोपियों को छुड़वाने के लिए वर्दीधारी पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों के अलावा रसूखदारों के फोन धन-धनाते रहे मामला रफ -दफा करने के फिराक में लग रहे बताया जाता है कि एक अधिकारी ने तो इन लोगों से लिफाफा तक ले लिया लेकिन पुलिस कप्तान के आगे किसी की नहीं चली और पांचो आरोपियों को विभिन्न धाराओं में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया

श्रीजल सोनी उर्फ पुनीत पिता राजेश सोनी निवासी शांति नगर, जशकरण पिता जशवंत सिंह निवासी शांति नगर, जशराज पिता सतनाम सिंह निवासी शांति नगर, अनुराग पिता विरेंद्र तिवारी निवासी हाउसिंग बोर्ड जामुल और यशराज पिता निर्मल सिंह रंधावा निवासी साकेत नगर कोहका। सभी आरोपियों को बुधवार देर रात ही हिरासत में ले लिया गया था। गुरुवार दोपहर सभी को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से सभी को जेल भेज दिया गया है।

पुलगांव थाने में पदस्थ एसआई बेदराम चंद्रवंशी ने थाने में आवेदन की नकल जैल किया है। सभी आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने बीएनएस की धारा 296, 351(3), 190, 191, 132,221,121 (1) और 324 (2) BNS के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

इन रसूखदारों बदमाशों की पुलिस ने जुलूस नहीं निकाली

लोगों ने कहा कि पुलिस जिस तरह बदमाशों का जुलूस निकालती है, उसी तरह इन रसूखदानों बदमाशों का इनका जुलूस क्यों नहीं निकाली। इससे साफ है कि कहीं न कहीं पुलिस दबाव में आ ही गई। सूत्र बताते हैं कि इन बदमाश युवकों की मामले में सेटिंग को लेकर पुलिस का अधिकारी लिफाफा तक ले लिया था किंतु उसकी भी एक न चाली इतना ही नहीं कुछ चर्चित आरक्षक भी मामले में आरोपी पक्ष की ओर से सेटिंग करने को लेकर राजनीति करते नजर आए


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