रुद्र गुरु की नवागढ़ से भी दावेदारी के चलते अहिवारा के कांग्रेसियों की बांछे खिली…..00 टिकट की कवायद में जुटे महापौर निर्मल कोसरे सहित दो पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी….00 दिल्ली में डटे पत्नी के माध्यम से भाजपा की महापौर को पटकनी देने वाले पूर्व पार्षद

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भिलाईनगर 4 सितंबर 2023 / दुर्ग जिले में अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित अहिवारा विधानसभा से कांग्रेस के होने वाले प्रत्याशी के नाम को लेकर कश्मकश की स्थिति बन रही है। कांग्रेस से मौजूदा विधायक मंत्री गुरु रुद्र कुमार की नवागढ़ से भी पेश की गई टिकट की दावेदारी से अहिवारा के कांग्रेस नेताओं की बांछे खिल उठी है। महापौर निर्मल कोसरे सहित दो पूर्व कांग्रेस ओनी महिलांग और अशोक डोंगरे फिर से टिकट की कवायद में जुटे हुए हैं। वहीं अपनी पत्नी के माध्यम से भाजपा की महापौर चन्द्रकान्ता मांडले को पार्षद चुनाव में पटकनी दे चुके पूर्व पार्षद राम सूर्यवंशी भी इस समय दिल्ली में डटे हुए हैं।


अहिवारा विधानसभा से कांग्रेस टिकट के लिए वैसे तो जिला संगठन की ओर से महज दो नाम का पैनल प्रदेश संगठन को भेजा गया है। बावजूद इसके जिला संगठन की उम्मीदों पर खरा उतरने से किसी कारणवश चूक गए दावेदारों की उम्मीदें अब भी कायम है। ऐसे दावेदार अपनी उम्मीदवारी पर राष्ट्रीय संगठन की मुहर लगवाने कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसके लिए रायपुर से लेकर दिल्ली तक साम दाम दण्ड भेद की नीति अपनाया जा रहा है। अहिवारा सुरक्षित सीट से आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशी चयन करने जिला संगठन ने पैनल बनाकर प्रदेश संगठन के हवाले कर दिया है।

अंदरुनी खबरों को माने तो जिले से प्रदेश संगठन को प्रेषित पैनल में मौजूदा विधायक और मंत्री गुरु रुद्र कुमार और भिलाई – चरोदा महापौर निर्मल कोसरे के रूप में महज दो ही नाम है। इस बीच गुरु रुद्र कुमार के अबकी बार अहिवारा के बजाय बेमेतरा जिले के नवागढ़ से विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा उफान पर बनी हुई है। यह चर्चा कोई हवा हवाई नहीं है। बल्कि गुरु रुद्र कुमार ने अहिवारा के साथ साथ नवागढ़ से भी कांग्रेस प्रत्याशी बनने की इच्छा जताते हुए पार्टी की निर्धारित प्रक्रिया के तहत आवेदन किया है।

ऐसे में शीर्ष नेतृत्व अगर गुरु रुद्र कुमार को नवागढ़ से प्रत्याशी बनाता है तो अहिवारा से महापौर निर्मल कोसरे की दावेदारी पर मुहर लगने पर कोई संदेह नजर नहीं आता। बावजूद इसके टिकट के अन्य दावेदारों की उम्मीदें अभी भी कायम है और वे प्रयास जारी रखे हुए हैं।


उल्लेखनीय है कि अहिवारा विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी बनने 32 लोगों ने ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों को आवेदन दिया था। ब्लॉक से अधिकतम पांच नाम का पैनल जिला संगठन को भेजा जाना था। यह पुख्ता नहीं हो पाया है कि ब्लॉक से जिले में कितना और किसका नाम गया। लेकिन जिले से गुरु रुद्र कुमार और निर्मल कोसरे का ही नाम आगे भेजे जाने की खबर राजनीतिक गलियारे में बनी हुई है।

इसके बाद अन्य मजबूत माने जा रहे दावेदारों ने टिकट को लेकर अपनी कवायद शुरू कर दिया है। इसमें पिछले चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी रहते पराजय का सामना कर चुके ओनी महिलांग और अशोक डोंगरे सहित जिला कांग्रेस कमेटी दुर्ग ग्रामीण के पूर्व अध्यक्ष हेमंत बंजारे व भिलाई – चरोदा नगर निगम के पूर्व पार्षद राम सूर्यवंशी प्रमुख रूप से शामिल हैं।


गौरतलब रहे कि कांग्रेस ने ओनी महिलांग को वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया था। हालांकि उस चुनाव में कांग्रेस ने अब दिवंगत हो चुके डॉ शोभाराम बंजारे को प्रत्याशी घोषित कर दिया था। लेकिन ऐन वक्त पर उन्हें शासकीय सेवा संबंधी अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिल पाया। इस स्थिति में पहले से नामांकन दाखिल करने वाले ओनी महिलांग को कांग्रेस ने बी फार्म देकर प्रत्याशी घोषित कर दिया।

लेकिन महिलांग चुनाव हार गए। जबकि बीएसपी में अधिकारी अशोक डोंगरे को वर्ष 2013 में कांग्रेस ने प्रत्याशी अधिकृत किया था। लेकिन उन्हें भी पराजय का सामना करना पड़ा। एक बार फिर ओनी महिलांग और अशोक डोंगरे टिकट की कवायद में जुटे हुए हैं। इसी तरह जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष हेमंत बंजारे और पूर्व पार्षद राम सूर्यवंशी भी अपने अपने स्तर पर टिकट के लिए प्रयासरत बताए जा रहे हैं। राम सूर्यवंशी के शुक्रवार को अचानक दिल्ली रवाना होने से भी अहिवारा से कांग्रेस की राजनीति में गर्माहट भर गई है।


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