चंद्र ग्रहण पर राशियों का प्रभाव….. जन्म नक्षत्र पर ग्रहण लगा हो उसे मृत्युतुल्य कष्ट होता है। तदोपरान्त 12 राशियों पर घात आदि क्रम से फल घटित होते हैं। इस बार यह ग्रहण अश्विनी नक्षत्र एवं मेष राशि लगेगा ….. शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण के कारण 74 साल में पहली बार सूतक का साया…..

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🌹 चंद्रग्रहण का राशियों पर प्रभाव 🌹
28/10/23 शनिवार को लगने वाला यह चंद्रग्रहण मेष से मीन पर्यंत बारहों राशियों पर अपना शुभ एवं अशुभ प्रभाव डालेगा ।
” जन्मर्क्षे निधनं ग्रहे जनिभतो घात: क्षतिः श्रीर्व्यथा, चिन्ता सौख्यकलत्रदौस्थ्यभृतय: स्युर्माननाशः सुखम्।
लभोपाय इति क्रमात्तदशुभध्वस्त्यै जप: स्वर्णगो दानं शान्तिरथो ग्रहं त्वशुभदं नो वीक्ष्यमाहुः परे।।

सूत्र कहता है जिसके जन्म नक्षत्र पर ग्रहण लगा हो उसे मृत्युतुल्य कष्ट होता है। तदोपरान्त 12 राशियों पर घात आदि क्रम से फल घटित होते हैं। इस बार यह ग्रहण अश्विनी नक्षत्र एवं मेष राशि लगेगा । अतः
मेष – घात (शारीरिक कष्ट)
वृष – हानि
मिथुन – लाभ
कर्क – सुख
सिंह – माननाश
कन्या – मृत्युतुल्य कष्ट
तुला – स्त्री पीड़ा
वृश्चिक – सौख्य
धनु – चिन्ता
मकर – व्यथा
कुम्भ – श्री
मीन – क्षति इस प्रकार का फल बारह राशियों के जातकों को प्राप्त होगा ।
जिनका जन्म नक्षत्र अश्विनी हो अथवा जिसका नाम (चू, चे, चो, ला) इन अक्षरों से आरंभ हो वह विशेष सावधान रहें। ग्रहण को बिलकुल न देखें।

( आचार्य पंडित अखिलेशधर द्विवेदी ज्योतिषाचार्य )

निवारण – ग्रहण जनित दोष की शान्ति हेतु जातक को जप,स्वर्णदान, गोदान करना चाहिए। सोने का सर्प बनवाकर ,कांसे के बर्तन में तिल वस्त्र एवं दक्षिणा के साथ श्रोत्रिय ब्राह्मण को दान करना चाहिए। यदि इसकी असमर्थता हो तो चांदी का चंद्रमा बनाकर ब्राह्मण को दान देना चाहिए । मंत्र– तमोमयमहाभीम! सोमसूर्यविमर्दन! हेमनागप्रदानेन मम शान्ति प्रदोभव। विधुन्तुद: नमस्तुभ्यं सिंहिकानन्दनाच्युतां दानेनानेन नागस्य रक्षमां वेधनाभ्यताम्।।
इस मंत्र से दान करें।

चन्द्र ग्रहण विशेष
दिनांक – 28/10/23
वार – शनिवार
तिथि – शरद पूर्णिमा
इस वर्ष भारत में एकमात्र मान्य एवं दृश्य चंद्र ग्रहण 28/10/23 शनिवार को लगेगा। इस ग्रहण का आरंभ भारत के संपूर्ण राज्यों में एक ही समय में अर्थात् रात में 01:05 मिन. पर होगा ,ग्रहण का मध्य रात 01:44 पे तथा 02:23 पर इसका मोक्ष होगा ।

सूतकचंद्रग्रहे तु यामांस्त्रीन् बालवृद्धातुरैर्विना
सूत्र कहता है कि चंद्र ग्रहण में ग्रहण से 3 प्रहर पूर्व अर्थात् 09 घंटे पहले सूतक लगता है । इस अनुसार 28 तारीख शनिवार शाम 04:00 बजे से सूतक आरंभ हो जाएगा । सूतक से ग्रहण काल पर्यन्त भोजन आदि करना निषेध है । अतः शाम 04:00 से रात्रि 02:23 पर्यंत भोजन आदि क्रिया का त्याग करें। किंतु यह नियम बालक, वृद्ध और रोगी को लागू नहीं होता ।

इस ग्रहण का राशियों पर कैसा और क्या प्रभाव पड़ेगा? यदि कुछ अनिष्ट हो तो उसका निवारण क्या है ? इन सबके विषय में भी यथा शीघ्र मैं आपको जानकारी देने का प्रयास करूंगा ।

आचार्य पं. अखिलेशधर द्विवेदी ज्योतिषाचार्य


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