कांकेर 17 अप्रैल 2024 :- कांकेर के छोटेबेठिया थाना क्षेत्र में सुरक्षबलों से मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए। इस मुठभेड़ में तीन जवान घायल हुए हैं जिनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। अभी तक 29 शव मिलने की खबर है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी.ने मीडिया से चर्चा में कहा कि यह एक बड़ी कामयाबी है। अबूझमाड़ और गढ़चिरौली इलाके में नक्सल कमांडर शंकर राव, ललिता और राजू की मौजूदगी की सूचना आई थी इसके बाद रणनीति बनाकर सर्चिग अभियान चलाया गया। इसमें 29 नक्सली मारे गए। एक दर्जन नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। CM विष्णु देव साय गृहमंत्री विजय शर्मा DGP अशोक जुनेजा ने कामयाबी के लिए सुरक्षबलों के जवानों को बधाई दी है।
पुलिस के मुताबिक घटना डेढ़ से दो बजे के बीच की है। मंगलवार को कांकेर के छोटेबेठिया थाना क्षेत्र के बीनागुंडा और कोरोनार के बीच हापाटोला के जंगल में बड़ी मुठभेड़ हुई है। बताया गया कि डीआरजी और बीएसएफ की संयुक्त टीम की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई। इसमें कई नक्सली मारे गए हैं। डेढ़ दर्जन नक्सली मारे गए। मुठभेड़ के दौरान भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए। इस मुठभेड़ में टॉप नक्सल कमांडर शंकर राव के मारे जाने की भी खबर है।
शंकर राव पर 25 लाख का इनाम है। कुछ सूत्रों का कहना है कि मारे गए नक्सलियों की संख्या और बढ़ सकती है। सर्चिग टीम के लौटने का इंतजार किया जा रहा है। बताया गया है कि सर्चिग अभियान चल रहा है। मुठभेड़ में तीन जवान घायल हो गए हैं। इनमें से एक बीएसएफ का इंस्पेक्टर और दो डीआरजी के जवान हैं। घायल जवानों की स्थिति सामान्य और खतरे से बाहर है। घायल जवानों को बेहतर उपचार के लिए हेलीकॉप्टर से राजधानी रायपुर रायपुर लाकर भर्ती कराया गया है
सुरक्षा बलों को इस जबरदस्त सफलता के लिए गृहमंत्री विजय शर्मा ने बधाई देते हुए बोले जवानों ने जान की बाजी लगाकर नक्सलियों को धूल चटा दिया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शर्मा से फोन पर पूरी घटना का ब्यौरा लिया। शाह ने कुछ दिनों पूर्व छत्तीसगढ़ में अपने चुनावी सभा में कहा था कि नक्सलियों को शीघ्र ही खत्म कर देंगे। मारे गए नक्सलियों में 25 लाख का इनामी माओवादी शंकर राव भी है। मुठभेड़ में पुलिस ने 25 लाख की इनामी महिला नक्सली ललिता माधवी को भी मार गिराया। घटनास्थल पर जवानों ने सात AK 47 और तीन LMG बरामद किया।
लोकसभा के प्रथम चरण के चुनाव में छत्तीसगढ़ में भारत का सबसे संवेदनशील सीट बस्तर भी है जहां चुनाव आयोग और सुरक्षा बलों के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती है नक्सल आतंक के साए में शांतिपूर्ण मतदान कराना। बस्तर में 19 अप्रैल को चुनाव संपन्न होगा। पिछले एक महीने से बस्तर के विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा बल नक्सलियों को लगातार घेर कर मार रहे हैं। हाल ही में बीजापुर में जवानों ने 13 नक्सलियों को मार गिराया था। कांकेर में मंगलवार 16 अप्रैल को पुलिस ने एक बार फिर जंगल में घुसकर नक्सलियों को मारा। कांकेर लोकसभा सीट में 26 अप्रैल को चुनाव है।
नई रणनीति का असर मारे गए 29 नक्सली। नक्सलियो को चारों तरफ से घेरकर उन्हें आगे ही नही बढ़ने दिया। और एक तरफ से आई सर्चिंग टीम ने नक्सलियो का काम तमाम कर दिया। bsf के डीआईजी ने कहा खड़ी पहाड़ियों से किया हमला। हमले का तरीका बदला। 17 ऑटोमैटिक वेपन्स जब्त हुए। छत्तीसगढ़ के इतिहास में अबतक सबसे ज्यादा नक्सली मारे गए।
आलोक सिंह, डीआईजी बीएसएफ
बीएसएफ का ये काफी बड़ा इटिलिजेंस बेस ऑपरेशन था। हम 2 दिन से इस ऑपरेशन पर हमारी और डीआरजी की टीम कोटरी के ईस्टर्न साइड के इलाके में ऑपरेशन पर लगे हुए थे। नक्सलियो का यर अबूझमाड़ का इलाका उनका हब माना जाता है हमारी कमांडो और डीआरजी की टीम काफी दिनों से यह प्रैक्टिस कर रही थी। हमने हमारी ऑपरेशनल स्ट्रेटजी पर्टिकुलर ऑपरेशन के लिए बदली हमने हॉट परसयूट और ड्राइव फ़ॉर हंट का एक मिला जुला ऑपरेशन लिया। फोर्स डिफेक्शन और मोबिलीजेशन की डिफरेंट डायरेक्शन की तकनीक अपनाई और हमे नक्सलियो को सप्राइज करना था हमने उन्हें सप्राइज किया और सफलता पाई। यहाँ की जो पहाड़िया वो काफी खड़ी है और यहाँ ऑपरेशन करना बेहद चैलेंजिंग है। नक्सली सोच भी नही सकते थे कि हम इस पूर्वी इलाके से उनपर कभी हमला कर सकते है हमने हमला किया जिसमें नक्सलियो को भारी नुकसान उठाना पड़ा 29 नक्सली मारे गए। 19 ऑटोमैटिक वेपन्स मीले है। कई नक्सली घायल हुए है। हम जल्द घायल नक्सलियो पर एक बड़ा ऑपरेशन प्लान करेंगे। आपको जल्द खबर मिलेंगी।