भिलाई नगर 2 दिसंबर 2022 :! पूर्व नेता प्रतिपक्ष रिकेश सेन ने लिखा आयुक्त महापौर को पत्र कहा तत्काल हटायें स्वास्थ्य अधिकारी को आयुक्त ने कहां मुझे नहीं है अधिकार हटाने का इंतजार करें 10 तारीख का जब वर्तमान आयुक्त रोहित व्यास अपने अवकाश के पश्चात् वापस लौटेंगे महापौर ने कहा प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी का बयान का समर्थन नहीं किया जा सकता मै आयुक्त से कहूंगा स्वास्थ्य प्रभारी से स्पष्टीकरण लिया जाये उसके बाद कार्यवाही की जायेगी। महापौर ने रिकेश सेन से कहा कि 10 तारीख तक इंतजार करें निश्चित रूप से आपको निराश नहीं किया जायेगा।…
प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी श्री धर्मेन्द्र मिश्रा, नगर पालिक निगम, भिलाई के द्वारा वेतन नहीं मिलने से सफाई कर्मचारियों के आंदोलन में प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह ग्रीन नेचर कंपनी को ठेका देना चाहते थे, लेकिन रिकेश सेन तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष के सिफारिश में पी.वी. रमन के कंपनी को दिया गया। उस विडियों में बहुत सी बातें स्पष्ट नहीं है। जैसा कि नगर पालिक नियम अधिनियम 1956 कि धारा 69(4) में प्रदत्त शक्तियों के अनुसार नगर पालिक निगम आयुक्त को निविदा आमंत्रित करने की अनुमति होती है। जिसके तहत निविदा आमंत्रित कर सभी प्रतियोगी निविदा में न्यूनतम दर (Lowest Rate) को नियमानुसार कार्यादेश (Workorder) दिया जाता है। निविदा बुलाने की शक्तियां न ही महापौर के पास है न ही मेयर-इन-काउंसिल के पास है और न हीं पार्षद को ये अधिकार दिया गया है। उसके बाद इस प्रकार का गैर जिम्मेदाराना बयान प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी का आना उचित नहीं है। कृपया इस पूरे प्रकरण की एवं विडियो का परीक्षण कर जांच किया जाए। उसके बाद प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी को उसके पद से तत्काल हटाकर उचित कार्यवाही किया जाये। जिससे निगम के प्रति आम-जनमानस का विचार स्पष्ट रहें।
निगम के स्वास्थ्य अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे पूर्व नेता प्रतिपक्ष रिकेश सेन
नगर निगम भिलाई के पूर्व नेता प्रतिपक्ष और वार्ड-26 के भाजपा पार्षद रिकेश सेन ने प्रेस रिलीज जारी किया है। इस प्रेस रिलीज में रिकेश ने कहा है कि निगम के स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा के खिलाफ वे कानूनी कार्रवाई करेंगे। इसके लिए विधि सलाह ले रहे हैं और जल्द ही कानूनी नोटिस भेजने की तैयारी चल रही है। स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा के उस बयान पर रिकेश यह कानूनी नोटिस भेज रहे हैं कि जिसमें मिश्रा ने कहा था कि नगर निगम भिलाई का सफाई ठेका रिकेश सेन के कहने पर दिया है। धर्मेंद्र मिश्रा ने भाजपा पार्षदों व भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा था कि ग्रीन नेचर को सफाई ठेका देने वाले थे। लेकिन नेता प्रतिपक्ष रिकेश सेन गाड़ियों की सफाई कर अपना विरोध जता रहे थे। तभी सफाई का ठेका पीवी रमन को दे दिया।
सोशल मीडिया में यह वीडियो वायरल हुआ है। सोशल मीडिया में वायरल वीडियो से रिकेश सेन की मान प्रतिष्ठा को नुकसान हुआ है। इसके लिए रिकेश सेन नोटिस भेजेंगे। ताकि इसका खंडन धर्मेंद्र मिश्रा करें। रिकेश सेन ने कहा कि, पहली बात तो ये कि मैं न तो मेयर हूं और न निगम आयुक्त, जो मैं तय करूं कि किसे ठेका मिले और किसे ठेका नहीं। धर्मेंद्र मिश्रा को यह स्पष्ट करना चाहिए कि मैं तब पूर्व नेता प्रतिपक्ष था। तब क्या मेरे अधिकार टेंडर देने वाले थे? क्या मैं सक्षम प्राधिकारी हूं जो ठेका दे सकूं? अगर मैं प्राधिकारी हूं तो स्वास्थ्य विभाग से मिलने वाले सारे प्रोत्साहन का श्रेय मुझे मिलना चाहिए? किस अधिकार से मुझे ये शक्तियां मिली है, यह भी धर्मेंद्र मिश्रा को स्पष्ट करना चाहिए। मैं निगम के स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग करता हूं। राज्य शासन ऐसे अफसर को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करे, ताकि किसी भी जनप्रतिनिधि के खिलाफ उंगली उठाने से पहले विचार करें। रिकेश ने कहा कि धर्मेंद्र मिश्रा के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही है। सफाई कर्मियों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। उन्हें सफाई कर्मियों को बिना देरी किए वेतन का भुगतान करना चाहिए। रिकेश ने धर्मेंद्र मिश्रा की नियुक्ति पर भी सवाल उठाया है। आखिर एक स्वच्छता निरीक्षक को प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी क्यों बनाया गया है? आखिर क्यों स्वास्थ्य अधिकारी की सुविधाएं धर्मेंद्र मिश्रा को मिल रही है? यह जांच का विषय है। आखिर स्वास्थ्य अधिकारी किसके संरक्षण में यह सब काम कर रहे हैं। डायरिया से जिन दो लोगों की मौत हुई है, उसके जिम्मेदार भी स्वास्थ्य अधिकारी व उनका अमला है। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।