श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी में राष्ट्रीय पोषण मास के अवसर पर अतिथि व्याखान एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन….

IMG_20230912_205930.jpg

भिलाई नगर 12 सितंबर 2023 :- हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग एवं श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी भिलाई के संयुक्त तत्वाधान में 11 सितंबर को राष्ट्रीय पोषण मास के अवसर पर अतिथि व्याखान एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डॉ अरुणा पल्टा कुलपति हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव डीन छात्र कल्याण, डॉ. राजमणि पटेल उपकुलसचिव हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग, डॉ. सुमीत अग्रवाल सहा. कुलसचिव हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग, दिनेश नामदेव खेल संचालक हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग, डॉ. आर.पी. अग्रवाल प्राचार्य कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय भिलाई उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के तैल चित्र पर दीप प्रज्जवलन एवं मार्ल्यापण कर सरस्वती वंदना के द्वारा किया गया। तत्पश्चात राज्यगीत गाकर एवं अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय के परम्परा अनुसार पौधा एवं श्रीफल भेंट कर किया गया।

महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. अर्चना झा ने स्वागत भाषण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया तथा मिलेट्स के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि मिलेट्स हमारे लिए बहुत ही लाभप्रद है । हमारे महाविद्यालय में छत्तीसगढ़ के प्रथम मिलेट्स लाइब्रेरी की स्थापना की गई है। जिसका लोकार्पण हेमचंद विश्वविद्यालय दुर्ग के कुलसचिव श्री भूपेंद्र कुलदीप द्वारा किया गया। महाविद्यालय की मिलेट्स लाइब्रेरी में मिलेट्स का संग्रह तो है ही अलग-अलग मिलेट्स के विषय में जानकारी एवं उससे बनने वाले व्यंजनों की रेसिपी भी उपलब्ध है । महाविद्यालय में डाइटरी क्लब की भी स्थापना की गई है जिसमें प्रत्येक शनिवार को मिलेट्स से बने व्यंजनों का आनंद महाविद्यालय के सभी स्टाफ एक साथ बैठकर करते हैं। महाविद्यालय में समय-समय पर मिलेट्स से संबंधित व्याख्यान का आयोजन भी किया जाता है।

छात्र अधिष्ठाता डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में मिलेट्स से संदर्भ संबंधित दुर्लभ जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2023 को इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर घोषित किया गया है और सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में भी जाना जाता है। हमारा उद्देश्य मिलेट्स के द्वारा कुपोषण को दूर करना है।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ अरूणा पल्टा ने अपने व्याख्यान में बताया कि केंद्र सरकार के निर्देशन में इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। मिलेट्स में ज्वार, बाजरा, रागी, कगंनी, कोदो, कुटकी, चेना, सावा, छोटा बाजरा, बैरी जैसे 10 अनाज सम्मलित है। मिलेट्स विटामिन एवं मिनरल्स से भरपूर अन्न है। छत्तीसगढ़ मिलेट्स हब बन गया है, यहां कई मिलेट्स कैफे भी खुल गए हैं। मिलेट्स की गुणवत्ता और स्वास्थ्य के उपयुक्त आहार होने के कारण आज 131 देश इसका उत्पादन कर रहा है।

20% मिलेट्स का उत्पादन भारत में ही हो रहा है मिलेट्स में आयरन, कैल्शियम, जिन्क फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, पोटेशियम, फाइबर, विटामिन B6 एवं 83 केरोसिन लोसिथीन आदि तत्व होते हैं। मिलेट्स इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में काम करता है। इसे सुपरफूड भी कहा जाता है। इससे एसिड दूर होता है विटामिन B3 शरीर के मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया ठीक करता है, जिससे कैंसर जैसे रोग नहीं होते हैं। यह डायबिटीज को रोकने में भी सक्षम है। बाजरा से अस्थमा और श्वास संबंधी रोग दूर होते हैं। इससे थायराइड, यूरिक एसिड, किडनी, लीवर, लिपिड रोग और पेनक्रियास से संबंधित रोगों में भी लाभदायक है,

क्योंकि यह मेटाबॉलिक सिंड्रोम दूर करता है। मिलेट्स से कोलेस्ट्रॉल दूर होता है इसलिए यह हृदय रोग को दूर करने में भी सहायक है। इससे गैस, कब्ज, एसिडिटी जैसे पेट के रोग नहीं होते हैं। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट तत्व होने से फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को भी कम करने में सहायक है। त्वचा एवं बालों की समस्या भी मिलेट्स से दूर होती है। यह शरीर को डी डॉक्सिफाई करता है। उन्होने बताया की इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ मिलेट्स हैदराबाद में स्थित है। आगे उन्होने कहा कि साठ के दशक में हरित क्रांति के नाम पर भारतीय परंपरा के भोजन से मिलेट्स को दूर कर गेहूं को बढ़ावा दिया गया। किंतु इसके महत्व को देखते हुए आज भी हमारी थाली में मिलेट्स ने पुनः स्थान प्राप्त कर लिया है।

तत्पश्चात प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों और प्राध्यापकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। विजेताओं को मेडल विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान किया गया। महाविद्यालय स्तर पर मिलेट्स के व्यंजन बनाने वाले प्राध्यापकों एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। अतिथियों को स्मृति चिन्ह, सीडबॉल और नारियल का घोसला प्रदान कर उनको सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के अकादमिक डीन डॉ जे दुर्गा प्रसाद राव सर ने हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग से पधारे अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम के आयोजन की आशा जताई एवं कहा कि मिलेट्स के महत्व को जनसामान्य तक पहुचाना अनिवार्य है।

कार्यक्रम का संचालन डॉ वंदना सिंह के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक कर्मचारी उपस्थित थे।


scroll to top