सीएम नहीं बन पाया तो फिर कभी नहीं लड़ूंगा चुनाव….
00 टी.एस बाबा के बयान ने राजनीतिक गलियारे में फैला दी सनसनी
00 चुनाव परिणाम के बाद की स्थिति पर चल पड़ा कयासों का दौर…

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रायपुर 18 नवंबर 2023:- सरगुजा महाराज टीएस सिंहदेव के एक बयान ने छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गलियारों में सनसनी फैला दी है। बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। दरअसल कांग्रेस के कद्वावर नेता तथा 2018 में मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल रहे टी.एस. सिंहदेव ने आज एक टीवी चैनल को बड़ा बयान दे दिया। कहा कि उनके समर्थक चाहते हैं कि इस बार वह मुख्यमंत्री बने । यदि नहीं बन पाए तो फिर कभी चुनाव नहीं लड़ेंगे। इस बयान ने कांग्रेस खेमे में सनसनी मचा दी है। वहीं भाजपा इस बयान के मायने निकाले में जुट गई है। इधर छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रभारी कुमारी शैलजा के द्वारा छत्तीसगढ़ के सभी 90 प्रत्याशियों की रायपुर में आपात बैठक बुलाई गई है। इस बैठक के भी कई मायने निकाले जा रहे हैं

बता दें कि सरगुजा महाराज के नाम से पूरे देश में पहचान रखने वाले टी.एस. सिंहदेव का सरगुजा के 14 सीटों पर सीधी दखल है। उनके प्रभाव से कांग्रेस हाईकमान भी वाकिफ है। 2018 में उन्होंने पूरे छत्तीसगढ़ का दौरा करके घोषणा पत्र बनाया था। टी.एस. सिंहदेव द्वारा बनाए गए घोषणा पत्र तथा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तत्कालीन अध्यक्ष भूपेश बघेल के सतत संघर्ष की बदौलत कांग्रेस ने प्रचंड जीत हासिल की थी। कहा जाता है कि जीत हुए विधायकों में से 52 टीएस बाबा के समर्थक थे। बहूमत के बाद मुख्यमंत्री के लिए चार प्रबल दावेदार थे। भूपेश बघेल, टी.एस. सिंहदेव, चरणदास महंत तथा ताम्रध्वज साहू। चरणदास महंत व ताम्रध्वज साहू की दावेदारी किसी कारण से समाप्त हो गई।


कांग्रेस हाइकमान ने भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दे दी। कांग्रेस में यह चर्चा आम हो गई कि ढाई ढाई साल के फार्मुले पर पहले ढाई साल भूपेश बघेल बनाया गया है। दूसरा ढाई साल टी.एस. बाबा को कमान सौंपी जाएगी। ढाई साल बाद इस मामले से कांग्रेस की राजनीति गर्म हुई। भूपेश समर्थक सारे विधायकों ने दिल्ली में डेरा डाल दिया। टी.एस. बाबा लगभग समाप्त हो गया। हालांकि बाबा अक्सर ढाई ढाई साल के फार्मुल की बात करते रहे, पर खुलकर नहीं बोल पाए । चुनाव के छह महीने पहले कांग्रेस हाईकमान ने टी.एस. सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बना दिया।

चुनाव के पहले बाबा के एक बयान ने राजनीतिक तौर पर हड़कंप मचाया था। उन्होंने खुलेमंच से कहा था कि चुनाव के बाद छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री कौन होगा यह आलाकमान तय करेगा।

इस बार चुनाव बीतते ही उन्होंने बड़ा बयान दे दिया। इस बयान के भविष्य में क्या मायने होंगे इसके लिए इंतजार करना होगा।


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