भिलाई मैत्री महाविद्यालय में ” पहुना के संग छत्तीसगढ़िया रंग”कार्यक्रम का आयोजन…..

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भिलाई नगर 17 नवंबर 2022:! भिलाई मैत्री महाविद्यालय के प्रांगण में “पहुना के संग छत्तीसगढ़िया रंग” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन छत्तीसगढ़ के बाइसवें राज्योत्सव समारोह को मनाने हेतु किया गया जिसके अंतर्गत अंतर्महाविद्यालयीन प्रतियोगिताएँ क्रमशः एकल लोकनृत्य समूह लोकनृत्य व प्रश्नोत्तरी को शामिल किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में श्रीमती शशि सिन्हा “महापौर” रिसाली नगर निगम ने मुख्य अतिथि व श्रीमती रजनी रजक लोक कला प्रभारी (बीएसपी) ने विशिष्ट अतिथि का पदभार ग्रहण किया। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती माता के समक्ष दीप प्रज्वलित कर हुआ, तत्पश्चात् महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सुरेखा विनोद पाटिल द्वारा अतिथियों के सम्मान में स्वागत वक्तव्य दिया गया।

कार्यक्रम में बारह महाविद्यालयों के द्वारा एकल व समूह नृत्य की प्रस्तुती दी गई जो एक से बढ़कर एक थी जिसके विषय में महापौर शशि सिन्हा ने भरपूर प्रशंसा की तथा बताया कि छत्तीसगढ़ की कला व संस्कृति संपूर्ण भारत में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखती तथा हमें विशिष्ट स्थान प्रदान कराती है। विशिष्ट अतिथि रजनी रजक ने अपनी मनमोहक छत्तीसगढ़ी बोली व गायन शैली से सबका मन मोह लिया ये पंडवानी लोक संगीत की प्रसिद्ध कलाकार हैं उद्बोधन में इनकी अनूठी प्रस्तुति व अंदाज ने सभी दर्शकों को प्रफुल्लित किया। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. अरूणा पल्टा कुलपति, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग ने अपनी उपस्थिति से अभिभूत किया वहीं डॉ. प्रशात श्रीवास्तव “अधिष्ठाता छात्र कल्याण ने विशिष्ट अतिथि की भूमिका निभाई।

इसी कार्यक्रम के तहत् महाविद्यालय के प्रशिक्षार्थियों ने विभिन्न स्टॉल के द्वारा प्रदर्शनी लगाकर अपने उत्साह का प्रदर्शन किया। जिसमें छत्तीसढ़ अंचल के प्रसिद्ध उत्सव, नृत्य, वाद्ययंत्र, लोकशिल्प, वेशभूषा, कलेवा जनजाति, आभूषण, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, कृषियंत्र के साथ ही विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी नरवा, घुरवा, गरवा व बाड़ी का सजीव चित्रण किया।

उक्त प्रदर्शनी की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा द्वारा अत्याधिक सराहना की गई तथा बताया कि इस तरह के स्टॉल किस तरह हमारे जीविकोपार्जन का साधन बन सकते हैं। अपने वक्तव्य में उन्होने आयोजित कार्यक्रम की प्रसंशा करते हुए युवापीढ़ी को प्रोत्साहित किया तथा डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने भी प्रशिक्षार्थियों को इस तरह के कार्यक्रम से जुड़े रहने हेतु प्रेरित किया। समापन समारोह में मेका डायरेक्टर एस. सजीव के उत्साहवर्धक भाषण ने समस्त स्टॉफ व प्रशिक्षार्थियों में नई उर्जा का संचार किया। संस्था की अध्यक्षा श्रीमती राजम् सुधाकरन ने समस्त अतिथियों के सम्मान में प्रतीक चिन्ह प्रदान किया। निर्णायक मण्डल के रूप में डॉ. ऋचा ज्योतिन्द्र तथा श्री त्रिलोक चौधरी पधारे। कार्यक्रम में एकल नृत्य में प्रथम स्थान सोनल तिवारी (श्री शंकराचार्य महाविद्यालय) द्वितीय स्थान नेहा भिमटे (श्रीराम महाविद्यालय राजनांदगांव) व तृतीय स्थान अन्नपूर्णा (संस्कारसिटी महाविद्यालय) तथा समूह नृत्य में प्रथम स्थान भिलाई मैत्री महाविद्यालय, द्वितीय स्थान प्रिज्म स्कूल ऑफ एजूकेशन व तृतीय स्थान अपोलो महाविद्यालय ने प्राप्त किया जिन्हे कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा तथा डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव द्वारा पुरूस्कृत किया गया, साथ ही भिलाई मैत्री महाविद्यालय की विशिष्ट समूह नृत्य प्रस्तुति पर कुलपति द्वारा 1500/- की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई।

कार्यक्रम की रूपरेखा निर्माण से लेकर उसे सफल बनाने में संस्था प्रमुख श्रीमती राजम् सुधाकरन, डॉ. सजिता थंबी प्रिंसिपल मैत्री विद्या निकेतन एवं डायरेक्टर मेका तथा एस. सजीव एवं एस. साजन डायरेक्टर्स मेका, डॉ. बीना सजीव तथा श्रीमती निशि साजन सदस्य मेका का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम की सफलता पर इन्होनें प्राचार्य डॉ. सुरेखा विनोद पाटिल, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. शालिनी वर्मा, आयोजक मंडल श्रीमती साधना तिवारी, डॉ. तोमेश्वरी बन्छोर, श्रीमती नूतन दुबे तथा पूरी प्राध्यापक टीम को बहुत बधाई दी तथा भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों करने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शालिनी वर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान द्वारा हुआ। –


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