अप्रभावी और खोखले बजट को बताया जा रहा अमृत काल बजट -: विनोद कुमार सोनी…….
00 एटक महासचिव ने बताया केन्द्रीय बजट को गरीबी बढ़ाने वाला….

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भिलाई नगर 2 फरवरी 2023 :! भिलाई स्टील मजदूर सभा एटक के महासचिव व भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, दुर्ग जिला सचिव का. विनोद कुमार सोनी ने केन्द्रीय वित्त मंत्री द्वारा पेश के गए बजट वर्ष 2023-24 पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि वित्त मंत्री ने अप्रभावी और खोखला ‘अमृत काल बजट’ के रूप में धूमधाम से पेश किया है। हमेशा की तरह संक्षेप में, रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, मंहगाई, मूल्य वृद्धि आदि जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित किए बिना बजट खोखला है। लोगों से संबंधित किसी भी वास्तविक मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया गया है।


जन केंद्रित आर्थिक की ओर बढ़ने के उद्देश्य से कुछ भी नहीं है। यह एक चुनावी बजट है।
ट्रेड यूनियन द्वारा पुरानी पेंशन योजना, सभी को सामाजिक सुरक्षा, सभी को पेंशन, योजनाबद्ध श्रमिकों को नियमित करने, कृषि श्रमिकों सहित असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी रोजगार आदि की मांग कर रहे हैं पर कुछ भी नहीं है। शिक्षा पर खर्च नाकाफी है। बजट में कोई स्वास्थ्य व्यय नहीं है। स्वास्थ्य पर सार्वजनिक खर्च में कमी ने भारत में गरीबी को बढ़ा दिया है।
कृषि पर खर्च को किसानों को खैरात देने की हद तक कम कर दिया गया है।


इंकम टैक्स में अब भी दो प्रकार के स्लेब है। पहली वाली स्लैब यथावत है। नए स्लैब को थोड़ा आकर्षक बनाया गया है जबकि इस स्लैब में किसी भी प्रकार का रियायत नहीं दी गई है। मध्यम वर्ग को/कार्यबल के छोटा सा वर्ग को 7 लाख तक की आयकर छूट से लुभाया गया है। यह श्रमिकों के अधिकारों पर प्रहार होगा।
महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को जमा की सीमा बढ़ाकर राहत देने से कोई बड़ा लाभ नहीं होता है।


चुनिंदा वस्तुओं पर जीएसटी छूट से केवल गैर जरूरी वस्तुओं की कीमतों में कमी आती है। अप्रत्यक्ष करों का भुगतान करने वाले आम आदमी को कोई राहत नहीं। राजस्व कहां से उत्पन्न होता है, इस पर बजट मौन है। अमीरों और कॉरपोरेट्स पर टैक्स लगाकर टैक्स इनकम बढ़ाने की कोई कोशिश नहीं की गई।
बजट मानव और सामाजिक विकास के उत्थान में पूरी तरह विफल रहा है। भूख, गरीबी, बेरोजगारी, बढ़ती हुई महत्वपूर्ण समस्याओं का समाधान करें। ऐसा नहीं प्रतीत होता है


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