भिलाईनगर 20 मार्च 2024 :- भिलाई के श्री जी पी सिंह के नेतृत्व में देश में पहली बार’सेफ्टी सर्कल’ कार्यशाला का अभिनव आयोजन।भारत के औद्योगिक परिदृश्य में देश के पहले ‘सेफ्टी सर्कल’ कार्यशाला की शुरुआत क्यूसीएफआई पुणे चैप्टर के तत्वावधान में आयोजित किया गया। इस आयोजन में भिलाई स्टील प्लांट के पूर्व मुख्य महाप्रबंधक और क्यूसीएफआई के उपाध्यक्ष श्री जी पी सिंह, फैकल्टी के रूप में उपस्थित हुए।
क्यूसीएफआई पुणे चैप्टर द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में पूरे देश से विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों ने अपनी भागीदारी दी। इनमें प्रमुख रूप से शामिल है टाटा मोटर्स, आईटीसी, डेलवैल, आईएसी इंटरनेशनल, वेलमेड लॉकिंग सिस्टम (यूरोपा लॉक), अदानी अंबुज सीमेंट, एसएमएस इंडिया, थाईसेनक्रुप, और किर्लोस्कर ऑयल इंजन्स जैसी उद्योग के दिग्गज संगठनों के प्रतिनिधियों ने पुणे में इस नवाचारी तकनीकों और महत्वपूर्ण विधियों का अध्ययन करने के लिए एकत्रित होकर सुरक्षा सर्किल्स के माध्यम से अपनी कौशल को बढ़ाने का संकल्प लिया।
इस कार्यशाला की सभी प्रतिभागियों ने दिल खोलकर प्रशंसा की, साथी इस कार्यशाला में उपलब्ध कराए गए अध्ययन सामग्री और व्यवहारिक ज्ञान की बेहद सराहना की, जो कार्यस्थल के सुरक्षा को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी । सभी उपस्थित प्रतिभागियों ने अपने-अपने संस्थानों में इस योजना को लागू करने का वचन दिया, जिससे सुरक्षा प्रोटोकॉल और कार्यक्षमता में सुधार हो सके।
सेफ्टी सर्कल के जनक तथा इसके प्रतिष्ठित फैकेल्टी श्री जी पी सिंह ने सेफ्टी सर्कल को उद्योग की उत्कृष्टता तथा संस्थानों में सुरक्षा संस्कृति के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। सुरक्षा संस्कृति में सतत सुधार की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, सेफ्टी सर्कल आज यही भूमिका निभा रहा है। सुरक्षित औद्योगिक वातावरण बनाने में सेफ्टी सर्कल एक अहम रोल अदा कर रहा है इस अभिनव तकनीक की मांग अब उद्योगों में धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। इसका उद्देश्य सुरक्षा और उत्पादकता के संस्कृति को प्रोत्साहित करना है।
भारत के पहले “सेफ्टी सर्कल” कार्यशाला की सफलता भारत में समग्र सुरक्षा मानकों को प्राप्त करने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। श्री जीपी सिंह के नेतृत्व में क्यूसीएफआई, भिलाई चैप्टर, सेफ्टी सर्कल को बढ़ावा देने का निरंतर प्रयास कर रहा है जिसके बेहतरीन परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
क्यूसीएफआई के प्रेसिडेंट एमिरेट्स श्री एस जे कालोखे ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में बताया कि सेफ्टी सर्कल किसी भी संस्थान के कर्मचारियों, अधिकारियों तथा ठेका श्रमिकों को सुरक्षा प्रक्रिया में पूर्ण रूपेण शामिल करने के लिए प्रेरित करता है जिस में सभी नियमित कर्मचारियों के साथ-साथ ठेका श्रमिक भी अपने कार्यस्थल को सुरक्षित बनाने में योगदान दे सकता है।