भिलाईनगर 20 अक्टूबर 2022/ भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस ( आईटीबीपी ) के एक जवान के घर से 06 जिंदा कारतूस, मैगजीन सहित लाइसेंसी पिस्टल की चोरी होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह मामला भिलाई-3 में फोरलेन सड़क से लगे बजरंग पारा का है। प्रार्थी जवान मनोज कुमार पाण्डेय पिता राज बल्लभ पाण्डेय ( 40 वर्ष ) की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 454 व 380 के तहत अपराध कायम कर लिया है।
भिलाई-3 के बजरंग पारा में एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां आईटीबीपी के खरोरा में पदस्थ आरक्षक मनोज कुमार पाण्डेय की निजी लाइसेंसी पिस्टल, मैगजीन 7.62 एमएम 0.32 इंच बोर पिस्टल 06 जिंदा कारतूस किसी ने चोरी कर लिया है। चोरी हुई पिस्टल और कारतूस की कीमत 88 हजार 623 रुपए आंकी गई है। प्रार्थी मनोज कुमार पाण्डेय ने 19 अक्टूबर की सुबह 7.45 से 8.30 बजे के बीच इस चोरी की वारदात को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा अंजाम दिए जाने की सूचना भिलाई-3 थाने में देकर अपराध कायम करवाया है।
बताया जाता है कि मनोज कुमार पाण्डेय आईटीबीपी में आरक्षक के रूप में छत्तीसगढ़ के खरोरा बटालियन में पदस्थ है। भिलाई-3 में थाने से लगभग 200 मीटर की दूरी पर फोरलेन सड़क से कुछ अंदर बजरंग पारा में उसका घर है। बुधवार की सुबह मनोज कुमार पाण्डेय पिस्टल, मैगजीन और कारतूस को घर में कुलर के उपर रख कर बाथरूम गया था। वापस लौटने पर उसे पिस्टल सहित सभी सामान गायब मिले। उसी दौरान उसका बेटा स्कूल जाने घर से निकला। मनोज ने बेटे को रोककर पिस्टल और कारतूस के बारे में पूछताछ की तो उसने अनभिज्ञता जताया और स्कूल चला गया। मनोज ने सारे घर में तलाश किया। लेकिन पिस्टल और कारतूस का कोई पता नहीं चल पाया। उसने शंका में बेटे के स्कूल का रुख किया। वहां जाकर बेटे का स्कूल बैग चेक किया। यहां पर भी पिस्टल और कारतूस नहीं मिलने पर घर में कईं बार तलाश किया। लेकिन जब पिस्टल और कारतूस का कोई पता नहीं चल पाया तो पुलिस को जानकारी दी।
00 छोटे भाई व नजदीकियों से पूछताछ
चोरी हुई पिस्टल और कारतूस मनोज कुमार पाण्डेय का विभागीय नहीं बल्कि उसके स्वयं का लाइसेंसी है। पदस्थापना नजदीक होने के कारण मनोज खरोरा से भिलाई-3 आना जाना करता है। मामले में पुलिस परिवार के नजदीकी लोगों से पूछताछ कर रही है। प्रार्थी ने अपने छोटे भाई संजय कुमार पाण्डेय पर संदेह जताया है। शारीरिक दिक्कत के चलते छोटा भाई घर से कहीं निकलता नहीं है। घटना के समय भी छोटा भाई घर में ही था। वह कहीं बाहर नहीं गया है। लेकिन नशे का आदी होने और पूर्व में उसकी संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त रहने का पता चलने पर पुलिस ने प्रार्थी के छोटे भाई का मोबाइल फोन कब्जे में लेकर काल डिटेल खंगालना शुरू कर दिया है।