भिलाई नगर 11 अप्रैल 2024 :- ईडी की शिकायत पर EOW में शराब घोटाले मामले को लेकर 75 से अधिक लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज होते ही हलचल मची और आज सुबह-सुबह भिलाई- दुर्ग के अलावा रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, में 21 जगह एसीबी ने ईओडब्ल्यू के साथ छाप की कार्रवाई को अंजाम दिया पूर्व मुख्यमंत्री के करीबियों के यहां एसीबी का छापा – सुबह सुबह शराब कारोबारी पप्पू बंसल, विजय भाटिया, अतुल सिंन्हा व पप्पू ढिल्लन के बंगले पर ACB के छापा मारे जाने की खबर शहर में फैली पप्पू बंसल बुधवार की रात्रि 10 बजे तक भिलाई में देखे गए।
किंतु गुरुवार को उनके मकान पर ताला लटक रहा था वहीं नेहरू नगर निवासी पप्पू ढिल्लन के बंगले पर छाप की कार्यवाही हुई है इतना ही नहीं सूत्र बताते हैं कि स्मृति नगर सड़क 12 निवासी अतुल सिंह के घर पर भी शराब घोटाले मामले को लेकर छापा मारा गया और लगभग 4:00 बजे अपुष्ट सूत्रों के अनुसार टीम अतुल सिंह को लेकर रायपुर के लिए रवाना हो गई इस छापे की कार्यवाही में टीम को क्या सफलता मिली इसका खुलासा नहीं हो पाया है और ही टीम का कोई भी सदस्य इस संबंध में कुछ भी बोलने से बचता नजर आया है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज की कार्यवाही भिलाई के अलावा रायपुर बिलासपुर कोरबा और अंबिकापुर में भी होने की जानकारी मिल रही है शराब घोटाले मामले में एसीबी और EOW की टीम ने पूरे मामले का मास्टरमाइंड अरुण पति त्रिपाठी को बिहार से गिरफ्तार कर लिया है..
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शराब घोटाले मामले में एसीबी व ईओडब्लू ने 21 स्थानों पर छापे की कार्यवाही आबकारी मामले में ब्यूरो के अपराध क्रमांक 04/2024, धारा – 7, 12, भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 420, 467, 468, 471, 120बी. भादवि0 की विवेचनाके तारतम्य में आज 11.04.2024 को, रायपुर में 09, दुर्ग-भिलाई में 07, राजनांदगांव में 04, बिलासपुर में 04, इस प्रकार कुल 21 विभिन्न स्थानों पर छापे की कार्यवाही कर तलाशी ली गई | तलाशी पर लगभग 19 लाख रूपये नकद,इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे लैपटॉप, पेन-ड्राइव, बैंक स्टेटमेन्ट्स, चल-अचल संपत्ति संबंधी दस्तावेज, करोडों के आभूषण, बैंकों में करोडों के निवेश के अलावा अनेक अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद हुए हैं, जिनका परीक्षण किया जा रहा है | इन दस्तावेजों में आबकारी से अर्जित अवैध संपत्ति के सामान्य निवेश एवं शेल कम्पनियों के माध्यम से लेयरिंग, अनसिक्योर्ड लोन एवं निवेश संबंधी दस्तावेज शामिल हैं |
एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने गुरुवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबियों पप्पू बंसल और विजय भाटिया अतुल सिंन्हा पप्पू ढिल्लन यहां छापेमारी की है। यह लोग शराब कारोबार से जुड़े हैं। पप्पू बंसल न्यू खुर्शीपार में रहते हैं और विजय भाटिया व पप्पू ढिल्लन का बंगला नेहरू नगर पूर्व में, अतुल सिंन्हा का मकान स्मृति नगर सड़क 12 में है। शराब कारोबारियों के घर में सुबह सुबह ACB की टीमों ने सुरक्षा व्यवस्था के बीच दबिश दी है। सभी जगह छापे की कार्यवाही जारी है। मौके पर 2 दर्जन से अधिक टीम व पुलिस बल मौजूद है।
ऐसा कहा जा रहा है कि एसीबी की इस रेड की भी खबर लीक हो चुकी है। बताया जा रहा है कि पप्पू बंसल कल रात 9 बजे तक भिलाई में था। उसके बाद अचानक वो फरार हो गया। जब एसीबी की टीम छापेमारी करने पहुंची तो वो वहां निहीं मिले घर पर ताला लटकता हुआ मिला टीम के सदस्यों ने घर को सील कर नोटिस चस्पा कर दिया । वहीं विजय भाटिया छापेमारी के दौरान घर पर मौजूद है स्मृति नगर में अतुल सिंन्हा भी घर पर ही मिले इन सभी के घर पर पूर्व में भी छाप की कार्यवाही हो चुकी है शराब घोटाले के मामले में पप्पू ढिल्लन कुछ महीने जेल की हवा भी खा चुके हैं
पहले पड़ चुकी है ईडी की रेड
सभी ही शख्स बड़े शराब कारोबारी हैं और शराब घोटाले से इनके नाम जुड़े हैं। इन के यहां पिछले साल कांग्रेस शासन में ईडी की रेड पड़ चुकी है पप्पू ढिल्लन के निवास पर छाप की कार्यवाही की पुष्टि नहीं हो पाई है
ACB/EOW ने आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव एपी त्रिपाठी को बिहार से किया गिरफ्तार
आबकारी घोटाला मामले में एसीबी/ईओडब्ल्यू ने कार्रवाई में तेज लाते हुए आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव एपी त्रिपाठी को बिहार से गिरफ्तार किया है. त्रिपाठी के खिलाफ ईओडब्लू में एफआईआर दर्ज हो चुका है. इससे पहले एसीबी/ईओडब्ल्यू ने अरविंद सिंह और अनवर ढेबर को गिरफ्तार किया था.
एसीबी/ईओडब्ल्यू ने गुरुवार को शराब और कोयला कारोबार से जुड़े कारोबारियों के रायपुर, भिलाई राजनांदगाँव और बिलासपुर समेत प्रदेशभर के 15 ठिकानों पर दबिश दी है. इसके साथ ही टीम ने कई कारोबारियों को हिरासत में भी लिया है.
जानकारी के मुताबिक, दो हज़ार करोड़ के शराब घोटाले के मामले में ईओडब्ल्यू ने आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी को बिहार से गिरफ्तार किया है, जहां से अब उसे रायपुर लाया जा रहा है. अरुणपति त्रिपाठी को ईओडब्ल्यू ने शराब घोटाले मामले में सिंडिकेट का प्रमुख किरदार माना है.
कई अहम पदों पर रहे त्रिपाठी
बता दें कि एपी त्रिपाठी डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्री रहने के दौरान छत्तीसगढ़ में प्रतिनियुक्ति पर आए थे. उस समय भी इनकी सेवा आबकारी विभाग में ली गई थी. सरकार बदलने के बाद भूपेश बघेल सरकार में एपी त्रिपाठी की रवानगी की चर्चाएं चल रही थी, लेकिन अचानक त्रिपाठी को आबकारी विभाग के नीति नियंता के रूप में विशेष सचिव पद पर बैठा दिया गया.